वैचारिक लेख

कर्नल (रि.) मनीष धीमान स्वतंत्र लेखक पिछले दिनों भारतीय सेना प्रमुख का सेना में सेवाएं देने के इच्छुक सिविलयन के लिए कर्त्तव्य भ्रमण या टुअर ऑफ  ड्यूटी का सुझाव चर्चा का विषय बना हुआ है। सिविलयन को सैन्य जीवन का तजुर्बा देने की भावना से ही सेना में शॉर्ट सर्विस कमीशन की शुरुआत हुई थी।

प्रो. एनके सिंह अंतरराष्ट्रीय प्रबंधन सलाहकार सरकारों के लिए शराब राजस्व का एक बड़ा माध्यम है। कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने यह भी कहा कि अगर शराब बिक्री पर पाबंदी जारी रहती है तो इसकी भरपाई केंद्र को करनी चाहिए। यह बात अजीब है कि सभी राज्यों ने लॉकडाउन के हिस्से के रूप में शराब की

पूरन सरमा स्वतंत्र लेखक भयंकरजी धीर-गंभीर आलोचक थे। मेरे जैसे लेखक से बात करना उनकी शान के खिलाफ था, लेकिन आलोचना की हालत खस्ता होने से न तो लेखक उन्हें पुस्तकें भेज रहे थे और न ही स्व-प्रेरणा से लिखी उनकी आलोचना कोई पत्र छाप रहा था। उनकी समझ में नहीं आ रहा था कि

कर्म सिंह ठाकुर लेखक सुंदरनगर से हैं एक सर्वे के मुताबिक कोरोना वायरस से पहले करीब तीन फीसदी विद्यार्थी ही ऑनलाइन कोचिंग का सहारा लेते थे, लेकिन इस महामारी के कारण 80 फीसदी तक विद्यार्थी ऑनलाइन कोचिंग को अपना रहे हैं। स्कूल, कॉलेज या विश्वविद्यालयों ने जूम, गूगल क्लासरूम, माइक्रोसॉफ्ट टीम, स्काइप जैसे प्लेटफार्मों के

देवेंद्र शर्मा एमएस, नेरचौक अस्पताल यदि कोरोना संक्रमण से किसी व्यक्ति की उपचार के दौरान मृत्यु हो जाती है तो स्वास्थ्य कर्मी आइसोलेशन वार्ड से मृतक की बॉडी को पीपीई किट, मास्क, ग्लब्ज, गम बूट, फेस कवर शिल्ड, गाग्लस का इस्तेमाल करते हुए सर्वप्रथम पार्थिव शरीर को डिसइनफेक्ट करने का कार्य करते हैं। पश्चात उसके

पीके खुराना राजनीतिक रणनीतिकार एकल परिवार में कामकाजी दंपत्ति के बच्चे अकेलापन महसूस करने पर टीवी और प्ले स्टेशन में व्यस्त होने की कोशिश करते हैं। भावनात्मक परेशानियों से जूझ रहा बच्चा एक बार इनका आदी हो जाए तो वह कई स्वास्थ्य समस्याओं का शिकार हो जाता है। किशोर अथवा युवा होते बच्चे भी व्यायाम

सुरेश सेठ sethsuresh25U@gmail.com नई सदी आई, लोगों की समझ बदल गई। बात का लहज़ा बदल गया। जीने का तौर-तरीका बदल गया। आज वही कामयाब है जो मौका देख कर केंचुल बदल जाए। अभी कुछ चुनाव संपन्न हुए। दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है अपना देश। मतदान की बड़ी शक्ति बताई जाती है। कहते हैं, यहां

डा. वरिंदर भाटिया पूर्व कालेज प्रिंसीपल उदाहरण के तौर पर हमारे देश में होली के दौरान प्रतिवर्ष लगभग 50 करोड़ पिचकारियों की बिक्री होती है, जो अधिकतर चीन से आयात की जाती हैं। यदि देश के एक जिले में सिर्फ पिचकारियों के निर्माण से संबंधित लघु उद्योग स्थापित किए जाएं तो उसकी खपत हमारे देश

कुलभूषण उपमन्यु अध्यक्ष, हिमालय नीति अभियान स्वचालित तकनीकों को उन्हीं क्षेत्रों तक सीमित कर देना होगा जहां और कोई विकल्प संभव न हो या खतरे वाला काम हो। सूक्ष्म और कुटीर उद्योगों को गांव-गांव में स्थापित करना होगा ताकि गांवों से शहरों को रोजी की तलाश में पलायन न हो और शहर में झुग्गी बस्तियों