हिमाचल फोरम

ऊना—ग्र्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री वीरेंद्र कंवर ने केंद्र सरकार के अंतरिम बजट की जमकर सराहना की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद करते हुए वीरेंद्र कंवर ने कहा कि यह ‘सबका साथ-सबका विकास’ के मूलमंत्र को चरितार्थ करते हुए देश को गरीबी मुक्त बनाने की राह पर ले जाने में मील का पत्थर

केंद्र सरकार द्वारा जारी किए गए बजट पर सोलन वासियों की मिलीजुली प्रतिक्रिया मिल रही है। व्यापारी वर्ग, वेतनभोगियों को तो बजट रास आ रहा है, लेकिन किसान वर्ग केंद्र सरकार के लोलीपॉप से खुश नहीं है। कई लोगों ने तो इसे किसानों के साथ क्रुर मजाक करार दिया। वहीं कई लोगों का कहना है

कुल्लू। खाद्य वस्तुओं की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए खाद्य आपूर्ति विभाग के अधिकारियों ने कुल्लू जिला के विभिन्न गोदामों और राशन डिपुओं से चावल, गेहूं और चीनी के नमूने एकत्रित किए हैं। जिला खाद्य आपूर्ति नियंत्रक पुरुषोत्तम सिंह ने बताया कि ये सैंपल बंजार, सिधवां, मौहल, अपर ढालपुर, लोरन, कोलीबेहड़, डोभी, रायसन,  दुआड़ा और

जाम तो हर शहर की समस्या बन ही चुका है, लेकिन अब यह जाम लोगों की जान पर भी भारी पड़ रहा है। डबरोग के वार्ड नंबर-सात के रहने वाले विशंबर की मौत के बाद अब स्थानीय जनता ने प्रशासन की अनदेखी और छोटे शहरों की तंग सड़कों पर गायब रहने वाली ट्रैफिक पुलिस से

भराड़ी—हिमाचल प्रदेश में बाहरी राज्यों से यहां रह रहे फेरी वाले अच्छी खासी कमाई कर अपने परिवार का पालन-पोषण कर रहे हैं। भराड़ी क्षेत्र में बिहार, नेपाल, उत्तर प्रदेश व यूपी सहित अन्य राज्यों के फेरी वाले दुकानें व गांव-गांव घूमकर कमाई कर रहे हैं।  फेरी वालों का कहना है कि हिमाचल प्रदेश कारोबार करने

शाहतलाई—धार्मिक स्थल शाहतलाई में काफी लंबे अरसे से फेरी लगा कर दर्जनों लोग कारोबार के धंधे में जुटे हुए हैं। हिमाचल के गांव-गांव जाकर अपना धंधा चलाने में बाहरी राज्य के फेरीवाले बड़ी कार्यकुशलता से अपने कारोबार से अच्छी आजीविका कमाकर अपने परिवार का पालन पोषण कर रहे हैं। फेरी वालों का कहना है कि

सराज विधानसभा क्षेत्र के जंजैहली, संगलवाडा, रैलचौक, कुथाह, जरोल, थुनाग, लंबाथाच, बागाचनोगी, भाटकीधार, चिउणी, बगस्याड़, ओडीधार इत्यादि क्षेत्रों में लावारिस छोड़े गए पशु किसानों व बागबानों की फसलों को चट कर रहे हैं। इससे किसानों की मेहनत पर पानी फिर रहा है। आवारा पशुओं से निजात को जब लोगों के विचार जाने तो उन्होंनेा कुछ

हिमाचल में सामान बेचने का लुत्फ ही कुछ और है। यहां के लोग जितने जागरूक हंै, उतने ही मिलनसार। यह कहना है बाहर से आकर यहां फेरी लगाने वालों का। प्रदेश के अग्रणी मीडिया गु्रप ‘दिव्य हिमाचल ने ’ ‘हम फेरी वाले’ नाम से नई सीरीज शुरू की है । प्रस्तुत है पहला भाग  500

कुत्ते पालतू हों तो मालिक को काटते हैं, अगर आवारा हों तो राहगीरों को शिकार बनाते हैं। खैर आजकल सुंदरनगर क्षेत्र में आवारा कुत्तों के आतंक से हर कोई सहम उठा है। दिव्य हिमाचल ने जब लोगों का दर्द जाना तो वास्तविका यह नजर आई कि प्रशासन के कान पर कभी जूं तक नहीं रेंगती