डेलीवेज इंप्लाइज जल्द हों रेगुलर, एमसी यूनियन की दिहाड़ी मजदूरों को सभी भत्ते देने की मांग
निजी संवाददाता — चंडीगढ़
शनिवार को इलेक्ट्रिसिटी स्ट्रीट लाइट इंप्लॉइज एंड वर्कर्स यूनियन, एमसी चंडीगढ़ की मीटिंग दलजीत सिंह तथा रविंद्र सिंह की अगवाई में इंडस्ट्रियल एरिया में हुई। इस मीटिंग में को-आर्डिनेशन कमेटी ऑफ गवर्नमेंट एंड एमसी इंप्लाइज एंड वर्कर्ज यूटी चंडीगढ़ के प्रधान सतिंदर सिंह भी शामिल हुए। यूनियन ने मांग की कि खाली पोस्टों पर डेलीवेज इंप्लाइज को रेगुलर किया जाए तथा 31-12-96 के बाद भर्ती हुए दिहाड़ी मजदूरों को 13-03-15 की पॉलिसी के तहत सभी भत्ते दिए जाए। यूनियन प्रधान तथा महा सचिव ने मागों को जल्द हल करने के लिए चंडीगड़ प्रशासन को अपील करते हुए कहा कि सभी विभागों में चंडीगढ़ के र्कमचारी प्रशासन के विरोध में पुतले फूंक प्रदर्शन कर चुके हैं। गवर्नर हाउस को मार्च भी कर चुके हैं, मगर चंडीगढ़ प्रशासन र्कमचारियों की मांगों का हल नहीं कर रहा। इस लिए एमसी इलेक्ट्रिकल में काम कर रहे सभी वर्कर्स भी मजबूर हो कर 10 फरवरी को हड़ताल में शामिल होंगे।
मीटिंग को संबोधित करते हुए को-ऑर्डिनेशन कमेटी के अध्यक्ष सतिंदर सिंह ने कहा कि प्रशासन कर्मचारियों की मांगों को हल नहीं कर रहा इस लिए चंडीगड़ प्रशाशक को यूटी कर्मचाियों की मांगों पर विचार के लिए तुरंत मीटिंग बुलानी चाहिए। उन्होंने कहा कि जैम पोर्टल के ठेकेदार र्कमचारियों का आर्थिक शोसण कर रहे हैं, पर प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं कर रहा। र्कमचारियों की सैलरी 10 तरीक से पहले दी जानी चाहिए। जैम पोर्टल के एग्रीमेंट के तहेत 15 छुट्टी लागू दी जाए। ठेका खत्म होते ही दूसरे ठेकेदार का ठेका चालू किया जाना चाहिए। नेताओं ने कहा कि यूटी प्रशासन डीसी रेट बढ़ाने के फैसले से पीछे हट रहा है। बराबर काम के लिए बराबर वेतन के सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लागू नहीं किया जा रहा। विभागों में खाली पोस्टें नहीं भरी जा रही। आउटसोरस कर्मचारियों के लिए सिक्योर्ड पॉलिसी नहीं बनाई जा रही। ठेकेदारों की ओर से आउटसोर्स र्कमचारियों का ईपीएफ भी जमा नहीं कराया जा रहा।
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