कर्मचारी

मंडी। हिमाचल प्रदेश स्कूल मिड डे मील वर्कर यूनियन ने सीटू के बैनर तले अपनी मांगों को लेकर सेरी मंच पर धरना प्रदर्शन किया और मंडी संसदीय क्षेत्र की सांसद प्रतिभा सिंह को उनके कार्यालय मंडी के माध्यम से ज्ञापन प्रेषित किया। ज्ञापन के माध्यम से मिड-डे मील यूनियन ने मांग की है कि...

प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद भी एनएचएम कर्मचारियों का नियमितिकरण के लिए पॉलिसी बनाने को लेकर संघर्ष जारी है। एनएचएम में अनुबंध पर तैनात करीब 2400 कर्मचारी पिछली सरकार में भी नियमितिकरण के लिए पॉलिसी बनाने के लिए संघर्ष करते हैं और अब नई सरकार बनने के बाद भी इनका...

बिलासपुर। प्रदेश का कर्मचारी, युवा, पेंशनर मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू को हर मोर्चे पर सहयोग करेंगे। कर्मचारी और पेंशनर करीब छह माह तक सरकार के समक्ष कोई मांग नहीं रखेंगे। यह बात बिलासपुर में आयोजित प्रेसवार्ता...

करुणामूलक संघ ने सरकार से पहली कैबिनेट में उनका भविष्य तय करने की बात कही है। इस मांग को लेकर प्रदेश भर के करुणामूलक अब धर्मशाला का रुख करने वाले हैं। वे यहां मुख्यमंत्री से मुलाकात कर अपनी मांगों के बारे ...

स्टाफ रिपोर्टर — शिमला शिक्षा विभाग में चुनाव से पहले जिस भी अधिकारी या कर्मचारी के ट्रांसफर या एडजस्टमेंट ऑर्डर जारी हुए हैं, उन पर प्रदेश सरकार ने रोक लगा दी है। प्रदेश सरकार ने विभाग को इन आदेशों का सख्ती से पालन करने को कहा है। शिक्षा विभाग की ओर से जारी किए गए

हिमाचल राजकीय अध्यापक संघ का एक शिष्टमंडल प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र चौहान की अध्यक्षता में मुख्यमंत्री व उपमुख्यमंत्री सहित अन्य अधिकारियों ...

चेहरे बदलने की परंपरा खत्म कर लोकतांत्रिक तरीके से इलेक्शन की पैरवी विशेष संवाददाता — शिमला अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ में लोकतांत्रिक तरीके से महासंघ का गठन करने या सरकार के करीबियों को सत्ता देने के बीच मची छटपटाहट में तीसरे दल की एंट्री हो गई है। लोकतांत्रिक तरीके से चुनाव की पैरवी करने वाले संगठन

स्टाफ रिपोर्टर — शिमला प्रदेश के स्कूलों में तैनात किए गए मल्टी टास्क वर्कर को पिछले चार माह से मानदेय नहीं मिल पाया है। इस कारण स्कूलों में तैनात किए गए इन मल्टी टास्क वर्कर को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इन मल्टी टास्क वर्करों की भर्ती स्कूलों में भाजपा सरकार के समय

एचआरटीसी से रिटायर हुए 2500 कर्मचारियों की अभी तक पे-फिक्सेशन नहीं हुई है, जिसके कारण इन्हें अभी तक नए वेतनमान का लाभ नहीं मिल पाया है। एचआरटीसी से वर्ष 2016 के बाद रिटायर हुए कर्मचारियों को भी ...