कुलदीप नैयर

कुलदीप नैयर ( लेखक, वरिष्ठ पत्रकार हैं ) मौजूदा संदर्भों में भारत को अपना अगला कदम उठाने से पहले देखो और इंतजार करो की नीति का अनुसरण करना चाहिए। इजरायल ने भी कमोबेश ऐसी ही इच्छा जताई है। भारत-पाक के लिए फिलहाल यही उचित होगा कि वे संवाद के टेबल पर आकर महत्त्वपूर्ण मसलों को

कुलदीप नैयर ( कुलदीप नैयर लेखक, वरिष्ठ पत्रकार हैं ) नागरिकता छीनने संबंधी  कानून 2005 में हुए विस्फोटों के बाद उपजी स्थितियों को ध्यान में रखते हुए 2006 में  लागू किया गया था। इन विस्फोटों में 52 लोगों की मृत्यु हो गई थी और 700 लोग घायल हो गए थे। लागू होने के बाद के

कुलदीप नैयर ( कुलदीप नैयर लेखक, वरिष्ठ पत्रकार हैं ) तमिलनाडु की राजनीति में चले मौजूदा ड्रामे का अंतिम परिणाम क्या रहता है, इस पर अभी से कुछ कह पाना मुश्किल है। लेकिन एक बात तो बिलकुल स्पष्ट है कि शशिकला एक उल्लेखनीय चेहरा बन चुकी हैं और पन्नीरसेल्वम के बारे में भी यही कहा

कुलदीप नैयर लेखक, वरिष्ठ पत्रकार हैं राजनीतिक दलों को मिलने वाले नकद चंदे की सीमा को 20000 हजार रुपए से घटाकर 2000 रुपए करके वित्त मंत्री ने देश के विभिन्न राजनीतिक दलों, खास कर वाम दलों के चिढ़ने का जोखिम मोल लिया है। लेकिन उन्होंने देश के समक्ष एक संतुलित तस्वीर पेश करने की कोशिश

कुलदीप नैयर लेखक, वरिष्ठ पत्रकार हैं कश्मीर में जायरा वसिम का उदाहरण हमारे सामने हैं। उन्होंने बालीवुड फिल्म में अपने अभिनय के दम पर दर्शकों में गहरी छाप छोड़ी थी और फिल्म निर्माता व निर्देशक अमिर खान ने भी स्वीकार किया कि उनका कार्य सराहनीय था। महबूबा मुफ्ती से जब वसिम मिलीं, तो महबूबा ने

कुलदीप नैयर ( कुलदीप नैयर लेखक, वरिष्ठ पत्रकार हैं ) स्वतंत्रता के तुरंत बाद ईएमएस नंबूदरीपाद केरल के मुख्यमंत्री चुने गए थे। वह दिल्ली से अलग दृष्टिकोण रखते थे, जहां पर कांग्रेस का शासन था। दिल्ली प्रतिरोधी गिरफ्तारी को आगे बढ़ाना चाहती थी लेकिन नंबूदरीपाद का तर्क था कि यह ब्रिटिश तरीका है और यह

कुलदीप नैयर ( लेखक, वरिष्ठ पत्रकार हैं ) पाकिस्तान में यह भी एक सामान्य प्रवृत्ति रही है कि यह हर बात को कश्मीर के साथ जोड़ देता है। यह एक जटिल समस्या है और इसके समाधान में अभी कई और वर्ष लग सकते हैं। अगर सिंधु जल समझौते की नए सिरे से समीक्षा को दोनों