चक दे हिमाचल

एमएलएसएम कालेज सुंदरनगर में नार्थ जोन अंतर विश्वविद्यालय हैंडबाल प्रतियोगिता के तहत रविवार को खेले गए पहले क्वार्टर फाइनल मैच में हिमाचल प्रदेश यूनिवर्सिटी ने एलपीयू जालंधर को 25-23 अंतर से हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया। पहले दिन हुए कुल चार क्वार्टर फाइनल मैचों में एचपीयू शिमला के साथ ही पीयू पटियाला, एसआरएसयू जींद और जीएनडीयू अमृतसर की टीमें सेमीफाइनल में पहुंच गईं। एचपीयू शिमला और एलपीयू के मध्य हुए पहला क्वार्टर फाइनल मैच रोमांच से भरपूर रहा। मैच के आधे समय तक स्कोर 15-12 था। एलपीयू ने जीत हासिल करने के लिए मैच के अंतिम क्षणों तक खूब जोर लगाया। लेकिन एचपीयू शिमला ने अंत समय तक बेहतरीन खेल का प्रदर्शन करते हुए मैच दो गोल से जीत लिया। प्रेस संयोजक अनिल गुलेरिया ने बताया कि दूसरे मैच में पीयू पटियाला ने कुरुक्षेत्र को 44-31 के अंतर से हराया।

पालमपुर के ननाओं के प्रथम परमार भारतीय वायुसेना में फ्लाइंग अफसर बने हैं। प्रथम के पिता संजीव परमार भारतीय रेलवे में सीनियर सेक्सन इंजीनियर और माता शिक्षा व्यवसाय व बहन मिनल परमार अंतरराष्ट्रीय कंपनी में सीनियर मैनेजर हैं। प्रथम की प्राथमिक शिक्षा केंद्रीय विद्यालय कारखाना कपूरथला व कैंब्रिज इंटरनेशनल स्कूल में हुई। कड़ी मेहनत और दृढ़ निश्चय के बदौलत उनका चयन खडक़वासला में हुआ और वहां तीन साल के प्रशिक्षण के उपरांत फाइटर प्लेन उड़ाने की ट्रेनिंग हेतु हैदराबाद भेजा गया।

बडो़ह - कांगड़ा जिला के बड़ोह के नजदीकी गांव भोरला के सुरजीत कुमार ने कमीशन पास कर लेफ्टिनेंट बनकर प्रदेश का नाम रोशन किया है। कंडी पंचायत के भोरला गांव में मुंशी राम व कमला देवी के घर पैदा हुए सुरजीत कुमार की आरंभिक शिक्षा कंडी स्कूल से हुई। उन्होंने इसके बाद 12वीं तक की पढ़ाई राजकीय वरिष्ठ माधयमिक विद्यालय बड़ाह से की। सा

जिला मंडी के आयुष भारतीय सेना में बतौर लफ्टिनेंट अपनी सेवाएं प्रदान करेंगे। जिला मंडी के चच्योट क्षेत्र निवासी आयुष पुत्र कुसुम तथा संजीव कुमार ने लेफ्टिनेंट बनकर प्रदेश का नाम रोशन किया है। आयुष के दादा सेवानिवृत्त तहसीलदार दुर्गा दत्त ने बताया कि आयुष बचपन से ही देश की सेवा करना चाहता था, जो कि अब पूरा हो गया है। उन्होंने बताया कि पढ़ाई में वह बचपन से ही अव्वल रहा है। आयुष ने मैट्रिक की परीक्षा 93 प्रतिशत अंक लेकर चैलचौक से पूर्ण की तथा नेरचौक से जमा दो की परीक्षा उत्तीर्ण की।

बड़सर। ढटवाल क्षेत्र के बिझड़ी गांव से संबंध रखने वाले अक्षित शर्मा का चयन भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट के पद पर हुआ है। आईएमए देहरादून में शनिवार को पासिंग आउट परेड के बाद अक्षित शर्मा को उनके माता-पिता...

प्रदेश की सांस्कृतिक राजधानी के रूप में विख्यात मंडी शहर रंगकर्म की उर्वरा भूमि होने के साथ-साथ यहां के कई रंगकर्मी इन दिनों मायानगरी मुंबई में अपने हुनर का जौहर दिखा रहे हैं। ऐसे ही एक रंगकर्मी एवं फिल्म अभिनेता अरुण बहल भी हैं, जो इन दिनों मुंबई में अपनी पहचान बना रहे हैं। हाल ही में जी-5 पर डिस्पैच नामक फि ल्म 13 दिसंबर शुक्रवार को रिलीज हुई है। इस फिल्म में मंडी शहर के अभिनेता अरुण बहल भी एक अहम रोल में नजर आ रहे हैं। फि ल्म का निर्देशन कनु बहल ने किया है, जबकि इस फि ल्म के निर्माता आरएसवीपी कंपनी के रोनी स्क्रूवाला हैं।

बंगलुरु में छह से आठ दिसंबर तक आयोजित सीनियर राष्ट्रीय कुश्ती प्रतियोगिता में हिमाचल प्रदेश के खिलाडिय़ों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए कुल चार पदक जीते। इनमें तीन पदक महिलाओं और एक पदक पुरुष वर्ग में आया। कोच जगदीश राव ने बताया कि नालागढ़ की खुशी ने 62 किलोग्राम वर्ग में सिल्वर मेडल जीतकर प्रदेश का नाम रोशन किया। फाइनल मुकाबले में खुशी हरियाणा की खिलाड़ी से हार गई। महिला वर्ग में हमीरपुर की कृतिका ने 72 किलोग्राम और बिलासपुर की सोनिका ने 68 किलोग्राम वर्ग में ब्रॉन्ज मेडल जीते। वहीं, पुरुष वर्ग में नालागढ़ के दीपक ने 72 किलोग्राम वर्ग में ब्रॉन्ज मेडल कब्जाए। प्रतियोगिता में 25 राज्यों के खिलाडिय़ों के साथ सेना के खिलाडिय़ों ने भी भाग लिया।

मंडी छोटी काशी मंडी की 23 वर्षीय बेटी कनिका ठाकुर ने बड़ी उपलब्धि दर्ज की है। कनिका ठाकुर आस्टे्रलिया की यूनिवर्सिटी ऑफ क्विनसलैंड के साथ आईआईटी दिल्ली से संयुक्त रूप में पीएचडी करेगी।

बिलासपुर जिला के घुमारवीं की डा. प्रियंका चौहान को यंग साइंटिस्ट अवार्ड ऑफ द ईयर 2024 से नवाजा गया। यह सम्मान नई दिल्ली स्थित नेशनल एन्वायरनमेंट साइंस अकेडमी द्वारा बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में ...