कम्पीटीशन रिव्यू

गतांक से आगे… श्मशान-कालिका काली भद्रकाली कपालिनी। गुह्य-काली महाकाली कुरु-कुल्ला विरोधिनी।। 1।। कालिका काल-रात्रिश्च महा-काल-नितम्बिनी। काल-भैरव-भार्या च कुल-वर्त्म-प्रकाशिनी।। 2।। कामदा कामिनीया कन्या कमनीय-स्वरूपिणी। कस्तूरी-रस-लिप्ताङ्गी कुञ्जरेश्वर-गामिनी।। 3।। ककार-वर्ण-सर्वाङ्गी कामिनी काम-सुंदरी। कामार्त्ता काम-रूपा च काम-धेनुः कलावती।। 4।। कांता काम-स्वरूपा च कामा या कुल-कामिनी। कुलीना कुल-वत्य बा दुर्गा दुर्गति-नाशिनी।। 5।। कौमारी कुलजा कृष्णा कृष्ण-देहा कृशोदरी। कृशाङ्गी कुलाशाङ्गी च

समसामयिकी विदर्भ ने गौतम गंभीर और ऋषभ पंत जैसे दिग्गजों से भरी दिल्ली की टीम को हराकर पहली बार रणजी ट्रॉफी चैंपियन बनने का गौरव हासिल कर लिया। चौथी पारी में विदर्भ की टीम को जीत के लिए 29 रन का टारगेट मिला, जिसे उसने 1 विकेट के नुकसान पर सिर्फ 5 ओवर में ही

हिमाचली पुरुषार्थ  प्रशासनिक सेवा में नंदलाल ने अपने सेवाकाल के दौरान  विभिन्न पदों यथा सहायक कमिश्नर, चंबा, एसडीएम अर्की, एसडीएम बड़सर, मुख्यमंत्री के उप सचिव, सचिव, एचपीएसईबी, भू-अधिग्रहण समाहर्ता, मंडी एवं शिमला, कमिश्नर (कामगार मुआवजा), विशेष सचिव (जीएडी), निदेशक आयुर्वेद तथा हिमाचल प्रदेश सरकार के विशेष सचिव (स्वास्थ्य) के रूप में कार्य किया… बिलासपुर जिला

*चीन में भारत के राजदूत रह चुके और डोकलाम विवाद सुलझाने में अहम भूमिका निभाने वाले विजय केशव गोखले को देश का अगला विदेश सचिव नियुक्त किया गया है। गोखले की नियुक्ति के संबंध में आधिकारिक आदेश जारी कर दिया गया है। उनका कार्यकाल 2 साल का होगा। मौजूदा विदेश सचिव एस. जयशंकर का कार्यकाल

वैश्वीकरण के वर्तमान दौर में हर क्षेत्र में बड़ी तेजी से बदलाव हो रहे हैं और कृषि सेक्टर भी इससे अछूता नहीं है। इस वजह से कृषि सेक्टर का प्रबंधन भी जरूरी हो गया है। इस क्षेत्र में आगे बढ़ने की खातिर केवल एग्रीकल्चर ग्रेजुएट बनना ही काफी नहीं है… हमारी अर्थव्यवस्था में कृषि का

किसी भी नीति, कार्यक्रम या योजना का वांछित परिणाम हो रहा है कि नहीं और उनका क्रियान्वयन सही प्रकार से हो रहा है या नहीं इसकी छानबीन यदि जनता स्वयं करे तो उसे सोशल ऑडिट कह सकते हैं। किसी भी कार्यक्रम अथवा क्रिया, जिसका संबंध प्रत्यक्ष अथवा परोक्ष रूप से समाज से होता है, के

डा. केके  रैना विभागाध्यक्ष, एमबीए  विवि नौणी, सोलन एग्री बिजनेस में करियर से संबंधित विस्तृत जानकारी प्राप्त करने के लिए हमने केके रैना  से बातचीत की। प्रस्तुत हैं बातचीत के प्रमुख अंश… एग्री बिजनेस में युवाओं के लिए करियर के क्या स्कोप हैं? कृषि का एक विस्तृत क्षेत्र है। इसमें विशेषज्ञता हासिल करने के बाद

वैज्ञानिक के रूप में एमएस स्वामीनाथन यानी मोनकोम्पू  सांबासिवन स्वामीनाथन को ‘हरित क्रांति’ का जनक कहा जाता है। स्वामीनाथन का जन्म 7 अगस्त, 1925 को तमिलनाडु के कोम्बाकोनम गांव में हुआ था। पिता की मृत्यु के समय स्वामीनाथन केवल ग्यारह वर्ष के थे। पिता की मृत्यु के बाद उनका पालन-पोषण उनके चाचा के परिवार में