भूपिंदर सिंह

हिमाचल हो या देश का कोई अन्य राज्य, उत्कृष्ट प्रदर्शन करवाने के लिए केवल प्रशिक्षक ही मुख्य किरदार दिखाई देता है। यही कारण है कि भारत का खेल मंत्रालय व कई राज्य भी अपने यहां हाई परफॉर्मेंस प्रशिक्षण केन्द्र खोलने पर जोर दे रहे हैंं तथा वहां पर उत्कृष्ट प्रदर्शन करवाने वाले प्रशिक्षकों को अनुबंधित

लड़कियों की युवावस्था 17-18 वर्ष की आयु में शुरू हो जाती है। लड़कों में यह एक-दो वर्ष बाद आती है। इस अवस्था तक फिटनेस कार्यक्रम हर विद्यार्थी को जरूरी है… पिछले दो वर्षो से पूरा विश्व कोरोना महामारी के कारण अस्त-व्यस्त चल रहा है और अब इस वर्ष भी कोरोना से राहत मिलती नजर नहीं

हजारों साल पहले भारतीय शोधकर्ताओं ने यौगिक क्रियाओं से होने वाले लाभों को समझ लिया था जो आज की चिकित्सा व खेल विज्ञान की कसौटी पर खरा सोना सिद्ध हो रहा है। इन नियमों का पालन करने के बाद अगर यौगिक क्रियाओं को किया जाता है तो मानव में शारीरिक व मानसिक स्तर पर आश्चर्यजनक

हिमाचल प्रदेश क्रिकेट टीम ने इस वर्ष विजय हजारे ट्राफी के फाइनल में तमिलनाडु को हरा कर विजेता का खिताब हिमाचल प्रदेश के नाम कर लिया। राष्ट्रीय कुश्ती में जौनी चौधरी ने कांस्य पदक जीत कर पदक तालिका में हिमाचल प्रदेश का नाम लिख लिया। राष्ट्रीय कुश्ती प्रतियोगिता में भी इस वर्ष हिमाचल प्रदेश के

प्रदेश के महाविद्यालय के प्राचार्यों व शारीरिक शिक्षा के प्राध्यापकों को चाहिए कि वे खेल सुविधा व प्रतिभा के अनुसार अपने महाविद्यालय में अच्छे प्रशिक्षकों के साथ प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाएं ताकि हिमाचल के खिलाडि़यों को महाविद्यालय में उच्च स्तरीय प्रशिक्षण सुविधा उपलब्ध हो सके… हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के अतंर्गत सौ से भी अधिक कालेज आते

हिमाचल प्रदेश बैडमिंटन संघ के पास तकनीकी अधिकारियों की बहुत बेहतरीन टीम है। हिमाचल प्रदेश में बैडमिंटन के विकास के लिए ददाहू के ठाकुर इंद्र सिंह ने काफी योगदान दिया है। उनके प्रशिक्षण में उनकी बेटी आरजू ठाकुर एक बार राष्ट्रीय महिला खेलों में बैडमिंटन एकल की विजेता रही है। ददाहू में एक इंडोर हाल

आज अनुराग ठाकुर देश के खेल मंत्री हैं। केंद्रीय योजनाओं को अधिक से अधिक हिमाचल प्रदेश में धरातल पर उतारा जा सकता है। इन प्रशिक्षण केन्द्रों पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक विजेता प्रदर्शन करवाने वाले अनुभवी प्रशिक्षकों को उत्कृष्ट प्रदर्शन करवाने की शर्तों पर अनुबंधित करना चाहिए ताकि हिमाचल प्रदेश की संतानों को भी हिमाचल

हमारे यहां कुछ स्तरीय विद्यालयों में फिटनेस कार्यक्रम तो हैं, मगर शारीरिक क्षमताओं को नापने के लिए कोई परीक्षण नहीं है। इस सबके लिए विद्यालय स्तर पर विद्यार्थियों की सामान्य फिटनेस का मूल्यांकन कर उसमें सुधार के लिए सुझाव देकर ‘फिटनेस मूल्यांकन व सुझाव’ कार्यक्रम की शुरुआत जल्द ही करनी चाहिए… कोरोना महामारी के भयानक

स्वाध्याय चौथा नियम है, जिससे कर्त्तव्य का बोध हो सके, मतलब शास्त्र का अध्ययन करना। महापुरुषों के वचनों का अनुपालन भी स्वाध्याय के अंतर्गत आता है। ईश्वर प्राणिधान पांचवां नियम है। ईश्वर के प्रति पूर्ण समर्पण व संपूर्ण श्रद्धा रखना। फल की इच्छा का परित्याग पूर्वक समस्त कर्मों का ईश्वर को समर्पण करना ईश्वर प्राणिधान

हिमाचल प्रदेश के पास आज से दो दशक पहले तक खेल ढांचे के नाम पर सैकड़ों साल पहले राजा-महाराजाओं द्वारा मेले व उत्सवों के लिए बनाए गए उंगलियों पर गिने जाने वाले कुछ मैदान चंबा, मंडी, अमतर, सुजानपुर, जयसिंहपुर, कुल्लू,  अनाडेल, रोहडू, सराहन, सोलन, चैल व नाहन में थे।  इन मैदानों पर हिमाचल प्रदेश की