भूपिंदर सिंह

इस सबके लिए विद्यालय स्तर पर विद्यार्थियों की सामान्य फिटनेस का मूल्यांकन कर उसमें सुधार के लिए सुझाव देकर सुधार करवाने के लिए ‘फिटनेस मूल्यांकन व सुझाव’ कार्यक्रम की शुरुआत जल्द ही करनी चाहिए। इस कार्यक्रम के अतंर्गत विद्यालय के हर विद्यार्थी का साल में तीन बार विभिन्न शारीरिक क्षमताओं का परीक्षण कर उनका मूल्यांकन

क्या खेल विभाग के साथ मिलकर इन खिलाड़ी सरकारी कर्मचारियों व अधिकारियों को प्रशिक्षण के लिए मंच उपलब्ध नहीं करवाया जा सकता है? विद्यालयों के प्रधानाचार्यों व शारीरिक शिक्षा के अध्यापकों को चाहिए कि वे खेल सुविधा व प्रतिभा के अनुसार अपने विद्यालय में अच्छे प्रशिक्षकों के साथ प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाएं ताकि हिमाचल के खिलाडि़यों

प्रोटीन की कमी को पूरा करने के लिए गेहूं, दालों, दूध व उससे बने पदार्थ तथा सूखे मेवों को ठीक से समय-समय पर खाना चाहिए। इस सीजन में पेड़ पर ठीक ढंग से पके फलों की कमी आम बात है। समय से पहले पेड़ से तोड़े गए फलों में से पोषक तत्त्व नष्ट हो गए

पूरे संसार में खिलाडि़यों के लिए महाविद्यालय स्तर पर उच्च स्तरीय खेल सुविधाएं उपलब्ध हैं क्योंकि यही उम्र होती है जहां से खिलाड़ी को स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम की जरूरत होती है। महाविद्यालय प्रशासन को चाहिए कि वह अपने स्तर पर भी खेल आगे बढ़ाने के लिए प्रयास करे। हिमाचल प्रदेश के दूरदराज शिक्षा संस्थानों भी

क्या सरकार पंजाब, गुजरात आदि राज्यों की तरह उत्कृष्ट खेल परिणाम दिलाने वाले प्रशिक्षकों को यहां लगातार कई वर्षों के लिए अनुबंधित कर हिमाचल प्रदेश के खिलाडि़यों को राज्य में ही प्रशिक्षण सुविधा दिला कर खेल प्रतिभा का पलायन रोक नहीं सकती है? इससे प्रदेश में खेल वातावरण बनेगा तो हर खेल प्रशिक्षक प्रेरित होकर

यही कारण है कि भारत का खेल मंत्रालय व कई राज्य भी अपने यहां हाई परफॉर्मेंस प्रशिक्षण केन्द्र खोलने पर जोर दे रहे हैं तथा वहां पर उत्कृष्ट प्रदर्शन करवाने वाले प्रशिक्षकों को अनुबंधित कर रहे हैं।  खेलो इंडिया, गुजरात व पंजाब के उच्च खेल परिणाम दिलाने वाले प्रशिक्षण केन्द्रों की तरह ही हिमाचल प्रदेश

शुरू से लेकर अंत तक किशोरावस्था अगले 6 से 7 वर्ष तक चलती है। किशोरावस्था में शारीरिक क्षमताओं व सलीके में पुनर्गठन होता है। मानव वृद्धि व विकास को समझना जरूरी है… पिछले एक वर्ष से भी अधिक समय से पूरा विश्व कोरोना महामारी के कारण अस्त-व्यस्त चल रहा है कि अब इस वर्ष भी

हमीरपुर महाविद्यालय की एक समय में ही पांच धाविकाएं 2010 राष्ट्रमंडल खेलों के लिए लगे नेशनल कैंप में पहुंच गई थीं। प्रदेश के दूरदराज के शिक्षा संस्थानों में भी उपलब्ध खेल सुविधा के अनुसार खेल विंग या अकादमी खुलनी चाहिए। हिमाचल प्रदेश में अधिक से अधिक खेल अकादमी व विंग खुलते हैं तो हिमाचल प्रदेश

भविष्य में अंकेश चौधरी, पारस, रोहित, अंबिका राणा व दिव्या सहित कई उभरती प्रतिभाओं से अपेक्षा है कि वे कुछ कर दिखाएंगे… ओलंपिक खेलों में विभिन्न खेलों की कई स्पर्धाएं आयोजित होती हैं, मगर एथलेटिक्स का आकर्षण सबसे अधिक होता है। ओलंपिक में जो धावक सौ मीटर की दौड़ में विजेता बनता है, वह पृथ्वी