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*  बालों से डैंड्रफ को खत्म करने के लिए नींबू और नारियल तेल की मालिश करनी चाहिए। दो-तीन चम्मच नारियल तेल को हल्का गर्म करके दो चम्मच नींबू का रस मिला लें, इस मिश्रण को बालों की जड़ों में लगाएं जल्दी ही अच्छे परिणाम मिलेंगे। *   चेहरे की झुर्रियों को दूर करने के लिए नींबू

तंत्र साधना में कभी-कभी भयंकर संकट सामने आ जाता है, तनिक-सी गलती बड़ी घातक सिद्ध होती है। ऐसे में यदि गुरु उपस्थित हो तो वह उसकी सहायता करता है, किंतु गुरु सदा साथ नहीं रहते, इसलिए श्री गणेश जी का ध्यान करके आने वाले संकट से स्वयं को उबारा जा सकता है। त्रिपुरसुंदरी साक्षात जगदंबा

 ऐसा माना जाता है कि भगवान शिव लिंग रूप में प्रकट हुए थे। शिव महापुराण में भगवान शिव के अनेक अवतारों का वर्णन मिलता है, लेकिन बहुत ही कम लोग इन अवतारों के बारे में जानते हैं। धर्म ग्रंथों के अनुसार भगवान शिव के 19 अवतार हुए थे… शिव अधिक्तर चित्रों में योगी के रूप

जिन्होंने अपने एक हाथ में कोड़ा धारण किया है, दूसरे में सूत्र, तीसरे में जल का कमंडल तथा चौथे हाथ में समस्त ज्ञान सूत्रोें के ज्ञान भंडार समान पुस्तक को धारण किया है, जो हंस के ऊपर विराजमान है तथा तीन नेत्रों से युक्त हैं तथा जिनके मस्तक के ऊपर मुकुट शोभा पा रहा है…

गुरुओं, अवतारों, पैगंबरों, ऐतिहासिक पात्रों तथा कांगड़ा ब्राइड जैसे कलात्मक चित्रों के रचयिता सोभा सिंह पर लेखक डॉ. कुलवंत सिंह खोखर द्वारा लिखी किताब ‘सोल एंड प्रिंसिपल्स’ कई सामाजिक पहलुओं को उद्घाटित करती है। अंग्रेजी में लिखी इस किताब के अनुवाद क्रम में आज पेश हैं बच्चों पर उनके विचार: गतांक से आगे… एक लड़की

कृष्ण ने अपने दाहिने हाथ की छोटी अंगुली पर गोवर्धन को उठा लिया। सारे गांव वाले उसके नीचे आ गए। वे बारिश की बौछारों से बच गए। भगवान ने ग्वालों से कहा कि सभी मेरी तरह गोवर्धन को उठाने में सहायता करो। अपनी-अपनी लाठियों का सहारा दो। ग्वालों ने अपनी लाठियां गोवर्धन से टिका दी।

अकसर महिलाएं पैरों की देखभाल करना  भूल जाती हैं या फिर बिजी शेड्यूल के कारण इन पर ध्यान नहीं दे पाती हैं। एमु ऑयल से पैरों की मसाज करके या इससे रिफ्लेक्सोलॉजी करके आप इनकी अच्छी तरह से देखभाल कर सकती हैं। पैरों की मसाज करने से थकान दूर होती है और आप रिलेक्स महसूस

एकस्मिन यश निधनं प्रापिते दृष्टकारिणी। बहूनां भवति क्षेम तप्य पुण्यप्रदो बधः। प्रजानानुषकारराय यवि मां त्व हानिष्यसि। आधार कः प्रजानां ते नृपश्रेष्ठ भविष्यति। त्वाहत्वाः वसुधे बाणमंच्छासनपराङ मुखीम। आत्मयोबवेनेमाम धारयिष्याम्यहं प्रजाः। ततः प्रणम्य वसुधा तं भूयः प्राह पार्थिवम। प्रवेपिताङ्गपरमं साध्वस समुपागता। उषायतः सुमारवधाः सर्वकिद्ध यंत्युपकमाः। तस्माद्वदाम्पपायं ते त कुरुध्व यदीच्छसि। शमस्ता या मया जीर्णाः नरनाथ महौषधीः यदीच्छसि

होली के मौके पर हर तरफ मिठाइयां व पकवान ही नजर आते हैं, इसलिए आप हर वक्त कुछ न कुछ खाते रहते हैं, लेकिन यह काफी नुकसानदेह है … होली रंगों व गुजिया का त्योहार है। होली के मौके पर आप बिना किसी रोकटोक के मिठाइयां व व्यजंनों का लुत्फ  उठाते हैं। इस समय आप