भूपिंदर सिंह

भूपिंदर सिंह राष्ट्रीय एथलेटिक्स प्रशिक्षक आज हम अपने घर-आंगन में भी अपनी फिटनेस के लिए काम कर सकते हैं। विभिन्न शारीरिक क्रियाओं को आप एक जगह खड़े होकर कर सकते हैं। आठ फुट की जगह पर बैठ व लेट कर कई प्रकार की क्रियाओं को किया जा सकता है। फिटनेस कार्यक्रम के लिए सबेरे खाली

भूपिंदर सिंह राष्ट्रीय एथलेटिक्स प्रशिक्षक इसलिए आज भारत सरकार व कई राज्य अपने यहां नियमित अनुभवी विशेषज्ञ प्रशिक्षक न होने के कारण अनुभवी विशेषज्ञ प्रशिक्षकों को अपने यहां उच्च खेल परिणाम देने वाले प्रशिक्षण केंद्रों में अनुबंधित कर रहे हैं। गुजरात सहित कई राज्य अपने यहां मोटे अनुबंध पर विषेशज्ञ प्रशिक्षकों को उत्कृष्ट प्रदर्शन करवाने

भूपिंदर सिंह राष्ट्रीय एथलेटिक्स प्रशिक्षक हिमाचल प्रदेश की अधिकांश आबादी गांव में रहती थी, वहां पर सवेरे-शाम  वर्षों पहले से ही विद्यार्थी अपने अभिभावकों के साथ कृषि व अन्य घरेलू कार्यों में सहायता करता था। विद्यालय आने-जाने के लिए कई किलोमीटर दिन में पैदल चलना पड़ता था। इसलिए उस समय के विद्यार्थी को किसी भी

भूपिंदर सिंह राष्ट्रीय एथलेटिक्स प्रशिक्षक खेल आरक्षण के नियमानुसार किसी भी भर्ती के लिए न्यूनतम योग्यता पास अंक प्राप्त करने के बाद अंतिम मैरिट में खेलों में उच्च प्रदर्शन करने वाले को पहला स्थान मिलेगा, चाहे वह लिखित परीक्षा में सबसे कम अंक लेकर पास हुआ हो। यानी खेल कोटा उन्हें मिलेगा जिनकी खेलों में

भूपिंदर सिंह राष्ट्रीय एथलेटिक्स प्रशिक्षक क्या सरकार पंजाब, गुजरात आदि राज्यों की तरह उत्कृष्ट खेल परिणाम दिलाने वाले प्रशिक्षकों को यहां लगातार कई वर्षों के लिए अनुबंधित कर  हिमाचल प्रदेश के खिलाडि़यों को राज्य में ही प्रशिक्षण सुविधा दिलाकर खेल प्रतिभा का पलायन रोक नहीं सकती है? इससे प्रदेश में खेल वातावरण बनेगा तो हर

भूपिंदर सिंह राष्ट्रीय एथलेटिक्स प्रशिक्षक इंडोर स्टेडियम में अलग-अलग समय में अलग-अलग खेल के प्ले फील्ड बिछा कर खेल प्रतियोगिता व प्रशिक्षण किया जा रहा है। इन प्ले फील्ड की खरीददारी में भी काफी घपला होता है। हिमाचल प्रदेश के महाविद्यालयों में जहां अधिकतर खेल सामग्री महाविद्यालय प्रशासन स्वयं खरीदता है, वहीं पर कुछ खेल

भूपिंदर सिंह राष्ट्रीय एथलेटिक्स प्रशिक्षक प्रतिभा व सुविधा के अनुसार हिमाचल प्रदेश के विश्वविद्यालयों व महाविद्यालयों में भी सरकार खेल विंग खोलती है तो भविष्य में हिमाचल के खिलाड़ी राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन कर सकते हैं। हिमाचल प्रदेश के कई महाविद्यालयों के पास अंतरराष्ट्रीय स्तर का खेल ढांचा तैयार खड़ा यूं ही

भूपिंदर सिंह राष्ट्रीय एथलेटिक्स प्रशिक्षक इस अवस्था में शारीरिक लोच में कमी आती है, मगर प्रशिक्षण द्वारा उसे स्थिर  रखा जाता है। किशोरावस्था के अंत तक लड़कियां लड़कों के मुकाबले अपने श्रेष्ठ प्रदर्शन की ओर तेजी से बढ़ रही होती हैं, मगर लड़कों में हो रहे हार्मोनल बदलाव के कारण लड़के-लड़की के प्रदर्शन में काफी

भूपिंदर सिंह राष्ट्रीय एथलेटिक्स प्रशिक्षक भारत के अधिकतर स्प्रिंटर समुद्र तट से संबंध रखते हैं। मछली इन लोगों का मुख्य आहार है। मछली में अच्छी गुणवत्ता का प्रोटीन मिलता है। उत्तर भारत में  शाकाहारी अधिक हैं, मगर गेहूं, दूध व उससे बने पदार्थों में भी अच्छी क्वालिटी का प्रोटीन मिलता है। यह भी कारण है