डा. कुलदीप चंद अग्रिहोत्री

डा. कुलदीप चंद अग्निहोत्री वरिष्ठ स्तंभकार मगध से कुछ मील की दूरी पर सटे हुए बिहार शरीफ में ओदांतपुरी या उदांतपुरी नाम से विश्व प्रसिद्ध महाविहार स्थित था। नालंदा के पास ही राजगृह जिसे आज राजगीर कहा जाने लगा है , महात्मा बुद्ध का कर्म क्षेत्र रहा था। द्वापर और कलियुग के संधिकाल में यहीं

डा. कुलदीप चंद अग्निहोत्री वरिष्ठ स्तंभकार कुछ लोग राफेल जहाज खरीदने की प्रक्रिया का मामला उच्चतम न्यायालय में भी ले गए। उनका कहना था कि उच्चतम न्यायालय अपनी निगरानी में इस पूरी प्रक्रिया की जांच करवाए। उच्चतम न्यायालय ने इस मामले में सरकार को क्लीन चिट दे दी और कहा कि प्रक्रिया में ऐसा कुछ

डा. कुलदीप चंद अग्निहोत्री वरिष्ठ स्तंभकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण में इस बात का संकेत भी दिया कि निवेशकर्ता, प्रदेश सरकार द्वारा दिए गए किसी पैकेज को देख कर या उसके लालच में आकर निवेश नहीं करता बल्कि वह देखता है कि प्रदेश में निवेश करना आसान है या नहीं ? जिस प्रदेश

डा. कुलदीप चंद अग्निहोत्री वरिष्ठ स्तंभकार जिस प्रकार नशे के आदी हो चुके नशेड़ी, यह नहीं समझ पाते कि नशा उनके जीवन के लिए खतरा है, उसी प्रकार अनुच्छेद 370 के ड्रग एडिक्ट हो चुके बहुत से कश्मीरी भी इसके नुकसान को समझ नहीं पा रहे थे। नशे का व्यापार करने वाले और उसके सप्लायर

डा. कुलदीप चंद अग्निहोत्री वरिष्ठ स्तंभकार हरियाणा में यदि भाजपा के चार-पांच मंत्री जीत जाते तो शायद चैनलों पर बहस करने वालों को घंटों निरर्थक मीमांसाएं करने का अवसर न मिलता, लेकिन महाराष्ट्र और हरियाणा के इन चुनावों की गहमा-गहमी में मीडिया ने चौबीस अक्तूबर को ही जम्मू- कश्मीर में हुए बीडीसी ‘ब्लाक डिवेलपमेंट कौंसिल’

डा. कुलदीप चंद अग्निहोत्री वरिष्ठ स्तंभकार जम्मू-कश्मीर की नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष मोहम्मद शफी कुरैशी 1963 में ही कह रहे थे कि अनुच्छेद 370 को हटाए जाने से इस राज्य में एक प्रभावशाली लोकतंत्रात्मक विरोधी दल के निर्माण में सहायता मिलेगी। अक्तूबर 1963 को नेशनल कॉन्फ्रेंस का एक प्रतिनिधि मंडल तत्कालीन प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल

डा. कुलदीप चंद अग्निहोत्री वरिष्ठ स्तंभकार मोहन भागवत के द्वारा लिंचिंग शब्द विदेशी मूल का है, जिसका अर्थ भीड़ द्वारा बिना किसी कारण के मारा जाना होता है। रोम साम्राज्य की स्थापना में ईसाई भीड़ द्वारा निरपराधों की हत्या कर दी जाती थी। औरतों को डायन बता कर सैकड़ों की भीड़ द्वारा मार दिए जाने

डा. कुलदीप चंद अग्निहोत्री वरिष्ठ स्तंभकार ह्युस्टन में भारतीय मूल के लगभग साठ हजार अमरीकी नागरिक एक जनसभा में नरेंद्र मोदी को सुनने के लिए एकत्रित हुए, जो अमरीका के राजनीतिक इतिहास की अकल्पनीय घटना थी। इतना ही नहीं उस जनसभा में अमरीका के राष्ट्रपति ट्रंप भी हाजिर थे और उन्होंने जनसभा में बोलते हुए

डा. कुलदीप चंद अग्निहोत्री वरिष्ठ स्तंभकार इस सभ्यता को साधारण भाषा में मोहनजोदड़ो हड़प्पा सभ्यता भी कहा जाता है। यह सप्त सिंधु क्षेत्र या पश्चिमोत्तर भारत में फैली हुई थी। यूरोप के तथाकथित विद्वानों ने यह अफवाह उड़ा दी कि इस क्षेत्र में विदेशी आर्यों ने हमला कर, यहां के निवासियों को मार कर उनको