प्रो. मनोज डोगरा, लेखक हमीरपुर से हैं

कानूनों का पालन तो करना ही चाहिए, सरकार को आवश्यकता है कि महत्वपूर्ण कानून पर ड्राइवरों की सलाह आवश्यक रूप से ले... भारत एक लंबी विरासत को समय के साथ लिए चल रहा है। आगे विकास की गाथा में नए आयाम स्थापित कर रहे हैं। समय के साथ-साथ आवश्यकता अनुसार हर चीज में परिवर्तन प्रकृति का नियम है। उसी प्रकार से देश में कुछ समय से पूराने कानूनों में संशोधन कर नए नियम बनाए जा रहे हैं जिनमें अब चर्चा में हिट एंड रन का नया कानून है। भारतीय न्याय संहिता में कई नए प्रावधान जोड़े गए हैं और अपडेट किए गए हैं, जिसमें से एक प्रावधान को लेकर देशभर में वाहन चालकों का विरोध जारी है। विरोध का कारण ‘हिट एंड रन’ का नया कानून है, यानी एक्सीडेंट होने के बाद भा

विरोधियों को साथ लेकर चलने की कला ने उनको सबसे अलग बना दिया। अटल बिहारी वाजपेयी को एक ऐसे नेता के तौर पर याद किया जाएगा जिन्होंने विपरीत विचारधारा के लोगों को भी साथ लिया और गठबंधन सरकार बनाई। वह विपक्ष की आलोचना के साथ अपनी आलोचना सुनते थे...

पूरा विश्व इस बीच दो गुटों में बंट चुका है। कुछ देश फिलिस्तीन के साथ, तो कुछ इजरायल को समर्थन दे रहे हंै। लेकिन युद्ध के मुख्य किरदार एक-दूसरे के अस्तित्व को ही मिटाने की जिद्द में गोला-बारूद दाग रहे हैं। मानो नामोनिशान ही मिटा देंगे, लेकिन इस बीच खुद को बचाने के

आज के तकनीकी युग में विज्ञान और इंजीनियरिंग के क्षेत्र में भी हिंदी में काम को बढ़ावा देना चाहिए ताकि देश की प्रगति में ग्रामीण जनसंख्या सहित सबकी भागीदारी सुनिश्चित हो सके...

इससे जान जोखिम में पड़ सकती है, लेकिन प्रशासन के आगाह करने के बावजूद जान को हथेली पर रख पर्यटक नदी-नालों में घुस जाते हैं...

माध्यमिक विद्यालय में समय प्रबंधन, अध्ययन और परीक्षा के दबाव के आसपास प्रभावी संरचनाएं विकसित करना छात्रों के दीर्घकालिक कल्याण में बड़ा अंतर ला सकता है। ज्यादा से ज्यादा नंबर लेने की होड़ में सृजनात्मक शक्ति कमजोर हो सकती है। इसलिए ज्यादा अंकों की अपेक्षा सृजनात्मक क्षमता बढ़ाने पर जोर दिया जाना चाहिए… व्यक्ति के

जितना संभव हो, उतने पेड़-पौधे लगाकर उनका संरक्षण करने का भाव मन में जागृत होना आवश्यक है। अपने आसपास के वातावरण को स्वच्छ और हरा-भरा रखने के प्रयास करें, प्लास्टिक का उपयोग करने से बचें और दूसरों को भी जागरूक कर पुनीत कार्य के भागीदार बनना चाहिए। हवा में जहरीली लहरें बह रही हैं। जहरीली

इस प्रक्रिया में माता-पिता को शामिल करने से उनकी उम्मीदों को उनके बच्चों के साथ संरेखित करने में मदद मिल सकती है। स्कूल के काम और अध्ययन के तनाव के प्रबंधन के बारे में अपने छात्रों के साथ खुली और ईमानदार बातचीत करें। माध्यमिक विद्यालय में समय प्रबंधन, अध्ययन और परीक्षा के दबाव के आसपास

विडंबना यह है कि अगर भारत किसी भी देश का पक्ष लेगा तो उसे भविष्य में दिक्कतें हो सकती हैं। इससे बचने का यही तरीका है कि भारत युद्ध से दूरी बनाए रखे। इस लड़ाई को रोकने के लिए पहल हो… युद्ध किसी भी देश के लिए लाभदायक सिद्ध नहीं होता है, बल्कि उससे मानवता

इस बात को समझने की जरूरत है कि आज की इस भागदौड़ भरी जिंदगी में तनाव की स्थिति कभी कम तो कभी ज़्यादा बनी रहती है, परंतु इसका समाधान अपनी जिंदगी को समाप्त कर लेना नहीं है… आयुष्मान भव, जुग-जुग जियो, दूधो नहाओ पूतो फलो जैसे आशीर्वादों से भरे देश में जिन्दगी को ठोकर मार