ऊना— पुलिस ने गश्त व नाकाबंदी के दौरान यातायात नियमों की अवहेलना करने पर 45 वाहनों के चालान काटे हैं। इनमें से 38 वाहन चालकों से मौके पर ही 5500 रुपए जुर्माना वसूला गया। एसपी अनुपम शर्मा ने बताया कि मोटर वाहन अधिनियम के तहत 23 चालान बिना हेलमेट लगाए दोपहिया वाहन चलाने पर, छह

[youtube]https://youtu.be/xfwjmUrAQrY[/youtube] जखेड़ा स्कूल में अध्यापक पर छात्रा के साथ छेड़छाड़ मामले में अध्यापक के पक्ष में आए अभिभावक  

दिल्ली – खराब खाने के मामले में दिल्ली हाई कोर्ट ने पैरामिलिट्री फोर्सेज और गृह मंत्रालय को दी नोटिस

ऊना के गाब झोडी बॉल मे आग से पशुशाला राख दो भैंसे जिन्दा जली 2 लाख का नुकशान

वीरभद्र बोले, दुखद घटना से उबरने में लगेगा समय; प्रभावितों का दर्द बांटने जल्द आऊंगा शिमला —  राज्य सरकार शिमला जिला की रोहड़ू तहसील के गांव तांगणू (बैनवाड़ी) के सभी प्रभावित परिवारों के पुनर्वास के लिए हर संभव सहायता प्रदान करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि वह निजी तौर पर राहत कार्यों की निगरानी कर रहे

हिमाचल में अभी नहीं हुआ है वेतनमान का संशोधन, सालाना पड़ेगा 100 करोड़ का अतिरिक्त बोझ शिमला —  हिमाचल प्रदेश सरकार ने अपने लगभग अढ़ाई लाख कर्मचारियों को जुलाई, 2016 से महंगाई भत्ते की किस्त जारी कर दी है। इसकी अधिसूचना भी वित्त विभाग ने निकाल दी है, परंतु इस महंगाई भत्ते से प्रदेश के

 टांडा सुपर स्पेशियलिटी हास्पिटल में न विशेषज्ञ और न ही बाकी स्टाफ टीएमसी –  टांडा मेडिकल कालेज एवं अस्पताल स्थित सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के मौजूदा हालात को देखकर सवाल उठने लगे हैं कि सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल क्या ऐसे होते हैं। नाम सुनकर तो इलाज करवाने पहुंच जाते हैं, लेकिन अंदर सुविधाएं कई सवालिया निशान लगाती

भू-गर्भीय हलचल से नालनीवासी अचंभित, मौके पर जमा हुई भीड़ सुंदरनगर —  सुंदरनगर उपमंडल के तहत आने वाली ग्राम पंचायत मलोह के नालनी गांव में सड़क के साथ लगती पहाडि़यों से रहस्यमयी तरीके से धुआं निकल रहा है। पहाड़ी के अंदर बनी छोटी गुफा में पत्थर पिघलने के साथ गर्म हवा निकल रही है। पिछले

शिमला —  जांगी-थोपन-पोवारी परियोजना को आवेदन करने की सोमवार को आखिरी तारीख थी। सूत्रों के अनुसार अब तक किसी एक भी केंद्रीय उपक्रम ने इस परियोजना के लिए आवेदन नहीं किया है। हैरानी की बात है कि एक भी सार्वजनिक उपक्रम इसके लिए तैयार नहीं हो रहा है, जिससे अब प्रदेश सरकार के सामने परेशानी

सुरक्षा के लिहाज से संवेदनशील क्षेत्र को शामिल करने की नहीं मिली परमिशन शिमला— बहुचर्चित वाटर हाइवेज की फेहरिस्त में रामसर साइट घोषित पौंग शामिल नहीं हो सका है। बताया जाता है कि सुरक्षा कारणों से इस संवेदनशील क्षेत्र को शामिल करने की अनुमति ही नहीं मिल सकी है। जबकि परिवहन विभाग की तरफ से