( डा. सत्येंद्र शर्मा, चिंबलहार, पालमपुर ) टूट गए फिर जुड़ गए, बिखर गए फिर आप, शीशा बिखरा चौक पर, संभव नहीं मिलाप। चारा बाबू, आजमी, सुलह कराते रोज, द्वंद्व युद्ध नित-नित नया, नित पंगों की खोज। नेता चीखे चौक पर कैसा वाद-विवाद, बबुआ श्रवण सपूत है, सदा रहे यह याद। बेटा देता पटकनी, घायल

प्रदेश सरकार ने अपने हाथों गंवाए काबिल डाक्टर, अन्य राज्यों में सेवाएं देने को मजबूर शिमला  —  देश भर में प्रतिभा का लोहा मनवाने वाले हिमाचली डाक्टरों की कद्र अपने ही प्रदेश में नहीं है। यहां उन्हें न तो सम्मान मिलता है और न ही सम्मानजनक पोस्टिंग। ऐसे समय में जब प्रदेश को बड़ी संख्या

धर्मशाला  – रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार आरोपी पटवारी को दो दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा दिया गया है। आरोपी को शुक्रवार को विजिलेंस ने कोर्ट में पेश किया था। इसके चलते आरोपी पटवारी को न्यायालय ने 15 जनवरी तक रिमांड पर भेजा है। विजिलेंस की टीम ने जिला कांगड़ा की उपतहसील हरिपुर के

सोलन  —  हिमाचल में मिड हिमालयन शैड प्रोजेक्ट फेस-2 शुरू किए जाने की तैयारी की जा रही है। मिड हिमालयन वाटर प्रोजेक्ट निदेशालय ने 1580 करोड़ रुपए का प्रस्ताव बनाकर केंद्रीय कृषि मंत्रालय को भेजा है। प्रस्ताव स्वीकृत होने के बाद डीपीआर बनाकर कृषि मंत्रालय व डीईए विभाग के माध्यम से वर्ल्ड बैंक को भेजी

शिमला — नगर निगम शिमला द्वारा शुक्रवार को स्मार्ट सिटी पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला की अध्यक्षता निगम महापौर संजय चौहान ने की और इस कार्यशाला में निगम के अधिकारी भी मौजूद रहे। कार्यशाला में स्मार्ट सिटी में शहर की जनता किस तरह का बदलाव चाहती है और कैसे शहर की जनता

बिझड़ी — बड़सर उपमंडल के अधीन 33 केवी सब स्टेशन बड़सर की मरम्मत व रखरखाव किया जाएगा। इस कारण 15 जनवरी सुबह नौ से शाम पांच बजे तक विद्युत बंद रहेगी। इसके अधीन आने वाले क्षेत्र गारली, हरसौर, बडर, बुंबलू, दांदडू, 33 केवी सब-स्टेशन कोटला, 11 केवी बिझड़ी, चकमोह, धंगोटा, महारल, रैली जजरी व अन्य

करोड़ों रुपए खर्चने के बाद भी प्रोजेक्ट अधूरा, कभी भी हांफ जाती है ई-बिलिंग व्यवस्था शिमला —  करोड़ों रुपए खर्च करने के बाद भी राज्य बिजली बोर्ड अपने लाखों उपभोक्ताओं को ई-पेमेंट की सुविधा नहीं दे पाया है। नोटबंदी के बाद यह जरूरी हो गया है कि सभी सरकारी महकमे इस तरह की पेमेंट इलेक्ट्रॉनिक

अगर हिमाचल भाजपा अगले चुनाव में अपने प्रत्याशियों में नए रक्त की खोज कर रही है, तो सर्वेक्षण के माध्यम से अतीत का ढर्रा बदलने में कुछ हद तक मदद अवश्य मिलेगी। हालांकि पार्टी के भीतर एकत्रित महत्त्वाकांक्षा, परिवारवाद, जातीय समीकरण, क्षेत्रीय प्रभाव तथा प्रथम पंक्ति के नेताओं के प्रति आस्था रखने वालों का खासा

कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ‘भूकंप’ नहीं ला सके और न ही साबित कर सके। उसके साक्ष्य और दस्तावेज फर्जी और गैर कानूनी करार दे दिए गए। क्या राहुल गांधी झूठ की बुनियाद पर ही राजनीति करना चाहते हैं? क्या राहुल बेहद जल्दबाजी में हैं कि सर्वोच्च न्यायालय के फैसले का भी इंतजार नहीं कर सके?

शिमला —  राज्य के फल उत्पादकों को विभिन्न प्रजातियों के सेब, नाशपाती और चैरी के रूट्स स्टॉक तथा कलमी पौधों की उत्कृष्ट एवं उन्नत पौध सामग्री प्रदान की जा रही है। बागबानी विभाग के एक प्रवक्ता ने शुक्रवार को कहा कि गत वर्ष बागबानी विकास परियोजना के अंतर्गत 5.50 करोड़ रुपए मूल्य की उन्नत पौध