बाबा हरदेव गतांक से आगे.. और मिले, और मिले का कहीं कोई अंत नहीं आता। जैसे रेशम के कीड़े शहतूत के वृक्ष पर पलते हैं और उनके पेट से रेशम निकालकर उनके शरीर पर लिपटता जाता है। तब वो वृक्ष से नीचे गिरकर मर जाते हैं। इस प्रकार से प्रतिदिन सैकड़ों कीड़े शहतूत के वृक्ष
श्रीश्री रवि शंकर दुनिया एक पूरे के रूप में मौजूद है, टुकड़ों में नहीं। समाज को पानी के भीतर नहीं बांटा जा सकता। आध्यात्मिकता और नैतिकता मनुष्य के अभिन्न अंग हैं। यह आध्यात्मिकता ही है जो चरित्र का विकास करती है। कौन नहीं चाहता कि उसके अधीन अच्छे चरित्र वाले लोग काम करें? क्या आप
सद्गुरु जग्गी वासुदेव हर कोई मंजिल तक पहुंचना चाहता है। सवाल यह है कि आप कितने समय तक प्रतीक्षा करने को तैयार हैं? सम्यमा एक खास तरह की प्रक्रिया है, जहां हम आपको फास्ट फॉरवर्ड पर रखते हैं, लेकिन बेहद सुरक्षित माहौल में। अगर आप इसे बिना किसी सुरक्षात्मक माहौल के खुद करने की कोशिश
यह वायरस मुख्य रूप से सांस की नली को प्रभावित करता है और इसके कारण बुखार, खांसी, शरीर में दर्द, थकान, नाक बंद होना और गले में खराश जैसे लक्षण उत्पन्न हो सकते हैं। विशेष रूप से बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर इम्युनिटी वाले व्यक्तियों में इस बीमारी का खतरा ज्यादा होता है। फ्लू या इन्फ्लूएंजा
जे.पी. शर्मा, मनोवैज्ञानिक नीलकंठ, मेन बाजार ऊना मो. 9816168952 सृष्टि की रचनाकाल से ही वर्तमान तक गृहस्थ जीवन का विशिष्ट महत्त्व रहा है। स्वयं महादेव भगवान शिव को अद्र्धनारीश्वर विहंगम रूप ने प्रमाणित किया है कि स्त्री एवं पुरुष कैसे सृष्टि आगे बढ़ाने हेतु एवं वंशावली बढ़ाने हेतु दोनों का संगम अद्भुत है ही, ऊपर
स्वामी रामस्वरूप माता सीता आदि की सखियां विदुषी थीं। उन्होंने अनसूया जैसी महान विदुषियों का भी वनों में संग किया और अपने धर्म को गहराई से समझकर सदा धर्माचरण पर ही ध्यान दिया। इसी प्रकार श्रीकृष्ण महाराज के सुदामा जैसे विद्वान सखा थे, अविद्वान नहीं… गतांक से आगे… सृष्टि नियम के अनुसार जैसा कि यजुर्वेद
राजयोगी ब्रह्माकुमार निकुंज जी यह संसार कर्मफल व्यवस्था के आधार पर चल रहा है इसमें कोई दो राय नहीं है और इसीलिए ही अकसर करके यह कहा जाता है कि जो जैसा बोता है वह वैसा काटता है अर्थात हर क्रिया की प्रतिक्रिया होती ही है और उससे कोई बच नहीं सकता। कर्मफल तत्काल मिले
* हाथों की त्वचा को निखारने और मुलायम बनाने के लिए थोड़ी सी चीनी में नींबू का रस मिलाकर हल्के हाथों से मसाज करें और थोड़ी देर बाद गुनगुने पानी से धो लें। * दो चम्मच सूरजमुखी का तेल और 2 चम्मच नींबू का रस तथा 3 चम्मच चीनी को मिलाकर मिश्रण बना कर हाथों
अगर आप टैटू बनवाने की प्लानिंग कर रहे हैं, तो इससे जुड़ी संभावित स्वास्थ्य बीमारियों के बारे में आपको पता होना चाहिए। आपको जानकर हैरानी हो सकती है कि टैटू बनवाने से कैंसर की संभावना बढ़ सकती है। ऐसे में लोगों को टैटू बनवाने से पहले इससे होने वाली संभावित बीमारियों के बारे में पता