कुलदीप नैयर

कुलदीप नैयर लेखक, वरिष्ठ पत्रकार हैं कांग्रेस में कुछ ऐसे सदस्य भी हैं जो यह विश्वास कर रहे हैं कि प्रणब आरएसएस के मंच से बहुलतावाद पर कोई प्रभावी संदेश देंगे। इसी तरह की भावनाएं व्यक्त करते हुए कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने कहा है कि हमें यह विश्वास करना चाहिए कि प्रणब मुखर्जी कोई

कुलदीप नैयर लेखक, वरिष्ठ पत्रकार हैं अगर विभिन्न समुदायों के धार्मिक प्रमुख राजनीतिक अखाड़े में उतर आते हैं, तो वे राजनीति से दूर नहीं माने जाएंगे, जबकि उन्हें इससे दूर रहना चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ मुख्य आलोचना यह है कि वह अपनी बाहों पर हिंदू कौमपरस्ती का बैज पहनते हैं। उन्होंने लोगों को

कुलदीप नैयर लेखक, वरिष्ठ पत्रकार हैं चुनाव पूर्व का गठबंधन चुनाव बाद के गठबंधन से ज्यादा मान्य होता है। अब कर्नाटक का मामला देखें तो चुनाव बाद का गठबंधन भाजपा की ताजपोशी के आड़े आ गया है। इसके बावजूद इस गठबंधन को बेदखल नहीं किया जा सकता, क्योंकि उसके पास स्पष्ट बहुमत है। वर्तमान स्थितियों

कुलदीप नैयर लेखक, वरिष्ठ पत्रकार हैं हिंदू व मुसलमानों के आपस में बंटे होने के बावजूद दोनों ने अंग्रेजों को कड़ी चुनौती दी। इसका मतलब यह है कि जब किसी तीसरे पक्ष का मामला आता है, तो उसे बाहर निकाल फेंकने के लिए दोनों हाथ मिला लेते थे। न्यूनाधिक रूप से यह वही है जो

कुलदीप नैयर लेखक, वरिष्ठ पत्रकार हैं ऐसा लगता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन-निर्देशित सीमा को स्वीकार कर लिया है। सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी तर्क कर सकती है कि उसने वह स्वीकार किया है जो कानूनी तौर पर वास्तव में है। जिसका ऐतिहासिक क्षण के रूप में स्वागत किया जा रहा है, वह वास्तव

कुलदीप नैयर लेखक, वरिष्ठ पत्रकार हैं महाभियोग वास्तव में एक गंभीर मसला है। इसका कभी भी राजनीतिकरण नहीं होना चाहिए। राहुल गांधी ने ऐसा कर दिया है। और उस हद तक उन्होंने न्यायपालिका को कमजोर किया है। चूंकि वह एक अखिल भारतीय दल का नेतृत्व कर रहे हैं, इसलिए उन्हें इस मामले में सजग होकर

कुलदीप नैयर लेखक, वरिष्ठ पत्रकार हैं हम पाकिस्तान में सर्जिकल स्ट्राइक भी कर चुके हैं। इसके बावजूद कोई लाभ मिलता नहीं लग रहा है। आज नहीं, तो कल दोनों देशों को अपने मसले सुलझाने के लिए बातचीत तो करनी ही होगी। भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल की पाकिस्तान के एनएसए से वार्ता सही

कुलदीप नैयर लेखक, वरिष्ठ पत्रकार हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारतीय जनता पार्टी में अब सर्वेसर्वा बन गए हैं। उन्होंने अपने नजदीकी साथी अमित शाह को पार्टी के अध्यक्ष पद पर प्रतिस्थापित कर दिया है। लेकिन चार साल के शासन के बाद भी यह पता नहीं चल पा रहा है कि वह देश को किस दिशा

कुलदीप नैयर लेखक, वरिष्ठ पत्रकार हैं मैं उनसे इस बात पर सहमत हूं क्योंकि यह कोई हिंदू-मुसलमान का सवाल नहीं है और न ही इसे इस तरह का सवाल बनाया जाना चाहिए। सभी राजनीतिक दलों को ऐसे कदम उठाने चाहिए जिससे कश्मीरी पंडितों की घाटी में वापसी हो सके। उनकी अधिकतर संपत्तियां अब भी अक्षुण्ण