संपादकीय

नक्सली प्रधानमंत्री मोदी की हत्या की साजिश रच रहे हैं। उन्होंने राजीव गांधी हत्याकांड जैसी रणनीति पर विचार किया है। माओवादी नक्सली संगठनों की बुनियादी चिंता है कि मोदी 15 से अधिक राज्यों में भाजपा सरकार बनाने में कामयाब रहे हैं। यदि ऐसा ही चलता रहा, तो सभी मोर्चों पर पार्टी के लिए परेशानी खड़ी

शिमला में जलसंकट भले ही सरकार के नियंत्रण में आ गया, लेकिन इस विषय की समीक्षा पर्वतीय शहरीकरण को संबोधित न करने की खामी बता रही है। हमने शिमला को केवल सत्ता के केंद्र या राजधानी के रुतबे में देखा है, जबकि इसकी मिलकीयत में देश का इतिहास व नागरिक शिष्टाचार समाहित रहा है। बेशक

कशमकश के दौर में शिक्षा प्रणाली की प्रासंगिकता का सवाल भले ही हल न हो, हिमाचल ने रूसा के बंद पिंजरे से सेमेस्टर की रूह आजाद कर दी। आइंदा वार्षिक परीक्षाओं के लिफाफे से फिर निकलेगा योग्यता का परचम और ऊंची छात्र सियासत के तमगे के नाम होगा यह परिवर्तन। हम यह नहीं कह सकते

पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने विविधता, सहिष्णुता और राष्ट्रवाद को भारत की आत्मा और ताकत करार दिया है। उन्होंने राष्ट्रवाद को परिभाषित किया और भारत के गौरवपूर्ण अतीत के इतिहास से उसकी व्यापकता का आकलन किया। भारत विविधताओं का देश है। जो भारत में आया, भारत का हो गया, मानो कोई नदी समंदर में समा

हिमाचल की मेडिकल शिक्षा के इतिहास में एक पन्ना और जोड़ते हुए जयराम सरकार ने विश्वविद्यालय की ताजपोशी कर दी। इस तरह एक और विश्वविद्यालय हमसे गुणात्मक सुधारों का वादा करता हुआ नेरचौक में अपना शिविर कायम कर रहा है। बेशक विश्वविद्यालय की स्थापना से अब हिमाचल की मेडिकल शिक्षा में गुणवत्ता मापने का दौर

कांग्रेस समर्थक एक छुटभैया नेता ने आरएसएस की तुलना हाफिज सईद के आतंकी संगठन और लश्कर-ए-तैयबा से की है। यानी कांग्रेस का परोक्ष रूप से एक बार फिर मानना है कि संघ एक आतंकी संगठन है। अलबत्ता प्रत्यक्ष तौर पर कहने में पार्टी हिचक रही है या यूं कहें कि कांग्रेस में यह दावा करने

7 जून, 2018 एक ऐतिहासिक तारीख साबित होगी। पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी आरएसएस मुख्यालय नागपुर में तृतीय वर्ष शिक्षा वर्ग के स्वयंसेवकों को संबोधित करेंगे और दीक्षांत समारोह के मुख्य अतिथि होंगे। उनके साथ सरसंघचालक मोहन भागवत मंच साझा करेंगे। आरएसएस और कांग्रेस विचार के दो विपरीत धु्रवों की तरह हैं। कांग्रेस संघ परिवार को

प्लास्टिक के नकारात्मक प्रभाव से अगर जनता को वाकिफ होना है, तो हिमाचल के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के निर्देश से सहमत होने का अर्थ भविष्य की रखवाली जैसा है। सुंदरनगर में पर्यावरण संरक्षण को रेखांकित करते मुख्यमंत्री ने तुरंत प्रभाव से राज्य में थर्मोकोल के प्लेट-गिलास पर प्रतिबंध लगाकर अपनी इच्छाशक्ति का परिचय दिया है

हम जिस तरह का हिमाचल बना रहे हैं, वहां केवल सियासी समारोह, शान और श्लाघा अपनी-अपनी जिरह और तरह का मंचन हो चुका है। मेलों से दशहरा समारोहों, खेलों से ग्रीष्म समारोहों तक अंदाज और सिर पर फहराती पगडि़यों का साथ स्वाभिमान की पताका की तरह, राजनीतिक चेहरों की विजय का हिसाब बन गया है।