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लोबिया खाने से सेहत को ढेर सारे फायदे होते हैं। लोबिया एक प्रकार की फली होती हैं जिसे चवली की फली भी कहा जाता हैं। लोबिया कोे बींस के नाम से भी जाना जाता है। यह खाने में बड़ी ही स्वाद लगती है। लोबिया में ऐसे सभी जरूरी पोषक तत्त्व मौजूद होते हैं जो शरीर

सुबह का नाश्ता हृदयाघात, अल्सर, शुगर  और मोटापा आदि बीमारियों से बचा सकता है। बड़े बुजुर्गों को आपने घर में कहते हुए सुना होगा कि सुबह का नाश्ता कभी भी नहीं छोड़ना चाहिए, लेकिन  अपने रहन-सहन और खान-पान की गलत आदतों के चलते आज लोग अपने दिन की शुरुआत ही खुद को भूखा रखकर करते

स्माग में कोहरे के साथ प्रदूषण से निकलने वाले सल्फर डाइआक्साइड, नाइट्रोजन डाइआक्साइड और कारखानों से निकले केमिकल जैसे कार्बन मोनोआक्साइड जैसे हानिकारक केमिकल होते हैं। ये केमिकल सांस के जरिये शरीर में प्रवेश करते हैं और सेहत को नुकसान पहुचाते हैं… सर्दियों का मौसम अपने साथ कई प्रकार की स्वास्थ्य समस्याएं लेकर आता है।

जन्म से 40 की उम्र तक मांसपेशियों के बढ़ने के साथ इनका मजबूत होना स्वाभाविक है, लेकिन 40 वर्ष के बाद मांसपेशियों का विकास धीमा हो जाता है, जिससे व्यक्ति का स्टेमिना घटने लगता है। इस बदलाव को सार्कोपीनिया कहते हैं। नियमित स्ट्रेंथ वर्कआउट से मांसपेशियों की मजबूती को बरकरार रख सकते हैं… बढ़ती उम्र

पिछले कुछ वर्षो में हैल्थकेयर सेक्टर में व्यापक बदलाव देखने को मिले हैं। अस्पताल भी अपना पारंपरिक आवरण उतार कर जहां मल्टी स्पेशियेलिटी रूप अख्तियार कर रहे हैं, तो वहीं यहां मिलने वाली सुविधाओं में भी इजाफा हो रहा है। इस क्षेत्र में करियर अब सिर्फ  डाक्टर या नर्स तक ही सीमित नहीं रहा…. अब

ईसीजी यानी इलेक्ट्रोकॉर्डियोग्राम वह जांच है जो हार्ट की इलेक्ट्रिकल गतिविधि को मापता है। दिल स्नायु संबंधी अंग है, जो शरीर के जरिए खून को गतिमान रखने के लिए एक लय में धड़कता है। असल में ईसीजी एक ग्राफ पेपर है जिसमें इलेक्ट्रिकल करेंट्स के माध्यम से हार्ट रेट को दर्शाया जाता है। इस जांच

70 साल के अनिल बैजल दिल्ली के अगले उपराज्यपाल नियुक्त किए गए हैं। यह पद  पूर्व उपराज्यपाल नजीब जंग द्वारा 22 दिसंबर को इस्तीफा देने से खाली था। उन्हें दिल्ली के बीसवें राज्यपाल के रूप में  दिल्ली उच्च न्यायालय की मुख्य न्यायाधीश जी रोहिणी ने पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई।  उन्होंने इलाहाबाद विश्वविद्यालय और

डा. रमेश वरिष्ठ  चिकित्सा अधीक्षक, आईजीएमसी शिमला हैल्थकेयर में करियर संबंधित विस्तृत जानकारी प्राप्त करने के लिए हमने डा. रमेश से बातचीत की। प्रस्तुत हैं बातचीत के प्रमुख अंश… हैल्थ केयर में करियर की क्या संभावनाएं हैं। अगर बात हिमाचल की करें तो आने वाले समय में हैल्थकेयर में काफी स्कोप है। हिमाचल में अब

प्रदेश विश्वविद्यालय में दो साल का समय इनका जीवन में टर्निंग प्वाइंट साबित हुआ। यहां उनमें  प्रशासनिक सेवा में जाने का जज्बा पैदा हुआ।  यहां वह अपने साथी छात्रों को प्रशासनिक सेवाओं की तैयारी करते और चयनित होते देखते तो उनके अंदर भी प्रशासनिक सेवा में जाने की तमन्ना हिलोरें लेने लगी… मनमोहन सिंह का