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डा. कुलदीप चंद अग्निहोत्री वरिष्ठ स्तंभकार जाहिर है मुस्लिम अंडरवर्ल्ड को हिंदू के उत्तर भारतीय होने सा दक्षिण भारतीय होने से कोई मतलब नहीं था। उस कालखंड में शिव सेना ने अपने चिंतन व दृष्टि का विस्तार करना शुरू किया व संगठित मुस्लिम गुंडागर्दी का दबाव देना शुरू किया। इस प्रकार शिवसेना ने अपने कार्यक्षेत्र

अनुज कुमार आचार्य लेखक, बैजनाथ से हैं एड्स एक जानलेवा बीमारी है जो एचआईवी संक्रमण के कारण मानव की रोग प्रतिरोधक क्षमता को कम कर देती है। एचआईवी के मामलों में वृद्धि को देखते हुए भारत सरकार ने राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन की स्थापना की थी। इसका उद्देश्य देश में एचआईवी एवं एड्स की रोकथाम

प्रो. एनके सिंह अंतरराष्ट्रीय प्रबंधन सलाहकार राष्ट्र अब बौद्धिक संपदा को विकसित करने के लिए चेतना विकसित कर रहे हैं जो आर्थिक विकास और वैज्ञानिक सफलता का स्रोत है। इसलिए उच्च शिक्षा एक देश को आगे बढ़ाने के लिए बेहद महत्त्वपूर्ण है। दुर्भाग्य से हम इस स्तर पर विकसित राष्ट्रों से पीछे हैं और प्रगति

भूपिंदर सिंह राष्ट्रीय एथलेटिक्स प्रशिक्षक हिमाचल प्रदेश में रह कर प्रशिक्षण प्राप्त कर राष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन करना बहुत कठिन है। यही कारण है कि राज्य में अच्छा प्रशिक्षण कार्यक्रम न होने के कारण प्रतिभाशाली खिलाड़ी अधिकतर हिमाचल से पलायन कर जाते हैं। कनिष्ठ स्तर पर प्रतिभा खोज के बाद खिलाडि़यों के लिए स्कूली

पीके खुराना राजनीतिक रणनीतिकार देवेंद्र फड़नवीस से पहले ऐसे कई नेता हुए हैं जो कि बहुत ही कम समय के लिए मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठे रह सके। इनमें जगदंबिका पाल की बात करें तो 1998 में उत्तर प्रदेश में राज्यपाल रोमेश भंडारी ने कल्याण सिंह को बर्खास्त कर 21 फरवरी, 1998 को जगदंबिका पाल

अनुज कुमार आचार्य  लेखक, बैजनाथ से हैं बेशक टमाटर-प्याज की कीमतें पाकिस्तान के मुकाबले कम हैं, लेकिन फिर भी मध्यम एवं निम्न मध्यमवर्गीय परिवारों का बजट गड़बड़ाया हुआ है तो खाने का जायका भी बिगड़ा हुआ है। लहसुन, अदरक और दालों की लगातार बढ़ती हुई कीमतों से गरीब और आम भारतीय तबका परेशानी के आलम

भरत झुनझुनवाला आर्थिक विश्लेषक विद्यार्थियों की रुचि पढ़ने की नहीं है क्योंकि उनकी दृष्टि केवल हाई स्कूल का सर्टिफिकेट हासिल करने की होती है जिससे वे सरकारी नौकरी का आवेदन भर सकें। अध्यापकों की भी पढ़ाने की रुचि नहीं होती है क्योंकि उनकी सेवाएं सुरक्षित रहती हैं और उनके संगठनों के राजनीतिक दबाव में कोई

कंचन शर्मा लेखिका, शिमला से हैं   अभी हाल ही में हिमाचल में हुए राजदेई नामक 83 वर्षीया वृद्ध महिला के साथ अमानवीय व्यवहार ने  समाज को अंदर तक झिंझोड़ कर रख दिया।  एक ऐसी महिला जिसका पति नहीं, बेटा नहीं और उसे अशक्त मान देव प्रकरण का पाखंड कर जो बर्बरता की गई वह

डा. कुलदीप चंद अग्निहोत्री वरिष्ठ स्तंभकार मगध से कुछ मील की दूरी पर सटे हुए बिहार शरीफ में ओदांतपुरी या उदांतपुरी नाम से विश्व प्रसिद्ध महाविहार स्थित था। नालंदा के पास ही राजगृह जिसे आज राजगीर कहा जाने लगा है , महात्मा बुद्ध का कर्म क्षेत्र रहा था। द्वापर और कलियुग के संधिकाल में यहीं