आस्था

तकनीक ने जीवन आसान बना दिया है। अब किसी काम को करने के लिए ज्यादा शारीरिक मेहनत नहीं करनी पड़ती। लेकिन ये आराम नुकसानदायक भी हो सकता है। क्योंकि इसने हमारे बैठे रहने के समय को बढ़ा दिया है और साथ में सिटिंग जॉब से गंभीर परिणाम देखने को मिल सकते हैं।

मीडिया यानी पत्रकारिता संबंधित सूचना व संचार माध्यम सदैव समाज में महत्त्वपूर्ण रोल निभाता आया है। व्यक्ति को रोजमर्रा की खबरों एवं सूचनाओं से जोडऩे का यह अहम माध्यम मर्दों में परस्पर गांव की चौपाल, नाई की दुकान...

महावीर जयंती का पर्व महावीर स्वामी के जन्म दिन चैत्र शुक्ल त्रयोदशी को मनाया जाता है। भगवान महावीर स्वामी जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर थे जिनका जीवन ही उनका संदेश है।

हनुमान जयंती एक हिंदू पर्व है। यह चैत्र माह की पूर्णिमा को मनाया जाता है। इस दिन हनुमान जी का जन्म हुआ माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि चैत्र मास की पूर्णिमा को ही भगवान श्रीराम के परम भक्त हनुमान ने माता अंजनी के गर्भ से जन्म लिया था। यह व्रत हनुमान जी की जन्मतिथि का है। प्रत्येक देवता की जन्मतिथि एक होती है, परंतु हनुमान जी की दो मनाई जाती हैं।

वामन जयंती भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की द्वादशी को मनाई जाती है, जबकि सनातन धर्म के अनुसार चैत्र माह में शुक्ल पक्ष की द्वादशी को वामन द्वादशी मनाई जाती है। द्वादशी तिथि के दिन मनाए जाने के कारण ही इसे वामन द्वादशी भी कहा जाता है।

हिमाचल प्रदेश को देवभूमि के नाम से जाना जाता है। यहां पर देवी-देवताओं के कई धार्मिक स्थल मौजूद हैं। यहां पर प्रकृति की सुंदर वादियों का नजारा और हरे-भरे पेड़ों से घिरे वनों के मनमोहक दृश्य हर किसी को अपनी ओर आकर्षित करते हैं।

भारत में यह एकमात्र बालाजी का मंदिर है, जिसमें बालाजी के दाढ़ी और मूंछ है। बाकी चेहरे पर राम भक्ति में राम आयु बढ़ाने का सिंदूर चढ़ा हुआ है। हनुमान सेवा समिति, मंदिर और मेलों के प्रबंधन का काम करती है। यहां रहने के लिए कई धर्मशालाएं और खाने-पीने के लिए कई जलपान गृह (रेस्तरां)

कहा जाता है जिस पर हनुमान जी प्रसन्न हो जाते हैं, उस पर न केवल श्री राम, बल्कि समस्त राम परिवार प्रसन्न हो जाता है। इसलिए इन्हें प्रसन्न करने के लिए लोग केवल पूजा पाठ उपाय आदि ही नहीं करते, बल्कि देश व विदेश में स्थित इनके विभिन्न मंदिरों में भी जाते हैं...

* एक चम्मच वेसन या चावल के आटे में चुटकी भर हल्दी मिलाकर मिश्रण बना कर चेहरे पर लगाएं। 15 मिनट के बाद साफ पानी से धो लें। इससे त्वचा साफ होती है। * एक चम्मच नीम का पाउडर, दो चम्मच मुलतानी मिट्टी और 1 चम्मच गुलाबजल मिक्स करके इसे 30 मिनट तक चेहरे पर