भूपिंदर सिंह

भूपिंदर सिंह राष्ट्रीय एथेलेटिक्स प्रशिक्षक खिलाड़ी के लिए अधिक ऊर्जा की जरूरत होती है। प्रोटीन की कमी को पूरा करने के लिए गेहूं, दालों, दूध व उससे बने पदार्थ तथा सूखे मेवों को ठीक से समय-समय पर खाना चाहिए। इस सीजन में पेड़ पर ठीक ढंग से पके फलों की कमी आम बात है। समय

भूपिंदर सिंह राष्ट्रीय एथलेटिक्स प्रशिक्षक मानव का सर्वांगीण विकास शिक्षा के बिना अधूरा है। शिक्षा की परिभाषा में साफ-साफ  लिखा है कि यहां शारीरिक व मानसिक दोनों तरह से बराबर विद्यार्थियों का विकास करना है जिससे वह आगे चलकर जीवन को सफलतापूर्वक खुशहाल जी सकें। शारीरिक विकास के लिए खेलों के माध्यम से फिटनेस कार्यक्रम

भूपिंदर सिंह राष्ट्रीय एथलेटिक्स प्रशिक्षक आज कोरोना महामारी के कारण लोग अपने-अपने घरों में बंद हो गए हैं और अगले कई सप्ताह तक इस तरह की स्थिति कायम रहने वाली है, ऐसे में किशोरों, युवाओं व वयस्कों के स्वास्थ्य की उपेक्षा नहीं की जा सकती है। घर में बैठे रहने के कारण शरीर पर विनाशकारी

भूपिंदर सिंह राष्ट्रीय एथलेटिक्स प्रशिक्षक योग की शिक्षा उपनिषदों में मिलती है। योग व ज्ञान के द्वारा मोक्ष की बात प्राचीन भारतीय अध्यात्म  में मिलती है। योग से हमें जगत की उत्पत्ति, पालन व संहार करने वाले परमात्मा का ज्ञान होता है। योग के तो वैसे कई रूप व भेद हैं मगर इस के चार

भूपिंदर सिंह राष्ट्रीय एथलेटिक्स प्रशिक्षक महाराजा लक्ष्मण सेन स्मारक महाविद्यालय के प्रशिक्षण केंद्र की नर्सरी से मुक्केबाजी प्रशिक्षक नरेश कुमार के प्रशिक्षण में अपनी ट्रेनिंग का श्री गणेश कर भिवानी व राष्ट्रीय प्रशिक्षण शिविरों से होते हुए संसार के सबसे बड़े खेल महाकुंभ तक पहुंचने का सफर इतना आसान नहीं रहा है। पिता स्वर्गीय भगत

भूपिंदर सिंह राष्ट्रीय एथलेटिक्स प्रशिक्षक हमारे देश में भी जो राज्य हर प्रकार से समृद्ध हैं वे खेलों में भी अग्रणी हैं। आज जब गांव का जीवन खत्म हो कर शहरीकरण होता जा रहा है, इससे शारीरिक श्रम बिलकुल खत्म हो रहा है। इसलिए सामान्य फिटनेस के लिए अधिक से अधिक खेल सुविधाओं की जरूरत

भूपिंदर सिंह राष्ट्रीय एथलेटिक्स प्रशिक्षक हिमाचल प्रदेश में जब से खेल छात्रावास खुले हैं व्यक्तिगत खेलों के साथ-साथ टीम खेलों में भी काफी सुधार हुआ है। स्कूली खेल छात्रावास पपरोला में बास्केटबाल के तत्कालीन प्रशिक्षक जन्म चंद कटोच के प्रशिक्षण में इस खेल छात्रावास के कई खिलाड़ी एशियाई स्कूली खेलों में भारतीय टीम के सदस्य

भूपिंदर सिंह राष्ट्रीय एथलेटिक्स प्रशिक्षक जब सरकारी स्तर पर खेल सामान खरीदा जाता है तो कीमत बढि़या या मध्यम स्तर के सामान की होगी और सामग्री निम्न दर्जे की होगी। इस तरह कीमत उच्च क्वालिटी की तय कर शेष राशि हड़प ली जाती है। व्यापारी व सामग्री खरीदने वाले अधिकारी अधिकांश राशि को चट कर

भूपिंदर सिंह राष्ट्रीय एथलेटिक्स प्रशिक्षक जीत राम शर्मा शिमला जिला के  चौपाल उपमंडल के दूरदराज गांव पुरों डाक घर सरैन के निवासी हैं। अपनी प्रारंभिक शिक्षा चौपाल से प्राप्त करने के बाद 1987 में हिमाचल प्रदेश सचिवालय में नौकरी शुरू की और आज सचिवालय के प्रशासनिक विभाग में कल्याण अधिकारी खेल के पद पर सेवाएं