संपादकीय

यह भी विडंबना और बंद सोच का नमूना है कि यदि प्रधानमंत्री मोदी की फिटनेस का वीडियो कुछ चैनलों पर प्रसारित होता है, ट्विटर पर देखा जा सकता है, तो दिन ढलते-ढलते रोजगार, किसानी, समर्थन मूल्य, जीएसटी, नोटबंदी, सांप्रदायिक दंगों तक के सवाल पूछे जाने लगते हैं। गोवा, मणिपुर, मेघालय की सरकारों के संदर्भ याद

संकरी पैमाइश की उच्च शिक्षा में गुणवत्ता तलाशने की हिमाचली कोशिश को जबरदस्त तरीके से समझने की जरूरत है। तकनीकी विश्वविद्यालय के कुलपति एसपी बंसल ने पद संभालते ही शिक्षा को सहेजने का संकल्प लेकर यह बता दिया कि पूरी तकनीकी शिक्षा के मानदंड किस स्थिति में हैं। बेशक पिछले एक दशक में राज्य ने

पर्यावरण संरक्षण की तमाम तहरीरों के बीच वन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर की केंद्रीय शहरी विकास मंत्री, हरदीप सिंह पुरी से मुलाकात भविष्य की पटरी पर परिवहन के विकल्प पाना चाहती है। हालांकि बातचीत की औपचारिकता में जिक्र एक सीमित क्षेत्र की महत्त्वाकांक्षा में दर्ज होता है, फिर भी किसी मंत्री ने स्काई बस व

आरएसएस की मानहानि के केस में कोर्ट ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर आरोप तय कर दिए हैं। धारा 499, 500 के तहत केस चलेगा। यदि आरोप साबित होते हैं, तो राहुल को दो साल जेल की सजा और जुर्माना दोनों ही झेलने पड़ सकते हैं। यदि ऐसी सजा होती है, तो राहुल गांधी छह

नए पर्यटन की खोज में राहें और मंजिलें बदल रही हैं, तो चिन्हित इरादों का दस्तूर पहली बार वास्तव में कुछ मुकाम हासिल करना चाहता है। हिमाचल का परिचय जिन चंद निगाहों या राहों पर टिका था, उससे हटकर नए पर्यटन की भूमिका में नौ सर्किट मुखातिब हैं। काफी हद तक पर्यटन को समझने की

बेशक अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उत्तरी कोरिया के सुप्रीम कमांडर किम जोंग उन की मुलाकात और बातचीत ऐतिहासिक है, क्योंकि विश्व मीडिया की आशंकाएं थीं कि दोनों नेताओं में से कोई भी ‘वाकआउट’ कर सकता है, लेकिन ऐसा नहीं हुआ, बल्कि दोनों ने समझौते के दस्तावेज पर हस्ताक्षर किए। ट्रंप-किम ने आपस में करीब

सिर्फ नक्सलवादी संगठन ही नहीं, बल्कि पाकिस्तान में हाफिज सईद का जमात-उद-दावा संगठन और कश्मीर का ‘आजादी गैंग’ भी प्रधानमंत्री मोदी की हत्या करना चाहते हैं। वे कामयाब हों या न हों, लेकिन वे साजिशें और रणनीति जरूर तैयार कर रहे हैं। इनके अलावा मोदी विरोधी गैंग भी विचार और सोच मोदी और भाजपा को

प्रदेश में परिवहन का बीड़ा उठा रहा निजी क्षेत्र अगर आहत है, तो इस दर्द का अंजाम आंदोलन नहीं होना चाहिए। घुमारवीं में प्रदेश के निजी बस आपरेटरों ने जो चिंताएं व चेतावनी प्रकट की है, उसका ताल्लुक हिमाचल और देश की नीतियों से है। निरंतर बढ़ती पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतें, अस्पष्ट परिवहन नियम तथा

नक्सली प्रधानमंत्री मोदी की हत्या की साजिश रच रहे हैं। उन्होंने राजीव गांधी हत्याकांड जैसी रणनीति पर विचार किया है। माओवादी नक्सली संगठनों की बुनियादी चिंता है कि मोदी 15 से अधिक राज्यों में भाजपा सरकार बनाने में कामयाब रहे हैं। यदि ऐसा ही चलता रहा, तो सभी मोर्चों पर पार्टी के लिए परेशानी खड़ी