आस्था

ओशो यह जो संगीत के खंड तुम भीतर इकट्ठे कर लोगे, इनको खंडों की भांति इकट्ठा मत करना, इनके बीच संबंध भी खोजना कठिन है और जीवन की कला चाहिए। बचपन में तितली के साथ दौड़ कर एक सुख मिला था, वह तुम्हारे भीतर पड़ा है। फिर पहली बार तुम किसी के प्रेम में गिर

स्वामी  रामस्वरूप यह स्पष्ट ही है कि सत्य से भटका हुआ प्राणी इस जन्म में पशु-पक्षी आदि की योनियों में आकर घोर दुःखों को भोगता है। इन्हीं मंत्रों के भाव को श्रीकृष्ण महाराज जी यहां कह रहे हैं कि हे अर्जुन! जो मेरा भक्त मेरी सेवा, श्रद्धा और आज्ञा का पालन करता है, वह शीघ्र

श्रीराम शर्मा ईश्वर अपने हर भक्त को एक प्यार भरी जिम्मेदारी सौंपता है और कहता है इसे हमेशा संभाल का रखा जाए। लापरवाही से इधर-उधर न फेंका जाए। भक्तों में से हर एक को मिलने वाली इस अनुकंपा का नाम है, दुःख। भक्तों को अपनी सच्चाई इसी कसौटी पर खरी साबित करनी होती है। दूसरे

बाबा हरदेव गतांक से आगे… इसके विपरीत हो सकता है कि पानी की लगातार मार से वह व्यक्ति बीमार पड़ जाए अथवा बेहोश हो जाए। अतः हमें उस व्यक्ति के घर में लगी आग को ही पानी से बुझाना होगा। इससे यह स्पष्ट होता है कि मनुष्य का कर्म इतना महत्त्वपूर्ण नहीं है जितना महत्त्वपूर्ण

2 अगस्त रविवार, श्रावण, शुक्लपक्ष, चतुर्दशी 3 अगस्त सोमवार, श्रावण, शुक्लपक्ष, पूर्णिमा, रक्षाबंधन 4 अगस्त मंगलवार, श्रावण, कृष्णपक्ष, प्रथमा, पंचक प्रारंभ 5 अगस्त बुधवार, श्रावण, कृष्णपक्ष, द्वितीया 6 अगस्त बृहस्पतिवार, श्रावण, कृष्णपक्ष, तृतीया, कजरी तीज 7 अगस्त शुक्रवार, श्रावण, कृष्णपक्ष, चतुर्थी, गणेश चतुर्थी 8 अगस्त शनिवार, श्रावण, कृष्णपक्ष, पंचमी

कान में दर्द की समस्या ज्यादातर उन लोगों को आ रही है, जो बाजार के मास्क पहन रहे हैं। इसलिए हो सके तो आप घर के बने हुए कपड़े के मास्क पहनें। बाजारी मास्क की डोरी इलास्टिक की होती है, जिससे कान में रेडनैस और दर्द की समस्या सामने आ रही है और वहीं घर

मानसून के दिनों में अकसर हमें चटपटे खाद्य पदार्थों को खाने का मन करता है। खासकर बारिश में इन पकवानों को खाने का मन और भी ज्यादा होता है। फिलहाल कोरोना वायरस की महामारी ने इस दौरान लोगों को अपने घरों में कैद कर दिया है इसलिए बाहर की चीजों को खाने से बचे रहने

– डा. जगीर सिंह पठानिया सेवानिवृत्त संयुक्त निदेशक, आयुर्वेद, बनखंडी औषधि के रूप में हिंगू   हिंगू को हींग भी कहते हैं। हिंगू का बहुत बर्षों तक रहने वाला पौधा होता है,जिसकी जड़ व साथ के तने से निकलने वाला ओलियोगम रेजिन ही हींग कहलाता है। रेजिन को पांच वर्ष के ऊपर के पौधे की जड़

*  नीम और बेर के पत्ते पीस कर सिर में रगड़कर कुछ देर बाद बाल धोने से बाल लंबे और सुंदर होते हैं। *  लौंग का उबला हुआ पानी पीने से बार-बार लगने वाली प्यास कम हो जाती है। *  जोड़ों का दर्द दूर करने के लिए लहसुन के तेल में हींग और अजवाइन मिला