कम्पीटीशन रिव्यू

एक परिवार में 5 बहनें थी, एक नाम था : टूटी, दूसरी का नाम फटी, तीसरी का नाम फीकी, चौथी का नाम मरी, पांचवीं का भूतिनी। एक दिन उनके घर में लड़की देखने के लिए मेहमान आए। मम्मी ने पूछा, आप कुर्सी पर बैठेंगे या नीचे चटाई पर? मेहमान : कुर्सी पर मम्मी : टूटी

गिलहरी आमतौर पर गिरी, बीज, अनाज, फल आदि खाती है, लेकिन शहरों में रहने वाली गिलहरियां और भी चीजें खाने लगती हैं। कभी कभी गिलहरियों को पक्षियों को अंडे और कीड़े मकौड़े खाते भी देखा गया है, लेकिन तभी जब उन्हें अपनी सामान्य खुराक न मिले। इसलिए हम इसे न शाकाहारी कह सकते हैं न

पंकज सातवीं और आंचल पांचवीं की विद्यार्थी थी। दोनों जरा-जरा सी बात पर एक-दूसरे को चिढ़ाते और उलझ पड़ते, जोर-जोर से चिल्लाते और खूब रोते भी। लड़ाई का मुख्य कारण ज्यादातर इनकी यह चिढ़ाने की आदत ही रहता। उनकी इस लड़ाई से घर में हमेशा तनाव-सा बना रहता। इनकी बेतुकी लड़ाई के लिए माता-पिता से

इसकी   वजह ये है कि उत्तरी गोलाद्र्ध में गर्मियों में सूरज बहुत जल्दी उगता है और देर से डूबता है। इसलिए अगर घडिय़ां आगे कर दी जाएं तो दिन की रोशनी का ज्यादा उपयोग हो सकता है। इसका सुझाव सबसे पहले 1784 में सुप्रसिद्ध वैज्ञानिक बैंजामिन फरैंकलिन ने दिया था।  फिर सन् 1907 में विलियम

सोने की वह चीज है, पर बेचे नहीं सुनार। मोल तो ज्यादा है नहीं, बहुत है उसका भार। *****  छोटा था तो नारी था मैं, बड़ा हुआ तो नर। नारी का तो कम मोल था, नर की बड़ी कद्र। ******  नहीं मैं मिलती बाग में, आधी फल हूं, आधी फूल। काली हूं पर मीठी हूं

प्राची देसाई जन्मदिवस : 12 सितंबर 1988 प्राची देसाई एक भारतीय टीवी कलाकार और अभिनेत्री हैं। फिल्मी दुनिया में आने से पहले प्राची छोटे पर्दे का जाना-माना चेहरा थीं। छोटे पर्दे पर प्राची बानी वालिया के किरदार से प्रसिद्ध थीं। प्राची ने फिल्म ‘रॉक ऑनÓ से बॉलीवुड में एंट्री की थी। प्राची देसाई का जन्म

होम साइंस में डिग्री करने के बाद करियर का क्या स्कोप है ? — प्रवेश कुमार, नाहन होम साइंस का कोर्स विविधता लिए हुए हैं। इस कोर्स के बाद कई क्षेत्रों में रोजगार के द्वार खुल जाते हैं। होम साइंस के दायरे में फूड एंड न्यूट्रीशियन, क्लोदिंग एंड टेक्सटाइल, मैरिज एंड फैमिली रिलेशनशिप, चाइल्ड केयर,

वर्ष 1911 तक ठकुराई पर नजराना नियम लागू था, लेकिन फिर दिल्ली राज्याभिषेक दरबार के उपरांत इसे समाप्त कर दिया गया। वर्ष  1921 में अंग्रेज सरकार ने राणा के सभी प्रशासनिक अधिकार छीन लिए तथा बाघल के वजीर लाला भगवान दास को मांगल ठकुराई का भी  वजीर नियुक्त कर दिया… गतांक से आगे … शिव

कांगड़ा किले को फिल्लौर के बाद उत्तरी भारत का दूसरे नंबर का प्रसिद्ध किला माना जाता था। 15 मई, 1857 ई. को कमिश्नर एडवर्ड जॉन लेक और रेयनैल्ल टेलर डिप्टी कमिश्नर कागड़ा के अनुसार, धर्मशाला के पुलिस कमांडर , कैप्टन यंग हसबैंड अपनी पुलिस बटालियन के साथ कांगड़ा पहुंचे। कैप्टन यंग हसबैंड ‘शेर दिल पुलिस