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डा. कुलदीप चंद अग्निहोत्री वरिष्ठ स्तंभकार कांग्रेस और भ्रष्टाचार लगभग पर्यायवाची ही बन गए हैं। सत्ता कांग्रेस की होगी तो जाहिर है वरिष्ठ से लेकर कनिष्ठ कांग्रेसी सत्ताधारी अपने- अपने रुतबे और योग्यता के हिसाब से घोटालों में लग ही जाएंगे, लेकिन उससे सोनिया कांग्रेस की बदनामी भी होगी, जिसके दूरगामी परिणाम हो सकते थे।

प्रो. एनके सिंह अंतरराष्ट्रीय प्रबंधन सलाहकार यह आदर्शवाद व विचारधारा के अंत का एक विचित्र प्रदर्शन है, जब इस तरह की असमान सोच वाले लोग पिछली पृष्ठभूमि को भूलकर केवल भौतिक लाभ के लिए एक साझे राजनीतिक दुश्मन को हराने के लिए इकट्ठा होते हैं। कोई भी विचारधारा केवल धन शक्ति नहीं है, जो नए

पीके खुराना राजनीतिक रणनीतिकार सन् 1998 में कांग्रेस केंद्र की सत्ता से बाहर हुई तो कांग्रेस का हाल बेहाल था। कांग्रेस के तत्कालीन कार्यकारी अध्यक्ष सीताराम केसरी कांग्रेस को संभाल पाने में असमर्थ हुए तो एक दिन सोनिया गांधी ने कांग्रेस कार्यालय पर कब्जा करके स्वयं कांग्रेस अध्यक्ष का पद संभाल लिया। हिंदी न जानने

भरत झुनझुनवाला आर्थिक विश्लेषक वित्तीय घाटे को नियंत्रण करने की नीति मूलतः भ्रष्ट सरकारों पर अंकुश लगाने के लिए बनाई गई थी। सत्तर के दशक में दक्षिण अमरीका के देशों के नेता अति भ्रष्ट थे। वे अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष और विश्व बैंक से ऋण लेकर उस रकम को स्विस बैंक में अपने व्यक्तिगत खातों में

कंचन शर्मा लेखिका, शिमला से हैं आज भारत उस मुकाम पर पहुंच चुका है जहां तीन तलाक से मुक्ति मिल चुकी है, कश्मीर में धारा 370 से मुक्ति मिल चुकी है, अयोध्या जैसी समस्या का समाधान किया जा चुका है, समान आचार संहिता लागू करने की बात की जा रही है, हम टेक्नोलॉजी की ऊंचाइयों

डा. कुलदीप चंद अग्निहोत्री वरिष्ठ स्तंभकार जाहिर है मुस्लिम अंडरवर्ल्ड को हिंदू के उत्तर भारतीय होने सा दक्षिण भारतीय होने से कोई मतलब नहीं था। उस कालखंड में शिव सेना ने अपने चिंतन व दृष्टि का विस्तार करना शुरू किया व संगठित मुस्लिम गुंडागर्दी का दबाव देना शुरू किया। इस प्रकार शिवसेना ने अपने कार्यक्षेत्र

अनुज कुमार आचार्य लेखक, बैजनाथ से हैं एड्स एक जानलेवा बीमारी है जो एचआईवी संक्रमण के कारण मानव की रोग प्रतिरोधक क्षमता को कम कर देती है। एचआईवी के मामलों में वृद्धि को देखते हुए भारत सरकार ने राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन की स्थापना की थी। इसका उद्देश्य देश में एचआईवी एवं एड्स की रोकथाम

प्रो. एनके सिंह अंतरराष्ट्रीय प्रबंधन सलाहकार राष्ट्र अब बौद्धिक संपदा को विकसित करने के लिए चेतना विकसित कर रहे हैं जो आर्थिक विकास और वैज्ञानिक सफलता का स्रोत है। इसलिए उच्च शिक्षा एक देश को आगे बढ़ाने के लिए बेहद महत्त्वपूर्ण है। दुर्भाग्य से हम इस स्तर पर विकसित राष्ट्रों से पीछे हैं और प्रगति

भूपिंदर सिंह राष्ट्रीय एथलेटिक्स प्रशिक्षक हिमाचल प्रदेश में रह कर प्रशिक्षण प्राप्त कर राष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन करना बहुत कठिन है। यही कारण है कि राज्य में अच्छा प्रशिक्षण कार्यक्रम न होने के कारण प्रतिभाशाली खिलाड़ी अधिकतर हिमाचल से पलायन कर जाते हैं। कनिष्ठ स्तर पर प्रतिभा खोज के बाद खिलाडि़यों के लिए स्कूली