किशन बुशैहरी

हिमाचल प्रदेश के भविष्य के प्रति चिंताग्रस्त प्रशिक्षु छात्रों एवं अभिभावकों के प्रतिनिधिमंडल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर व भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा से इस संदर्भ में विभिन्न संगठनों व मंचों के माध्यम से इस समस्या को लेकर अपना पक्ष रख रहे हैं। इन प्रमुख नेताओं

राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता व प्रतिशोध की भावना से ग्रस्त होकर वे एक-दूसरे को ही प्रताडि़त करते हैं। सत्ता परिवर्तन के साथ गिरगिटों की तरह रंग बदलना ही प्रदेश के अधिकांश कर्मचारी संगठनों के नेतृत्व का मूल उद्देश्य बन चुका है, जो कि प्रदेश के लाखों कर्मचारियों के हितों के साथ खिलवाड़ है… वर्तमान प्रदेश सरकार द्वारा

ऐसी विषम परिस्थिति में मानवता को सुरक्षित रखने में नर्सों व अन्य स्वास्थ्य कर्मियों का अद्वितीय योगदान प्रत्येक देशवासी के लिए अमूल्य है। नर्स का कार्य आवश्यक सेवा श्रेणी में आता है, जिस कारण प्रत्येक आपातकालीन स्थिति में इन्हें अपनी सेवा में उपस्थित रहना पड़ता है। देश व प्रदेश की नर्सों को नर्सिज दिवस की

पंचायत प्रतिनिधियों का पंचायत में जातिगत एवं वर्गगत संख्या के आधार पर चयनित होना प्रदेश की पंचायतों के संतुलित व समग्र विकास की दिशा में सबसे प्रमुख अवरोध है। वर्तमान घटनाक्रमों से यह तथ्य प्रकट होता है कि मतदाता अपने क्षेत्र में स्वस्थ एवं सुदृढ़ लोकतांत्रिक व्यवस्था को स्थापित करने के प्रति उदासीन हैं… नववर्ष

किशन बुशैहरी लेखक नेरचौक से हैं कांगड़ा जिला के आलमपुर में एक शिक्षित विवाहित युवती की पारिवारिक सदस्यों द्वारा जघन्य हत्या तथा शिमला जिला के चर्चित गुडि़या बलात्कार एवं हत्याकांड में लगभग चार वर्ष के उपरांत भी प्रदेश पुलिस प्रशासन व केंद्रीय जांच ब्यूरो जैसी देश की प्रतिष्ठित जांच एजेंसी का किसी भी सार्थक परिणाम