अजय पाराशर, लेखक धर्मशाला से हैं

इन सब बातों से एक बात उभर कर सामने आती है कि भले ही बतौर इकाई हमें अधिक सफलता न मिले, लेकिन अगर हम सब मिलजुल कर यह प्रण कर लें कि चाहे कुछ भी हो, हम बिना डरे कोरोना से लड़ेंगे तो कोई भी ताक़त हमें विजय प्राप्त करने से नहीं रोक सकती। समय

भले ही केंद्र तथा राज्य सरकारें मिलकर कितने भी अभियान चला लें, सड़क पर जीवन तभी सुरक्षित हो सकता है जब इसके लिए समाज एकजुट हो जाए। लेकिन यह तभी संभव होगा जब लोग सड़क सुरक्षा के नियमों को अपने जीवन का अनिवार्य अंग बना लें। भले ही अपने गंतव्य पर पहुंच कर लोगों को

बा़गवानी ने हिमाचल को अग्रणी प्रदेश बनाने में अहम भूमिका निभाई है। आज बा़गवानी राज्य के आर्थिक विकास में सालाना करीब 3,300 करोड़ रुपए का भारी योगदान देती है… 25 जनवरी, 1971 को पूर्ण राज्य का दर्जा प्राप्त करने के पचास वर्षों के  दौरान हिमाचल प्रदेश ने जिस तरह जीवन के हर क्षेत्र में समग्र