विचार

विश्व जल दिवस 22 मार्च को मनाया जाता है। विश्व के सभी विकसित देशों में स्वच्छ एवं सुरक्षित जल की उपलब्धता सुनिश्चित करवाने और जल संरक्षण के महत्व पर भी ध्यान केंद्रित करते हुए, साल 1992 में ब्राजील में रियो डी जेनेरियो में पर्यावरण तथा विका

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और शराब घोटाले की नियति शायद यही थी। केजरीवाल प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के 9 समन्स को लगातार ‘अवैध’ करार देते रहे और कभी पेश नहीं हुए। यह करके केजरीवाल ने संविधान और कानून को भी ठेंगा दिखाया। दिल्ली उच्च न्यायालय के जरिए उन्होंने 2 माह का संरक्षण मांगा, ताकि वह आम चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) के लिए प्रचार कर सकें। इस अवधि के दौरान उन्हें गिरफ्तार न किया जाए, लेकिन ईडी की पटकथा में ‘क्लाईमेक्स’ तब आया, जब न्यायाधी

इस पूरे प्रकरण में सर्वाधिक आश्चर्य यह है कि राजनीतिक दल एक-दूसरे पर कीचड़ उछाल रहे हैं। सभी एक-दूसरे को भ्रष्टाचार का आरोपी बता रहे हैं, जबकि सुप्रीम कोर्ट के आदेश से पहले किसी ने चंदा लेने की पारदर्शिता की नीति पर अमल तक करने की जरूरत न

जिस लाहौर सेंट्रल जेल में भगत सिंह, राजगुरू, सुखदेव को फांसी दी गई थी, वह पूरी तरह ज़मींदोज़ हो चुकी है। उसके सामने एक मस्जिद का निर्माण हो चुका है। भगत सिंह की शहादत की धरोहर को भावी पीढिय़ों के लिए संरक्षित कर उसे संग्रहालय का रूप देने की ओर पाकिस्तान

राम मनोहर लोहिया ने बहुत अरसा पहले यह प्रस्ताव रखा था। इसके बाद यदि मुसलमानों को लगे कि उनकी पाकिस्तानी और बांग्लादेशी नागरिकता के कोई मायने नहीं बचे हैं तो फिर वे स्वयं एकीकृत भारत की मांग उठाएं। तभी उन्हें नागरिकता मिलेगी...

भारत तीसरा सबसे अधिक प्रदूषित देश है, जिसकी राजधानी दिल्ली दुनिया की सबसे अधिक प्रदूषित राजधानी है। भारत की करीब 96 फीसदी आबादी जहरीली हवा में जीने को विवश है। प्रदूषण के लिए जिम्मेदार सूक्ष्मतम कण पीएम 2.5 होना चाहिए, लेकिन दिल्ली का पीएम 92.7 है। बांग्लादेश की राजधानी ढाका पीएम 80.2 के साथ दूसरे स्थान पर है। भारत के 7800 शहरों में से मात्र 9 फीसदी ही ऐसे हैं, जो मानकों पर खरे उतरते हैं। सिर्फ यही नहीं, सबसे प्रदूषित 50 शहरों में से 42 शहर भारत के हैं। प्रदू

निंदक पास में ही था, बोला-‘क्या लिखने लगे हो शर्मा जी। थोड़ा सा स्तर बनाओ। चार दशक की लेखन यात्रा को कुएं में क्यों डाल रहे हो? कुछ करो मेरे भाई, जमकर और सोचकर लिखो। वसंत बीता नहीं कि तुमने होली वाला लिफाफा निकाल लिया। होली पर लिखना और छपवाना बीते जमाने की बात है। कुछ धांसू, उल्लेखनीय और नया लिखो।’ मैं बोला-‘रे निंदक मैंने आंगन तुम्हारी कुटिया बनाकर क्या आफत मोल ली है। तुम क्या जानो छपने के गुर, मुझसे अधिक और कोई नहीं जानता। होली पर मैं चालीस वर्षों से लिख रहा हूं। मैंने चालीस वर्षों में चार सौ होली रचनाएं लिखी हैं। हर होली पर इनमें से बीस प्रतिशत रचना

21 मार्च को अंतरराष्ट्रीय वन दिवस मनाया गया। दुनिया भर में इस उपलक्ष्य में प्रोग्राम आयोजित किए गए। संयुक्त राष्ट्र महासभा ने वनों की सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से 28 नवंबर 2012 को हर वर्ष 21 मार्च को अंतरराष्ट्रीय वन दिवस के रूप में मनाने के लिए एक प्रस्ताव पा

कांग्रेस के अपने ही सवाल पीछा नहीं छोड़ रहे, तो पार्टी चुनावी प्रश्रों पर अपना मत कैसे जुटाएगी। यहां कांग्रेस की जीती हुई सीटें क्यों निराश हुईं, सियासत ने तो बंद दरवाजों को हंसते देखा है। आश्चर्य है कि छह घंटियों के शोर से भी कांग्रेस के कान नहीं खुले, तो अब नया शोर कान फाडऩे पर उतारू है। सियासत के अपने दुर्ग और वीरभद्र की विरासत की प्रतीक मानी गईं प्रतिभा सिंह जो कह रही हैं, उसे प्रदेश तो सुन रहा है- कांग्रेस सुने या न सुने। पिछली संसद में जब प्रतिभा सिंह सांसद बनीं, तो कां