हिमाचल फोरम

पहाड़ों की खूबसूरत वादियों को अतिक्रमण और बेतरतीब भवन निर्माण ने पूरी तरह से अपनी गिरफ्त में ले लिया है। सरकार व प्रशासन के सुस्त रवैये से अतिक्रमणकारियों के हौसले बुलंद हैं। ऐसे में कसौली में दर्दनाक घटना ने समस्त हिमाचल सहित देश को भी हिलाकर रख दिया है… सरकार प्रशासन निकाले स्थायी हल शहर

हिमाचल फोरम एक ओर निजी स्कूलों की मनमानी और हर साल बढ़ रही फीसों से अभिभावक परेशान हैं तो वहीं अब निजी टैक्सी आपरेटरों की मनमानी भी अभिभावकों पर भारी पड़ रही है। अपनी मनमर्जी से किराए में बढ़ोत्तरी टैक्सी चालकों ने की है। इससे अभिभावकों को माह में दोगुनी फीस चुकानी पड़  रही है।

कांगड़ा जिला के तहत नूरपूर में हुए निजी स्कूली बस के सड़क हादसे के बाद प्रशासन ने सख्त रवैया अपनाया है। इसके चलते निजी स्कूलों में लगी प्राइवेट गाडि़यों और बिना परमिट की बसों को बंद तो कर दिया गया है, जिससे अभिभावकों पर आर्थिक बोझ पड़ रहा है। अभिभावक वर्ग का कहना है कि

कांगड़ा जिला के तहत नूरपूर में हुए निजी स्कूली बस के सड़क हादसे के बाद प्रशासन ने सख्त रवैया अपनाया है। इसके चलते निजी स्कूलों में लगी प्राइवेट गाडि़यों और बिना परमिट की बसों को बंद तो कर दिया गया है, जिससे अभिभावकों पर आर्थिक बोझ पड़ रहा है। अभिभावक वर्ग का कहना है कि

एक ओर निजी स्कूलों की मनमानी और हर साल बढ़ रही फीसों से अभिभावक परेशान हैं तो वहीं अब निजी टैक्सी आप्रेटरों की मनमानी भी अभिभावकों पर भारी पड़ रही है। अपनी मनमर्जी से किराए में बढ़ोत्तरी टैक्सी चालकों ने की है। इससे अभिभावकों को माह में दोगुनी फीस चुकानी पड़  रही है। निजी टैक्सी

नूरपुर में स्कूल बस हादसा पूरे प्रदेश के अभिभावकों को न भूलने वाले जख्म दे गया है। इस हादसे में कितने ही मासूमों की जान चली गई। हादसे के बाद परिजन अभी भी सहमे व डरे हुए हैं, लेकिन इसके बाद भी स्कूली बच्चों को ले जाने में लगी स्कूल बसों व अन्य निजी वाहनों

कांगड़ा जिला के तहत नूरपुर में हुए निजी स्कूली बस के सड़क हादसे के बाद प्रशासन ने सख्त रवैया अपनाया है। इसके चलते निजी स्कूलों में लगी प्राइवेट गाडि़यों और बिना परमिट की बसों को बंद तो कर दिया गया है, जिससे अभिभावकों पर आर्थिक बोझ पड़ रहा है। अभिभावक वर्ग का कहना है कि

कांगड़ा जिला के तहत नूरपुर में हुए निजी स्कूली बस के सड़क हादसे के बाद प्रशासन ने सख्त रवैया अपनाया है। इसके चलते निजी स्कूलों में लगी प्राइवेट गाडि़यों और बिना परमिट की बसों को बंद तो कर दिया गया है, जिससे अभिभावकों पर आर्थिक बोझ पड़ रहा है। अभिभावक वर्ग का कहना है कि

कांगड़ा जिला के तहत नूरपूर में हुए निजी स्कूली बस के सड़क हादसे के बाद प्रशासन ने सख्त रवैया अपनाया है। इसके चलते निजी स्कूलों में लगी प्राइवेट गाडि़यों और बिना परमिट की बसों को बंद तो कर दिया गया है, जिससे अभिभावकों पर आर्थिक बोझ पड़ रहा है। अभिभावक वर्ग का कहना है कि