सिरमौर

संगड़ाह – उपमंडल मुख्यालय संगड़ाह में निर्माणाधीन 7.07 करोड़ का मिनी सचिवालय भवन संबंधित विभाग व कंस्ट्रक्शन कंपनी के अनुसार आगामी अप्रैल माह तक तैयार हो जाएगा। उक्त भवन के तैयार होने पर विकास खंड संगड़ाह की 41 पंचायतों की करीब 74 हजार की आबादी को एक छत के नीचे विभिन्न कार्यालय अथवा सुविधाएं मयस्सर

नाहन – नाहन निर्वाचन क्षेत्र के विधायक डा. राजीव बिंदल ने गुरुवार को यहां जनसमस्याओं को सुनते हुए कहा कि सिरमौर जिला में विकास अब कागजों में नहीं बल्कि धरातल पर किया जाएगा, ताकि समाज के हर वर्ग के लोगों को सरकार की योजनाओं का लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि सिरमौर को पिछड़ेपन को

नाहन – यदि उत्तराखंड की तर्ज पर हिमाचल प्रदेश में भी उद्योगों को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएं, तो औद्योगिक पैकेज के बाद जिला से रुखसत हो रहे उद्योगों का पलायन रोका जा सकता है। जानकारी के मुताबिक जिला सिरमौर में औद्योगिक पैकेज के दौरान करीब 1500 से अधिक कारखाने जिला सिरमौर में लगे थे,

पांवटा साहिब – बेटियों-माताओं को सताने वाले शातिरों की अब खैर नहीं है। पांवटा साहिब से हिमाचल भर में कड़ा संदेश देने के लिए अनूठी मुहिम शुरु हुई है। इसका प्रदेश भर में व्यापक असर होगा। बेशक,यह मुहिम आने वाले समय में रंग लाएगी। ऐसे में स्कूलों-कालेजों के बाहर दनदनाने वाले शातिरों तक कड़ा संदेश

सराहां – उपायुक्त सिरमौर बीसी बडालिया ने गुरुवार को तहसील कार्यालय सराहां का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने कार्यालय के कर्मचारियों की समयबद्धता पर संतोष व्यक्त करते हुए निर्देश दिए कि लोगों के राजस्व संबंधी कार्यां का निपटारा समयबद्ध किया जाए, ताकि लोगों को बार-बार अपने कार्यों के लिए कार्यालय के बार-बार चक्कर न काटने पड़ें।

पांवटा साहिब – पांवटा साहिब के गिरिपार स्थित मानपुर देवड़ा स्कूल का वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह बड़े धूमधाम से मनाया गया। इस मौके पर बतौर मुख्यातिथि पांवटा साहिब के विधायक सुखराम चौधरी ने शिरकत कर मेधावियों को इनाम बांटे। कार्यक्रम की अध्यक्षता सरदार ओंकार सिंह ने की। मुख्यातिथि सुखराम चौधरी का कार्यक्रम में पहुंचने पर

संगड़ाह – उपमंडल मुख्यालय संगड़ाह में गत अक्तूबर माह में शुरू हुए एसडीपीओ कार्यालय में अब तक किसी भी कर्मचारी अथवा अधिकारी की नियुक्ति न होने से सन्नाटा छाया हुआ है। सुबह सरकारी टाइम पर हालांकि स्थानीय पुलिस कर्मियों द्वारा उक्त कार्यालय का ताला खोल दिया जाता है, मगर अधिकारिक तौर पर यहां कोई भी

नौहराधार – सिंचाई एवं जनस्वास्थ्य विभाग द्वारा लाना पालर में उठाऊ सिंचाई योजना बनाई गई है, जो कि आज के समय में खत्म हो चुकी है। जानकारी के अनुसार 1997 में इस योजना का शिलान्यास करवाया गया, जिसकी लागत उस दौरान 40 लाख रुपए बताई जा रही थी। लेकिन दस्तावेजों से चौंकाने वाले खुलासे जब

पांवटा साहिब – सरकारी पैसा पता नहीं कब तक आएगा। तब तक श्रमदान से ही क्यों न अधूरे पड़े सामुदायिक भवन का कार्य पूरा कर लिया जाए। यह मिसाल पांवटा साहिब के गिरिपार क्षेत्र के सुनोग गांव के ग्रामीणों ने दी है। सुनोग के ग्रामीणों ने सामुदायिक भवन के अधूरे काम के लिए श्रमदान करने