हिमाचल फोरम

फेस्टिवल सीजन शुरू होते ही जिला सोलन के बाजारों में खासी रौनक बढ़ गई है। ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए व्यापारियांे ने जहां विशेष छूट का ऑफर रखा है, वहीं एक के साथ एक फ्री व अन्य आकर्षक स्कीम भी लागू की गई है। श्राद्ध मंे करीब 15 दिनों तक छाई मंदी के बादल

ऊना -प्रदेशभर में त्यौहारी सीजन शुरू है, बाजार भी सज गए हैं। बाजार में नए-नए आकर्षक उत्पाद भी पहंुच गए हैं, लेकिन फिर भी ऊना के बाजारों से रौनक गायब है। व्यापारी वर्ग ग्राहकों के इंतजार में बैठे हैं, लेकिन ऑनलाइन शॉपिंग के कारण ग्राहक बाजार तक पहंुच ही नहीं रहे। व्यापारी वर्ग बाजारों में

बिनवा की बाढ़ से चाय नगरी के प्रमुख पर्यटक स्थल सौरभ वन विहार तबाह हो गया है। वन विहार के अंदर बनी झील ने खड्ड का रूप धारण कर लिया । अब इस स्थल को वहीं आबाद करने  या किसी नए स्थान पर शिफ्ट करने की चर्चाएं जन्म ले रही हैं ।   इसी कड़ी में

बेरोजगारी...ऐसा दौर जिससे कोई गुजरना नहीं चाहता। और जो गुजरता है, वह छटपटाता है। तड़पता है। इसी छटपटाहट में कई बार ऐसे कदम उठा लेता है, जो आत्मघाती होते हैं। मंडी के पढे़-लिखे युवाओं ने मौत को इसी बेरोजगारी के जंजाल से बाहर न निकल पाने के कारण गले लगा लिया। पर क्या इस झंझावात

बेरोजगारी…ऐसा दौर जिससे कोई गुजरना नहीं चाहता। और जो गुजरता है, वह छटपटाता है। तड़पता है। इसी छटपटाहट में कई बार ऐसे कदम उठा लेता है, जो आत्मघाती होते हैं। मंडी के पढे़-लिखे युवाओं ने मौत को इसी बेरोजगारी के जंजाल से बाहर न निकल पाने के कारण गले लगा लिया। पर क्या इस झंझावात

बेरोजगारी…ऐसा दौर जिससे कोई गुजरना नहीं चाहता। और जो गुजरता है, वह छटपटाता है। तड़पता है। इसी छटपटाहट में कई बार ऐसे कदम उठा लेता है, जो आत्मघाती होते हैं। मंडी के पढे़-लिखे युवाओं ने मौत को इसी बेरोजगारी के जंजाल से बाहर न निकल पाने के कारण गले लगा लिया। पर क्या इस झंझावात

14 सितंबर को हिंदी दिवस देश भर सहित प्रदेश में भी मनाया जाएगा, लेकिन सिर्फ एक दिन हिंदी दिवस मनाने से राजभाषा अपना खोया हुआ स्थान प्र्राप्त कर सकेगी। इस बात को लेकर ‘दिव्य हिमाचल’ ने सोलन में लोगों की नब्ज टटोली, तो यूं निकले उनके जज्बात       हिंदी का इतिहास प्राचीन बीएस आचार्य ने कहा

14 सितंबर को हिंदी दिवस देश भर सहित प्रदेश में भी मनाया जाएगा, लेकिन सिर्फ एक दिन हिंदी दिवस मनाने से राजभाषा अपना खोया हुआ स्थान प्र्राप्त कर सकेगी। इस बात को लेकर ‘दिव्य हिमाचल’ ने लोगों की नब्ज टटोली, तो यूं निकले उनके जज्बात       एकेकालिय दौलतपुर चौक हिंदी लिखना भी नहीं आती राजकीय वरिष्ठ

14 सितंबर को हिंदी दिवस देश भर सहित प्रदेश में भी मनाया जाएगा, लेकिन सिर्फ एक दिन हिंदी दिवस मनाने से राजभाषा अपना खोया हुआ स्थान प्र्राप्त कर सकेगी। इस बात को लेकर ‘दिव्य हिमाचल’ ने जिला मुख्यालय शिमला में लोगों की नब्ज टटोली, तो यूं निकले उनके जज्बात     अंग्रेजी बोलने वाले बुद्धिमान थियेटर कलाकार