पालमपुर — देश की रक्षा की खातिर अपने प्राणों की आहुति देने वाले वीर भूमि पालमपुर के जांबाज योद्धा और अशोक चक्र विजेता मेजर सुधीर वालिया की 51वीं पुण्यतिथि मनाई गई। सुधीर बलिया का जन्म 24 मई 1971 को हुआ था। पुण्यतिथि के अवसर पर उनके परिजनों ने पालमपुर में स्थापित सुधीर वालिया ...

लखनऊ — ब्लैक फंगस, वाइट फंगस के बाद अब देश में यलो फंगस का पहला मामला मिला है। यलो फंगस का मरीज मिलने के बाद डाक्टरों की चिंता बढ़ गई है। यह वायरस मरीज के लिए जानलेवा हो सकता है। यलो फंगस का पहला मरीज उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में मिला है। ईएनटी सर्जन डा. बीपी सिंह ने बताया कि गाजियाबाद का जो मरीज उनके पास आया वह संजय नगर का रहने वाला था।उसमें नंजल एंडोस्कोपी के बाद यलो फंगस का पता चला। उन्होंने बताया कि यह फंगस इंसान में पहली बार पता चला है। डाक्टर बीपी सिंह ने बताया कि अभी तक यह यलो फंगस छिपकली जैसे रेपटाइल्स में होता था। यह जिस रेपटाइल को होता है वह जिंदा नहीं बचता। इसलिए यह जानलेवा माना जाता है, लेकिन पहली बार यह इनसान में मिला है। डॉक्टर ने बताया कि यह म्युकस सेप्टिकस होता है। इनसान के शरीर में घाव बनाता है। इसे हीलिंग होने में समय लगता है। सेप्टीसीमिया पैदा कर सकता है। यहां तक कि सारे ऑर्गन डैमेज कर सकता है। यलो फंगस के लक्षण: - नाक का बंद होना। - शरीर के अंगों का सुन्न होना। - शरीर में टूटन होना और दर्द होना। - कोरोना से ज्यादा शरीर में वीकनेस होना। - हार्ट रेट का बढ़ जाना। - शरीर में घावों से मवाद बहना।