आस्था

इस तरफ दुर्वासा महर्षि तो अत्यंत क्रोध में थे, जब उन्होंने जाना कि इलाचल के ऊपर सूर्यनारायण का लगन हो रहा है तथा उस लगन में श्री विश्वकर्मा ने समस्त सृष्टि को आमंत्रित किया है तथा मुझे आमंत्रण नहीं दिया। यह जानकर उनके क्रोध का पार न रहा। वह क्रोध के वश होकर अपने इस

शकरकंद को हर क्षेत्र में अलग-अलग नाम से जाना और पहचाना जाता है। आमतौर पर शकरकंद को स्वीट पोटेटो भी कहा जाता है। शकरकंद जितना खाने में स्वीट और सॉफ्ट होता है, उतना ही हैल्थ के लिए फायदेमंद भी होता है। इसके सेवन से शरीर को पर्याप्त मात्रा में ऊर्जा और पोषक तत्त्व मिलते हैं।

इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) का कहना है कि प्राथमिक और माध्यमिक देखभाल के स्तर पर काम करने वाले चिकित्सकों के लिए स्क्रब टायफस को लेकर अधिक जागरूक होने की जरूरत है। साथ ही स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली में इस रोग की पहचान करने की सुविधाएं होना भी नितांत आवश्यक हैं। स्क्रब टायफस एक जीवाणु जनित संक्रमण

दिग्गजा हेमपात्रस्थमादाय विमल जलम। स्नाप्यांचकिरे देवी सर्वलोकममहेश्वरीम। क्षोरादो रूपधृक्तत्य मालामम्लानपङ्गजाम्। ददौ विभूषणांयङ्ग विश्वकर्मा चकार ह। दिव्यमाल्यांबरधगा स्नाता भूषणेभूषिता। पश्चयतां सशंदेवानां ययौ वक्षःस्थल हरे। तया विलोकिता देवा हरिवक्षःस्थलस्थया। लक्ष्मम्या मैत्रेय सहसा परां दृष्टिमागताः उद्वेगंपरम जग्मुदंत्या विष्णुपराङ्मुखा। त्यक्ता लक्ष्म्या महाभाग विप्रचितिपुरोगमाः। ततस्ते जगृहुदैत्या धनवंतरिकरस्थित म। कमंडलु महावीर्या यत्रास्तेऽमृतत्तमम्। मायया मोहयित्वा तान्विष्णु स्त्रीरूप संस्थितः। निवेभ्यस्तदादाय देवभ्य प्रददौ प्रभुः।।

कैंसर एक घातक रोग है। अभी तक इस घातक रोग का सही इलाज विश्व की कोई भी पैथी नहीं ढूंढ पाई। इलाज के नाम पर केवल प्रयास है। कैंसर त्रुटिपूर्ण आहार-विहार एवं गलत जीवनशैली से होता है। कैंसर एक ऐसी भयावह बीमारी जिसके इलाज में वैज्ञानिकों द्वारा निरंतर रिसर्च जारी है, अभी भी इसके इलाज

यमुना या कालिंदी नदी को गंगा की ही तरह पवित्र माना जाता है। यमुना को श्रीकृष्ण की परम भक्त माना जाता है। गंगा को ज्ञान की प्रतीक माना जाता है तो यमुना भक्ति की। कृष्ण की भक्ति में रंगी यमुना नदी का पानी काला दिखाई देता है। यमुना नदी का उद्गम यमनोत्री से हुआ है।

कथा के अनुसार इस महल के चार कोने थे, पूर्व-पश्चिम, उत्तर- दक्षिण। सबसे पहले भीम की नजर महल पर पड़ी और वो महल की सुंदरता पर मोहित हो उठे। भीम ने फौरन युधिष्ठिर से कहा ,भैया मुझे महल देखना है। फिर वे महल की ओर चल दिए। जब भीम महल के द्वार पर पहुंचे तो

बरमूडा ट्रायएंगल के नाम से जाना जाने वाला इलाका मियामी, बरमूडा और पोर्टो रिको के बीच में पड़ता है। इस इलाके से गुजरने वाले पायलट बताते हैं कि यहां कई हवाई जहाज गायब हो चुके हैं। साथ ही पानी के कई जहाज भी समंदर में गायब हो चुके हैं… मनुष्य आज धरती से चांद, मंगल

गीले ईधन में से आग के कारण जल निकलता जान पड़ता है, पर वहां जल का कारण अग्नि है अथवा लकड़ी का गीलापन है, इसका निश्चय करना कठिन होता है, इससे हमने अग्नि को छोड़कर वायु को ही जल का कारण मान लिया है। जैसे पुत्र का कारण जो पिता है, वह तर्क से पुत्र