कम्पीटीशन रिव्यू

 डा. विजय को लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय नौणी के पूर्व वाइस चांसलर डा. विजय सिंह ठाकुर को बागबानी के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए सर्वोच्च लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड से नवाजा गया है। यह अवार्ड सन 1942 में स्थापित भारतीय बागबानी विज्ञान अकादमी द्वारा प्रदान किया गया है। उन्होंने

राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने हाल में जस्टिस अरविंद शरद  बोबड़े को भारत के अगले मुख्य न्यायाधीश के रूप में नियुक्त करने के लिए एक वारंट पर हस्ताक्षर किए।जस्टिस शरद  बोबड़े 18 नवंबर को सीजेआई के रूप में शपथ लेंगे। उनका कार्यकाल अप्रैल 2021 तक चलेगा।  निवर्तमान सीजेआई रंजन गोगोई ने अपने उत्तराधिकारी के रूप

मेरा भविष्‍य मेरे साथ-11 मैं खुश था कि अधिकारी बनने की क्लास लगाऊंगा। जिस लक्ष्य के लिए मैंने सेना में दाखिला लिया था उसे पूरा करूंगा, पर सीओ साहब की परमिशन के बावजूद कंपनी के हवलदार व सूबेदार मेरे क्लास लगाने से खुश नहीं थे। कल तक जो सूबेदार, हवलदार मेरे खेल में अब्बल आने

एकाउंटिंग आज के दौर में बेहद डिमांडिंग फील्ड बन गई है। उदारीकरण के दौर में देश में निजी कंपनियों के विस्तार और बहुराष्ट्रीय कंपनियों के आगमन से सीए, आईसीडब्ल्यू, सीएस, कम्प्यूटर एकाउंटेंसी के एक्सपर्ट्स की मांग लगातार बढ़ती जा रही है। एकाउंटिंग एक ऐसा क्षेत्र है, जिसमें आपका करियर ग्राफ  तेजी से बढ़ता है। वैसे

मैं योग के क्षेत्र में उज्ज्वल करियर बनाना चाहता हूं। कृपया मार्गदर्शन करें। — रोहित, मंडी ‌ योग में अभ्यास के जरिए निपुणता पाई जाती है। गुरु-शिष्य परंपरा के जरिये भी योग सीखकर कई लोग वर्तमान में शिखर पर हैं, लेकिन योग्य एवं प्रशिक्षित शिक्षक बनने हेतु विधिवत प्रशिक्षण की आवश्यकता होती है। हाई स्कूल व

आदिल के पड़ोस में शर्मा अंकल रहते थे।  बच्चे उनसे बहुत डरते थे। उनका चेहरा हमेशा गुस्से में रहता था। अंकल के अलावा उस घर में रमेश भैया रहते थे। वह अंकल ं सारा काम करते थे। उसे अंकल ने बोल रखा था कि बच्चे इस घर के आसपास दिखने नहीं चाहिए और अगर दिखे

संता बंता से ऐसा कौन सा त्योहार है जो बार- बार मनाना पड़ता है? बंता : घरवाली, हफ्ते में 2-3 बार तो मनाना ही पड़ता है। **** लड़की : मेरी एक-एक सांस पर लोग मरते हैं। लड़का : तो तुम कोई अच्छा सा टूथपेस्ट क्यों नहीं इस्तेमाल कर लेती हो। **** एक लड़की अपने ब्वायफे्रंड

1441 ई. से लेकर 1451 ई. तक दिल्ली पर सैयद वंश का राज रहा और 1451 से 1522 ई. तक लोधी वंश के सुलतानों  का राज रहा। इन वंशों के सुलतान के काल में अधिकांशतः अव्यवस्था फैली रही। इसलिए इनका ध्यान पहाड़ी रजवाड़ों की ओर से किसी सीमा तक दूर रहा। हिंदूर ने भी इस

अगर आप भी उन लड़कियों में से हैं, जो अपने भाई के साथ खेलते-कूदते बड़ी हुई हैं, तो वाकई आप बहुत लकी हैं। भाई से बढ़कर कुछ हो नहीं सकता वह भी जब आपके और आपके भाई के बीच उम्र का फासला बहुत अधिक न हो। वह आपसे लड़ता है, आपको चिढ़ाता है पर वही