वैचारिक लेख

अशोक गौतम ashokgautam001@Ugmail.com प्याज मांग कर प्लीज जलील न हों! अपने तमाम पड़ोसियों को यह सूचित करते हुए मुझे अपने मरने से भी अधिक दुख हो रहा है कि मैंने जो चार महीने पहले सस्ता होने के चलते जो पांच किलो प्याज खरीदा था, वह अब खत्म हो गया है। इसलिए अपने तमाम छोटे-बड़े पड़ोसियों

प्रो. प्रेम कुमार धूमल पूर्व मुख्यमंत्री, हि. प्र. कुछ दिनों से नागरिकता कानून में किए गए संशोधन के बाद लगातार यह मुद्दा केवल बहस का मुद्दा न रह कर बहुत विवादित मुद्दा बन गया है। देश का राजनीतिक वायुमंडल दुर्भाग्यवश इतना प्रदूषित हो गया है कि राष्ट्रहित में उठाए गए कदमों को भी दलगत और

भरत झुनझुनवाला आर्थिक विश्लेषक   हाल में प्रॉपर्टी क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए अटके हुए प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाने के लिए सरकार ने 10,000 करोड़ रुपए के ऋण बिल्डरों को देने का ऐलान किया है। निर्यातकों के लिए भी इसी प्रकार की योजनाएं बनाई गई हैं। इन सब योजनाओं के बावजूद हमारी आर्थिक विकास

अजय पाराशर लेखक, धर्मशाला से हैं पंडित जॉन अली उस वक्त चुनाव जीत कर सदन में पहुंचे थे, जब उनके विरुद्ध लड़ने वाला कोई मजबूत योद्धा न था। विरोधी दल ने मध्यावधि चुनाव को देखते हुए अपने उस पुराने लड़ाके को मैदान में नहीं उतारा, जिसे पिछली बार सरकार में अहम ओहदा तो मिला था,

सुखदेव सिंह लेखक, नूरपुर से हैं सरकारी कर्मचारियों को जो समय जनता के प्रति अपनी जिम्मेदारियां निभाने के लिए मिला हुआ है, ठीक अब वे पुरानी पेंशन की बहाली को लेकर संघर्ष करने में व्यतीत करते जा रहे हैं। ऐसे में जनता के प्रति अपनी जिम्मेदारियां कौन निभाए, यह भी सवाल बना हुआ है। सांसद

कर्म सिंह ठाकुर लेखक, सुंदरनगर से हैं हवाई अड्डे के निर्माण के लिए जिला हमीरपुर के जाहू नामक स्थल की चर्चाएं भी खूब सुर्खियों में रहीं, लेकिन आखिरकार मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा केंद्रीय सत्ता को विश्वास में लेकर मंडी जिला के बल्ह नामक स्थल पर इसके निर्माण के लिए राजी कर ही दिया… काफी लंबे

कुलभूषण उपमन्यु अध्यक्ष, हिमालय नीति अभियान काफी समय से चर्चित राष्ट्रीय वन नीति का प्रारूप 21 नवंबर 2019 को विभिन्न मंत्रालयों की बैठक में स्वीकृत हो गया है। इसे वन नीति 2018 कहा जाएगा। वन हमारे देश में एक ऐसा संसाधन रहा है जिसके बारे में अलग-अलग समय पर अलग तरह की सोच रही है। 

डा. जयंतीलाल भंडारी विख्यात अर्थशास्त्री पिछले वर्ष 2018 में भारतीय प्रवासी भारत के विदेशी मुद्रा कोष को मजबूती देते हुए दिखाई दिए वहीं वर्ष 2019 में भी भारतीय प्रवासियों ने भारत के विदेशी मुद्रा कोष को रिकार्ड स्तर पर पहुंचाने में महत्त्वपूर्ण योगदान दिया। 13 दिसंबर को भारत का विदेशी मुद्रा कोष 453 अरब डालर

प्रताप सिंह पटियाल लेखक, बिलासपुर से हैं वीरभूमि हिमाचल जिसकी धरा ने देश के सैन्य क्षेत्र में अनेक शूरवीर रणवांकुरे दिए जिन्होंने मातृभूमि की रक्षा में जान दांव पर लगाकर अपने पराक्रम की कई मिसालें पेश करके अपनी शौर्यगाथाओं से सैन्य इतिहास के कई सुनहरे पन्ने भर दिए। 3 दिसंबर 1971 को पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान