कुल्लू — पदोन्नत प्रवक्ता संघ कुल्लू का एक प्रतिनिधिमंडल जिलाध्यक्ष मनोज कुमार की अध्यक्षता में बीते दिनों संघ के प्रदेशाध्यक्ष अमरनाथ धीमान से धर्मशाला में मिला। इस दौरान उनके साथ संघ के प्रेम ठाकुर, सुरेंद्र कुमार, राकेश शर्मा, वीरेंद्र कतना भी मौजूद रहे। इस प्रतिनिधिमंडल ने राज्याध्यक्ष को एक मांग पत्र सौंपा। इस मांग पत्र
कुल्लू — धार्मिक नगरी मणिकर्ण घाटी के तलपीणी गांव में एक-दूसरे पर राख फेंक आसुरी शक्तियों को गांव से बाहर भगाया गया। करीब तीन घंटे तक आसुरी शक्तियों को भगाने की रिवायत पारंपरिक तरीके से चली रही है। पीणी फाटी के लोगों ने रविवार सुबह अपने-अपने घर से राख को तलपीणी स्थित आगली सेरी नामक
पतलीकूहल — मौसम का मिजाज कब हावी हो जाए कोई पता नहीं, लेकिन पिछले एक सप्ताह से घाटी के लोगों को सेब के पौधों की पू्रनिंग करने के लिए बेहतर सप्ताह है। हांलाकि बर्फबारी के बाद दो दिन तक पौधों पर बर्फ रही और पू्रनर्ज को काम करने में दिक्कत आई यानी वे काम ही
मनाली — विदेशी सैलानियों की पहली पसंद कहे जाने वाले मनाली गांव व धार्मिक पर्यटक स्थल वशिष्ठ से रौनक गायब हो गई है। हालांकि छिटपुट सैलानियों का आना लगा हुआ है, लेकिन अधिकतर व्यवसायियों के सर्दियों में निचले क्षेत्रों में चले जाने से पर्यटक स्थलों ने चुप्पी साध ली है। गर्मियों में शांत व गांव
बंजार — उपमंडल बंजार, कुल्लू जिला सहित मंडी, सराज में फागली उत्सव पर धार्मिक व वैदिक कार्यक्रमों का आयोजन माघ की सक्रांति से श्रीगणेश किया जाता है। इसी कड़ी में उपमंडल बंजार के पल्दी क्षेत्र में फागली पर्व का आगाज हो गया है। रविवार को बंजार की थाटीबीड और गोपालपुर पंचायत का केंद्र बिंदू थाटीबीड
कुल्लू — मौसम विभाग द्वारा हिमाचल में अगले 48 घंटों में भारी बर्फबारी की चेतावनी के बाद से यहां जिला प्रशासन भी सक्रिय हो चुका है। उपायुक्त कुल्लू ने सभी विभागों को अलर्ट देने के आदेश जारी किए हैं। इसी के चलते यहां बिजली विभाग के कर्मचारियों की भी छुट्टियों को रद्द कर दिया गया
कुल्लू — बंजार कांग्रेस की मासिक बैठक गड़सा घाटी के बहुगुणा गांव में आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता बंजार ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सुरेंद्र शर्मा ने की। वहीं, बैठक में आयुर्वेद एवं सहकारिता मंत्री कर्ण सिंह ने बैठक में विशेष अतिथि के रूप में शिरकत की। ब्लॉक अध्यक्ष सुरेंद्र शर्मा ने कहा कि
कुल्लू — देवभूमि कुल्लू की परंपरा अनोखी व अद्भुत है। वहीं, देवभूमि कुल्लू की परंपरा अलग-अलग हैं। देवभूमि कुल्लू में कुछ देवी-देवता स्वर्ग प्रवास से वापस लौटे, तो कुछ मकर संकं्राति के दिन स्वर्ग प्रवास पर निकल पड़े तथा कुछ देवी-देवता मकर संकं्राति के सातवें दिन स्वर्ग प्रवास पर जाएंगे। तीर्थ और तपोस्थली के नाम
कुल्लू — गत दिनों जिला भर में हुई बर्फबारी-बारिश के बाद इन दिनों घाटी के बागबान बागीचों में बागबानी कार्य करने में जुटे हुए हैं। बर्फबारी-बारिश होने के बाद घाटी की जमीन में नमी आ गई है। ऐसे में अब घाटी के बागबान सेब, नाशपाती पेड़ों के तौलिये बनाने के कार्य इन दिनों कर रहे