कम्पीटीशन रिव्यू

एनडीए की खींचतान बिहार में एनडीए में सीट बंटवारे को लेकर खींचतान शुरू हो गई है। इस बीच भाजपा की बिहार इकाई के एक वरिष्ठ नेता ने दावा किया कि पार्टी उन सभी 22 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी, जिन पर पिछले लोकसभा चुनावों में उसे जीत हासिल हुई थी। इस पर प्रतिक्रिया जाहिर करते

एम्स का पूरा नाम ऑल इंडिया इंस्टीच्यूट्स ऑफ  मेडिकल साइंसेज है। इन संस्थानों को राष्ट्रीय महत्त्व के संस्थानों के रूप में संसद के अधिनियम द्वारा घोषित किया गया है। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान या एम्स सार्वजनिक आयुर्विज्ञान महाविद्यालय का समूह है। इस समूह में नई दिल्ली स्थित भारत का सबसे पुराना उत्कृष्ट एम्स संस्थान है।

* शराब कारोबारी विजय माल्या की मुश्किलें बढ़ गई हैं। सोमवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 6000 करोड़ रुपए के बैंक ऋण से संबंधित धनशोधन के एक मामले में माल्या और दो कंपनियों के खिलाफ नया आरोपपत्र दाखिल किया है। ईडी ने माल्या के खिलाफ आरोप पत्र भगोड़ा आर्थिक अपराधी अध्यादेश के तहत दाखिल किया

जूनियर इंजीनियर/असिस्टेंट-3 गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी अमृतसर पदों का विवरण – असस्टिेंट प्रोफेसर- कुल पद – 118 शैक्षणिक योग्यता – संबंधित विषय में न्यूनतम 55/ अंकों के साथ पीजी (नेट परीक्षा उत्तीर्ण आवेदन न करें)। आयु  सीमा – संस्थान के नियमानुसार आवेदन प्रक्रिया –  उम्मीदवार 21 जून, 2018 तक ऑनलाइन आवेदन करने के पश्चात अंतिम

विपिन चंद्र जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में प्रोफेसर और नेशनल बुक ट्रस्ट के अध्यक्ष थे। अमरीका के प्रख्यात स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय से पढ़ाई करने वाले चंद्र ने ‘आधुनिक भारत का इतिहास’ भारत का स्वतंत्रता संघर्ष जैसी कई बेहतरीन पुस्तकें लिखी हैं… विपिन चंद्र कांगड़ा जिला के गरली-परागपुर में 27 मई, 1928 में जन्मे देश के मशहूर

पंजाब के साथ लगने से इस घाटी पर पंजाबी संस्कृति की छवि स्पष्ट झलकती है। सरसा घाटी में मिले प्राचीन औजार इसके ऐतिहासिक महत्त्व को उजगार करते हैं। लोग विभिन्न प्रकार का पेशा अपनाए हुए हैं। घाटी के औद्योगिक नगरों परवाणू, बरोटीवाला, बद्दी व नालागढ़ में स्थापित उद्योगों में काम करने के अलावा खेतीबाड़ी के

डाडासीबा पहाड़ी गांधी बाबा कांशी राम की निवास स्थली थी। सीबा अब पौंग डैम में जलमग्न हो गया है। प्राचीन काल में डाडा को गंधपुर का घटा नाम से जाना जाता था। अब गंधपुर डाडासीबा से 1.5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है… डगशाई जेल 165 वर्ष पुरानी छावनी की शिल्पकला और ऐतिहासिक विरासत को

हिमाचल प्रदेश में प्राचीन काल से ही एक उत्सव मनाया जा रहा है। इसे भुंडा उत्सव कहते हैं। इसका सीधा संबंध खशों की नाग जाति पर विजय के साथ जोड़ा जाता है। प्राचीन संस्कृत ग्रंथों में भुंडा को नरमेघ यज्ञ लिखा गया है… विद्वानों का मत है कि खश मध्य एशिया के मूल निवासी थे।