विचार

राकेश शर्मा लेखक, जसवां, कांगड़ा से हैं किसी भी तरह के स्पष्ट निर्देशों के अभाव में स्कूल प्रबंधन इस पैसे को अपनी सहूलियत और नजरिए के हिसाब से खर्च कर रहा है। इसमें इस बात की तरफ  ध्यान देने की जरूरत है कि कौन सी गेम के ऊपर कौन से विद्यालय में पैसे खर्च किए

फिर किसान-बागबान बेबस और आम नागरिक आकाशीय मुद्रा के सामने वक्त के अनूठे अंक गणित में मौसम को कोस रहा है। अपने अतीत के चक्र से बेखबर मौसम का हिमाचली अंदाज इनसानी अस्तित्व की अनिश्चितता से जोड़ने की कसरत भर नहीं, बल्कि जलवायु परिवर्तन का जबरदस्त पैगाम बन चुका है। हिमाचल में मई का महीना,

कटघरे में मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उनकी पांच साला कर्नाटक सरकार होनी चाहिए। कर्नाटक में विधानसभा चुनाव हैं। जनादेश कांग्रेस सरकार के कार्यक्रमों के पक्ष या विपक्ष में दिया जाना है। सवाल बार-बार होना चाहिए कि 3500 से ज्यादा किसानों ने आत्महत्या क्यों की? कर्नाटक सरकार ने किसानों के कर्ज माफ  क्यों नहीं किए और उनकी

डा. भरत झुनझुनवाला लेखक, आर्थिक विश्लेषक एवं टिप्पणीकार हैं वर्तमान दूसरे शंकराचार्य, देश की सबसे बड़ी ट्रेड यूनियन अथवा सबसे बड़ा व्यापारिक संगठन-इन सस्थाओं के अध्यक्षों का कालेजियम बनाया जा सकता है। इस कालेजियम को जिम्मेदारी दी जाए कि वह सुप्रीम कोर्ट के जजों की नियुक्ति करे। ऐसा करने से सुप्रीम कोर्ट के जजों की

लता, कांगड़ा पठानकोट-मंडी फोरलेन का काम शुरू करने पर हिमाचल के लोग भारत सरकार का शुक्रिया अदा करते हैं। हमारे देश की बदकिस्मती है कि जब भी तरक्की की बात आती है, तो उसे रोकने के लिए कुछ लोग अपने स्वार्थ के लिए कई तरह की कोशिशें करते हैं। यह बात किसी से भी छिपी

कुलभूषण उपमन्यु अध्यक्ष, हिमालयन नीति अभियान तेज ढलानों और वनस्पति की कमी के चलते बारिश के पानी का भू-जल में संचय की चुनौती के साथ सतही जल को रोकना और प्रयोग कर पाना दूसरी बड़ी चुनौती है। ग्लेशियर जल में होती कमी के चलते बारिश के पानी को अन्य तरीकों से रोकना जरूरी है। पर्वतीय

बात पुनः राजनीति के आसपास खड़े अपराध की होगी, जो हिमाचल को अपमानित कर रही है। कसौली से चंद किलोमीटर दूर फिर बंदूक गूंजी और विधायक के भाई के खून से लथपथ इबारत में अपराध ने अपना मकसद लिख दिया। जमीनी झगड़े के दायरे में इसकी वजह तलाशी जा सकती है, लेकिन हिमाचल में सियासी

राजेश कुमार चौहान, जालंधर अब हिमाचल भी रेप और अन्य जघन्य अपराधों के कारण मीडिया में सुर्खियां बनता जा रहा है, जो कि प्रदेश सरकार और आम लोगों के लिए बहुत निंदनीय और शर्मनाक है। हिमाचल जिसे आज भी दुनिया भर में ईमानदारी, नैतिकता और धार्मिक खूबियों के कारण पहचाना जाता है, जहां के लोगों

भारतीय सेना के ‘आपरेशन आल आउट’ के तहत अंततः बड़ी कामयाबी हासिल हुई है, तब हिजबुल मुजाहिदीन के ‘पोस्टर ब्वाय’ आतंकी बुरहान वानी का लगभग पूरा गिरोह ही ढेर कर दिया गया है। इस गिरोह का मौजूदा ‘पोस्टर ब्वाय’ एवं कश्मीर में हिजबुल का शीर्ष कमांडर सद्दाम पैडर भी मारा गया। कश्मीर विश्वविद्यालय में समाजशास्त्र