कम्पीटीशन रिव्यू

बायोपिक फिल्म ‘मैरी कॉम’ से बॉलीवुड में अपनी जगह बनाने वाले अभिनेता दर्शन कुमार एक और बायोपिक फिल्म ‘पीएम नरेंद्र मोदी’ में अपनी अहम भूमिका को लेकर काफी चर्चा में हैं। बता दें कि दर्शन कुमार इससे पहले फिल्म ‘एनएच10,’  सरबजीतः जेंटलमैन’ और ‘बागी 2’ जैसी फिल्मों मे नजर आ चुके हैं । उनके साथ

नजमा अख्तर को जामिया मिलिया इस्लामिया की नई वाइस चांसलर नियुक्त किया गया है। इतिहास में ऐसा पहली बार है जबकि विश्वविद्यालय में  किसी महिला को वाइस चांसलर बनाया गया है। इस नियुक्ति के लिए मानव संसाधन विकास मंत्रालय से मिले प्रस्ताव को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अपनी स्वीकृति दे दी है। मंत्रालय ने जामिया

12वीं के बाद किस विषय का चुनाव करूं जो भविष्य में मेरे लिए सफलता के दरवाजे खोले। परिवार के आधे लोग चाहते हैं कि मैं इंजीनियर बनूं। आधे चाहते हैं कि मैं सिविल सर्विसेज में जाऊं। दोस्त मुझे बिजनेस कोर्स की सलाह देते हैं, अत्यधिक विकल्प होने के कारण मैं भ्रमित हूं कि कौन से

निर्माता आनंद पंडित और महानायक अमिताभ बच्चन के बीच कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं पर सहयोग करते रहने का एक लंबा रिश्ता रहा है। इसलिए जब अमिताभ बच्चन ने निर्देशक रूमी जाफरी के साथ एक साइकोलॉजिकल थ्रिलर के लिए हां कहा, तो वे चाहते थे कि इस फिल्म का निर्माण केवल एक ही आदमी करे, उनके पुराने

कलंक निर्देशक : अभिषेक वर्मन कलाकार : आलिया भट्ट, वरुण धवन, माधुरी दीक्षित रिलीज दिनांक : 17 अप्रैल 2019 फिर्की निर्देशक :  विपुल तिवारी कलाकार : करण सिंह ग्रोवर, नील नितिन मुकेश, संदीपा धर, शिवानी दांडेकर और करिश्मा कोटक रिलीज दिनांक : 19 अप्रैल 2019 मोतीचूर चकनाचूर निर्देशक : देबा मित्रा हसन कलाकार : नवाजुद्दीन

काजा स्पीति घाटी का  उपमंडल मुख्यालय है। यह स्पीति नदी के बाएं किनारे ढालुआ पर्वतपृष्ठ के पैंदे में स्थित है। एक समय यह स्पीति के मुखिया नोनो का मुख्यालय था। यह शिमला से 425 किलोमीटर दूर है…  गतांक से आगे …    काजा काजा स्पीति घाटी का  उपमंडल मुख्यलय है। यह स्पीति नदी के बाएं

कुल्लू में मलाणा नामक स्थान है, जहां अभी भी देवता का ही शासन चलता है और इस देवता का नाम जामलू देवता है। जामलू देवता के बारे में कई लोक गाथाएं प्रचलित हैं और मलाणा निवासियों के बारे में भी कई तरह के विचार प्रचलित हैं … गतांक से आगे … जामलू पूजा (मलाणा कुल्लू)

‘विश्व हीमोफीलिया दिवस’ पूरे विश्व में फैली गंभीर बीमारी हीमोफीलिया के प्रति लोगों में जागरुकता लाने के लिए मनाया जाता है। ‘हीमोफीलिया’ के प्रति जागरुकता लाने के लिए 1989 से इस दिवस की शुरुआत की गई। तब से हर साल ‘वर्ल्ड फेडरेशन ऑफ हीमोफीलिया’ के संस्थापक फ्रैंक कैनेबल के जन्मदिन 17 अप्रैल, के दिन ‘विश्व

पत्नी की रोज-रोज की झिक-झिक से परेशान पप्पू अपना सामान बांधते हुए बोला। अब तो मैं तेरे साथ एक पल भी नहीं रहूंगा। पप्पू रेलवे स्टेशन गया, पप्पू ट्रेन में चढ़ने लगा।  तभी आकाशवाणी हुई, इसमें मत चढ़, यह पटरी से उतर जाएगी। पप्पू ने बस में जाने की सोची कि फिर से आकाशवाणी हुई