क्यों हांफते हैं लोग

By: Feb 20th, 2021 12:16 am

तेजी से सांस लेने को हाइपरवेंटिलेशन भी कहा जाता है। व्यक्ति को हार्ट फेलियोर, फेफड़ों में संक्रमण, दम घुटने आदि के दौरान हांफने जैसे लक्षणों का सामना करना पड़ता है। ये कोई बीमारी नहीं है, लेकिन ये किसी गंभीर बीमारी का लक्षण हो सकता है…
जो व्यक्ति १ मिनट में सामान्य से अधिक बार सांस लेता है, तो उस स्थिति को हांफना कहते हैं। तेजी से सांस लेने को हाइपरवेन्टिलेशन भी कहा जाता है। व्यक्ति को हार्ट फेलियोर, फेफड़ों में संक्रमण, दम घुटने आदि के दौरान हांफने जैसे लक्षणों का सामना करना पड़ता है। ये कोई बीमारी नहीं हैं, लेकिन ये किसी गंभीर बीमारी का लक्षण हो सकता है। ऐसे में कमजोरी, चक्कर आना, बेहोशी आदि जैसे लक्षण भी हांफने के दौरान नजर आते हैं। आज हम आपको इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि हांफने के पीछे क्या कारण छिपे होते हैं। साथ ही हम जानेंगे कि इसके लक्षण और बचाव क्या हैं?
हांफने के कारणः
सीओपीडी (क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज)- एक आम फेफड़ों की बीमारी है, जिसमें ब्रोंकाइटिस में सांस की नली में सूजन और एंफिसेमा में फेफड़ों में मौजूद छोटी हवाओं की थैली का नष्ट हो जाना, जैसी समस्या शामिल है।
अस्थमा- जब कोई जल्दी सांस लेता है, तो यह अस्थमा के अटैक के लक्षण भी हो सकते हैं। बता दें कि जब सांस नली में सूजन आ जाती है, तो सांस लेने की समस्या पैदा हो जाती है।
निर्जलीकरण यानी शरीर में पानी की कमी- शरीर में पानी की कमी से सांस लेने के तरीके में भी बदलाव आता है। क्योंकि बिना पानी के शरीर की कोशिकाओं को पर्याप्त ऊर्जा नहीं मिल पाती। ऐसे में लोग निर्जलीकरण की समस्या के शिकार हो जाते हैं और जल्दी-जल्दी हांफते हैं।
खून के थक्के के कारण- बता दें कि जब पल्मोनरी एंबोलिज्म की परेशानी शरीर में होती है, तो फेफड़ों में खून का थक्का जमने लगता है, जिसके कारण छाती में दर्द, दिल का तेजी से धड़कना, सांस लेने में तकलीफ की शिकायत होती है।
पैनिक अटैक- बता दें कि डर और चिंता के चलते शारीरिक प्रक्रिया की समस्या पैदा हो जाती है, जिसके कारण व्यक्ति चिंता, विकार के लक्षणों का सामना करता है। इन लक्षणों में हांफना भी शामिल है।
डायबिटिक कीटोएसिडोसिस- बता दें कि यह बेहद गंभीर समस्या होती है। जब शरीर पर्याप्त इंसुलिन नहीं बना पाता, जिसके कारण शरीर में केटोंस नामक एसिड का निर्माण होता है और व्यक्ति हांफना शुरू कर देता है।
हांफने के लक्षण- बता दें कि हांफने के दौरान निम्न लक्षण नजर आते हैं जो इस प्रकार हैं।
गले में जलन और फेफड़ों में जलन महसूस करना।
आंखों में पानी आ जाना
चक्कर आना या बेहोशी महसूस करना
सांस लेते वक्त आवाज निकलना
दिल की गति का तेज हो जाना
शरीर के तापमान में बदलाव महसूस करना।
स्थिति कब गंभीर होती है- जब निम्न लक्षण नजर आएं, तो समझ जाइए कि स्थिति गंभीर हो गई है.
छाती में तेजी से दर्द होना।
बुखार हो जाना।
सांस लेने के दौरान छाती का अंदर जाना।
मसूड़ों का रंग नीला पड़ जाना।
त्वचा, नाखून होठों के रंग में बदलाव।
लगातार तेजी से सांस लेना।
अगर व्यायाम और एक्सप्रेस करने के बाद लगातार व्यक्ति १० मिनट तक सांस लेता रहे या सांस को लेकर समस्या नजर आए, तो तुरंत डाक्टर को दिखाएं।
इससे बचने के लिए अनुलोम-विलोम, कपालभाति और सरल प्राणायाम करें।


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