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  रेल कोच फैक्टरी कपूरथला द्वारा निम्न पदों के लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं। पद – अप्रेंटिस(फिटर, वेल्डर, पेंटर)। रिक्तियां – 195. शैक्षणिक योग्यता – मान्यता प्राप्त स्कूल या संस्थान से 10वीं पास और आईटीआई प्रमाणपत्र। आयु  सीमा – न्यूनतम 15 वर्ष से अधिकतम 24 वर्ष। आवेदन की अंतिम तिथि – 19 मार्च, 2018. आवेदन

NEET 2018 परीक्षा में केवल अब 2 महीने का समय शेष बचा है और ज्यादातर छात्र NEET के साथ अन्य प्रवेश परीक्षाओं एवं बोर्ड की परीक्षा की तैयारी भी करने में जुटे हैं।ऐसे में बहुत ज़रूरी है की आप सही माध्यम एवं पद्धत्ति के द्वारा पढ़ाई करें। आज की इस आधुनिक दुनिया में परीक्षा के लिए

एकादशी के दिन सूर्योदय काल में स्नान करके व्रत का संकल्प करें। इस दिन भगवान विष्णु को अर्घ्य दान देकर षोडशोतपचार पूजा करनी चाहिए। तत्पश्चात् धूप, दीप, चंदन आदि से नीराजन करना चाहिए। इस दिन निंदित कर्म तथा मिथ्या भाषण नहीं करना चाहिए। एकादशी के दिन भिक्षुक, बंधु-बांधव तथा ब्राह्मणों को भोजन दान देना फलदायी

ऊना जिला के तहत मां चिंतपूर्णी मंदिर समुद्र तल से करीब 3300 फुट की ऊंचाई पर स्थित है। मां चिंतपूर्णी भगवती श्री छिन्नमस्तिका देवी का प्राचीन स्थान है। प्रदेश के अलावा अन्य बाहरी राज्यों के श्रद्धालू यहां पर पहुंचते हैं। वैसे तो वर्ष भर में कभी भी इस स्थान की यात्रा की जा सकती है,

गतांक से आगे… बालिका तरुणी वृद्धा वृद्ध-माता जरातुरा। सुभुर्विलासिनी ब्रह्म-वादिनि ब्रह्माणी मही।। 51।। स्वप्नावती चित्र-लेखा लोपा-मुद्रा सुरेश्वरी। अमोघाऽरुंधती तीक्ष्णा भोगवत्यनुवादिनी।। 52।। मंदाकिनी मंद-हासा ज्वालामुख्यसुरांतका। मानदा मानिनी मान्या माननीया मदोद्धता।। 53।। मदिरा मदिरोन्मादा मेध्या नव्या प्रसादिनी। सुमध्यानंत-गुणिनी सर्व-लोकोत्तमोत्तमा।। 54।। जयदा जित्वरा जेत्री जयश्रीर्जय-शालिनी। सुखदा शुभदा सत्या सभा-संक्षोभ-कारिणी।। 55।। शिव-दूती भूति-मती विभूतिर्भीषणानना। कौमारी कुलजा कुंती कुल-स्त्री कुल-पालिका।।

कुछ समय पहले की बात है कि मैनचेस्टर यूनाइटेड के फुटबॉल खिलाड़ी क्रिस्टियानो रोनाल्डो व उनका कोई एक साथी आपस में मिलकर अपने पैरों व बॉल के कुछ बेहतरीन करतब दिखा रहे थे। बॉल के साथ वे जो कुछ भी कर रहे थे, वह अपने आप में अद्भुत था। बिना किसी खेल या मैच के

मरने के बाद क्या होता है? इस प्रश्न के उत्तर में विभिन्न धर्मों में विभिन्न प्रकार की मान्यताएं हैं। हिंदू धर्म शास्त्रों में भी कितने ही प्रकार से परलोक की स्थिति और वहां आत्माओं के निवास का वर्णन किया गया है। इन मत भिन्नताओं के कारण सामान्य मनुष्य का चित्त भ्रम में पड़ता है कि

बदलते मौसम में बच्चों से लेकर बड़ों में गला खराब होना एक आम समस्या है। इस मौसम में गले में खराश, गला बैठ जाना, बलगम, खांसी और सूजन जैसी समस्या को दूर करने के लिए लोग कफ  सिरप या दवाइयों का सेवन करते है। इसके बावजूद आपको इस प्रॉब्लम में आराम नहीं मिलता। ऐसे में

हे देवेश! मैं आपके लिए सब तीर्थों में से लाया हुआ समशीतोष्ण ऐसा स्नान के लिए अत्यंत सुख को देने वाला यह जल अर्पित करता हूं। आप इसे ग्रहण करो, यह मंत्र बोलकर प्रभु की प्रतिमा को स्नान कराना चाहिए… आवाहयामि देवेश विश्वकर्मन जगद्गुरो। गृहिता पूजनं नाथ ममं सौख्यं च देहिशम।। हे देवताओं के ईश्वर!