कुल्लू

मनाली —मनाली बस अड्डे का निर्माण कार्य जल्द शुरू कर दिया जाएगा। इसे लेकर एचआरटीसी ने लगभग सारी औपचारिकताएं पूरी कर ली हैं। अंतरराष्ट्रीय पर्यटक स्थल मनाली में बनने वाला नया बस अड्डा हाईटेक टेक्नोलॉजी से लैस होगा। इन दिनों बस अड्डे के टेंडर कॉल किए जा रहे हैं। मनाली में वर्तमान समय में मौजूदा

कुल्लू  —धार्मिक एवं तीर्थ के नाम से विख्यात नगरी मणिकर्ण के कसोल में दो सदियों के ज्यादा समय के बाद देवता नारयाण की शक्तियों के साक्षी सैकड़ों लोग बनेंगे। देवता ने मणिकर्ण घाटी की पहले परिक्रमा की और सोमवार को काहिका उत्सव का आगाज हो गया है। कारकूनों के मुताबक 222 वर्षों के बाद कसोल

कुल्लू —महाविद्यालय में इस सत्र में प्रदेश सरकार ने चार नए विषयों को चलाने की अनुमति दी है, जिसमें अब छात्र-छात्राएं एमए राजनीति शास्त्र और एमसीए भी कर पाएंगे। कुल्लू कालेज के प्राचार्य नंद लाल शर्मा ने बताया कि महाविद्यालय नैक से एक्रडेटिड वर्ष 2003 से हुई है,  जिससे 2016 में इस एक्रेडेशन के लिए

आनी —आनी क्षेत्र में इन दिनों कई फेरी बाले गांव गांव घुम कर ग्रामीणों को सस्ते माल के नाम पर खूब चूना लगा रहे हैं। देश के बाहरी राज्यों से आए ये फेरी बाले बिना पहचान और बिना पुलिस पंजीकरण के आनी बाजार सहित गांव गांव पहुंचकर खटीया माल लोगों को थमाकर खूब चांदी कूट

कुल्लू —केंद्र सरकार के स्वच्छ भारत अभियान को लगभग पांच वर्ष पूरे होने वाले हैं, लेकिन इतने वर्षों में सफाई अभियान छेड़ने के बावजूद  अभियान की धरातल पर पोल खुलती नजर आ रही है। यहां आलीशान सरकारी कार्यालयों के आगे गंदगी के ढेर लग जाते हैं। कई दिनों तक गंदगी नहीं उठती है। हां बात

 कुल्लू —जिला कुल्लू के दो अलग-अलग स्थानों पर पुलिस ने गश्त और नाकाबंदी के दौरान चरस बरामद की है, जिसमें पुलिस ने जिला कुल्लू से संबंध रखने वाले दो चरस तस्करों को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है। पुलिस ने दोनों मामले में तीन किलो 130 ग्राम चरस बरामद की है।  जानकारी के अनुसार

कुल्लू  —जिला कुल्लू के तहत पड़ने वाले सैंज बाजार में आग लगने से दुकानें राख हो गईर्ं। अग्निकांड में लाखों की संपति जलकर स्वाह हो गई है। आग लगने के कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया गया। रविवार सुबह रात खुलते ही सैंज बाजार में दुकान में आग की लपटें उठीं और क्षेत्र

मनाली —मणिकर्ण क्षेत्र की जलुग्रां घाटी उत्तम किस्म के सेब के लिए प्रसिद्ध है। यहां का बागबान बेहद मेहनत करके सेब की फसल को टूटने नहीं देता है।  वर्ष भर सेब के पौधों की सेवा की जाती है और आधुनिक तरीके से कटिंग,  खाद व पॉलीनेशन किया जाता है। यही कारण है कि यहां पर

आनी —श्रीखंड यात्रा में इस बार अनहोनी घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। यात्रा पर प्रशासन ने हालांकि पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है। मगर, यात्रा के दौरान इस वर्ष जहां प्राकृतिक कारणों से चार लोगों की मौत हो गई। वहीं, रविवार को  जाओं पीएचसी में कार्यरत एमओ डा. रोहित  की भी चलती कार