संपादकीय

कब्र से निकला सच उतना ही भयावह है, जितना आतंक की गोली से मिली मौत का दर्द। इराक में अपहृत भारतीयों का दल मौत की सूली पर जिस प्रकार चढ़ा, उससे भी कहीं अधिक इंतजार की बेडि़यों ने कहर मचाया और घर पहुंचा सबसे खूंखार समाचार। विदेश में धन कमाने की अर्थियां जब निकलीं, तो

इराक के मोसुल शहर के करीब 39 भारतीय मजदूरों को मार दिया गया। आईएसआईएस आतंकी संगठन और सरगना बगदादी की इस दरिंदगी की पुष्टि अब हुई है, लिहाजा विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने संसद को अभी बताया है। इसे संसद और देश को गुमराह और भ्रमित करने की कोशिश नहीं कहा जा सकता। यह कोई

लोकसभा में विपक्ष के हंगामे के कारण अविश्वास प्रस्ताव पेश नहीं किया जा सका। यदि स्पीकर सुमित्रा महाजन ने इसे अनुमति दी, तो उसे कभी भी पेश किया और बहस की जा सकती है। हम उन राष्ट्रीय और संसदीय कारणों को गिना चुके हैं, जिनके मद्देनजर लोकसभा में सरकार के खिलाफ  अविश्वास प्रस्ताव लाया जा

कांग्रेस अध्यक्ष के तौर पर अपने पहले संबोधन में राहुल गांधी ने ऐसी आक्रामकता दिखाई, प्रधानमंत्री मोदी और आरएसएस पर निजी प्रहार किए कि पार्टी के छुटभैये प्रवक्ता अभी से लोकसभा  में 272 सीटों, यानी बहुमत का दावा करने लगे हैं। बेशक आज राहुल गांधी के संबोधन और आह्वान में एक नयापन था, कांग्रेस नेताओं

अपनी सियासी समीक्षा से हटकर बजट की पड़ताल में अगर विधायक नए विचार-नए विकल्प खोज रहे हैं, तो बहस की जहमत उठाने का अर्थ सार्थक हो सकता है। हिमाचल विधानसभा के कुछ सदस्यों ने प्रदेश की कठिनाइयों के बीच नई दिशा दिखाई, तो ऐसे विचारों की संगत में सियासी मतभेद शांत होने चाहिएं। विधायक प्रकाश

भविष्य न तो पहेली बनकर खामोश रहेगा और न ही उलझन को तसदीक करेगा, इसलिए हिमाचल विधानसभा की निगाहें बहुत कुछ ढूंढ रही हैं और जब चर्चा में बहस के फासले कम होते हैं, तो प्रदेश को आगे ले जाने की राह मिलती है। सदन में हमीरपुर के विधायक नरेंद्र ठाकुर जो कह गए और

चुनावी समीकरण साफ  होते जा रहे हैं। 2019 के चुनाव प्रधानमंत्री मोदी बनाम मोदी-विरोधी मोर्चे के बीच होंगे। अब उस मोर्चे का आकार क्या होगा? उसका नेतृत्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी करेंगे या यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी अथवा ममता बनर्जी, नवीन पटनायक, चंद्रबाबू नायडू सरीखे नेताओं में से कोई करेगा, फिलहाल यह तय होना शेष

केंद्रीय सत्ता से आशा का प्रतीक बनकर स्थापित हुए जगत प्रकाश नड्डा की राज्यसभा में दूसरी पारी, सीधे हिमाचली सेतु पर सवार होते नए कारवां सरीखी है। राजनीति फिलहाल सरलता से केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा का आरोहण कर रही है, तो इस चुंबक से चिपके यथार्थ को भी समझना होगा। क्या हिमाचल का

प्रधानमंत्री मोदी और उनकी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की तैयारी और कोशिश की गई है। आंध्रप्रदेश की वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के सुब्बा रेड्डी ने यह नोटिस दिया है। इस पार्टी के नेता जगनमोहन रेड्डी पर करोड़ों के भ्रष्टाचार के मामले चल रहे हैं। बुनियादी तौर पर यह गांधी परिवार की कांग्रेस का ही