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हिमाचल प्रदेश में असंख्य ही नदियां और नाले हैं, जिनमें सारा वर्ष अथाह जल राशि रहती है, परंतु इनमें पांच नदियां ऐसी हैं, जिनका सारे देश के भूगोल, संस्कृति और इतिहास से संबंध जुड़ा है। आधुनिक युग में पंजाब पांच नदियों का प्रदेश न होकर हिमाचल प्रदेश पांच नदियों का प्रदेश है… हिमाचल की नदियां

नगरोटा बगवां की स्थापना भागवान नाम की एक नर्तकी द्वारा की गई और उसने एक देवालय (मंदिर) भी बनवाया था। गुरुद्वारा पौड साहिब भी यहां स्थित है। यह गुरुद्वारा 1708 ई. में दसवें सिख गुरु गोबिंद सिंह की पवित्र याद में बनाया गया था… नगरोटा बगवां नगरोटा बगवां की स्थापना भागवान नाम की एक नर्तकी

आचार्य चाणक्य, गुरु गोविंद सिंह, विद्यारण्य स्वामी अथवा समर्थ गुरु रामदास की भूमिकाएं, वस्तुतः राजसत्ता की भूमिकाएं थी, जिन्हें इन महापुरुषों ने समाज के उत्थान के लिए निभाईं। इन महापुरुषों का धर्म व्यक्तिगत मोक्ष तक सीमित नहीं था। समाज के उत्थान और संस्कृति के संरक्षण-संवर्द्धन को ये महापुरुष आध्यात्मिक साधना ही मानते थे… भारत में

स्वामी दयानंद सरस्वती जयंती पर विशेष महर्षि दयानंद के हृदय में आदर्शवाद की उच्च भावना, यथार्थवादी मार्ग अपनाने की सहज प्रवृत्ति, मातृभूमि को नई दिशा देने का अदम्य उत्साह, व्यवस्थागत दृष्टि से युगानुकूल चिंतन करने की तीव्र इच्छा थी। उन्होंने किसी के विरोध तथा निंदा की परवाह किए बिना हिंदू समाज का कायाकल्प करना अपना

तत्प्राप्य तदेवावलोकयति, तदेव शृणोति, तदेव भाषयति, तदेव चिन्तयति।। इस प्रेम को पाकर प्रेमी इस प्रेम को ही देखता है, प्रेम को ही सुनता है, प्रेम का ही वर्णन करता है और प्रेम का ही चिंतन करता है। गौणी त्रिधा गुणभेदादार्तादिभेदाद्वा।। गौणी भक्ति गुणभेद से अथवा आर्तादिभेद से तीन प्रकार की होती है। उत्तरस्मादुत्तरस्मात्पूर्वपूर्वा श्रेयाय भवति।।

बौद्ध धर्म के संस्थापक महात्मा गौतम बुद्ध थे। उनके महापरिनिर्वाण के बाद  पांच शताब्दियों में, बौद्ध धर्म पूरे भारतीय उपमहाद्वीप में फैल गया।  बैशाख मास की पूर्णिमा को बुद्ध जयंती के रूप में मनाया जाता है। भारत में सात प्रसिद्ध बौद्ध मंदिर हैं। महाबोधि मंदिर- महाबोधि मंदिर बिहार के बोध गया में स्थित है। यह

रामायण में संजीवनी बूटी लक्ष्मण के प्राण वापस लाने और हनुमान के संजीवनी पर्वत को पूरा उठा लाने वाला प्रसंग सभी जानते हैं। वैद्य सुषेण ने संजीवनी को चमकीली आभा और विचित्र गंध वाली बूटी बताया है। संजीवनी पर्वत आज भी श्रीलंका में मौजूद है। माना जाता है कि हनुमानजी ने इस पहाड़ के टुकडे़

माता बालासुंदरी 51 शक्तिपीठों में से एक है। सिरमौर जिला मुख्यालय नाहन से केवल 23 किलोमीटर की दूरी पर स्थित माता बालासुंदरी का आकर्षक व भव्य मंदिर वर्ष भर श्रद्धालुआें को अपनी ओर खींचता है। त्रिलोकपुर मंदिर में प्रतिवर्ष नवरात्र के दौरान लगने वाले मेलों में पूरे उत्तर भारत में लाखों की संख्या में श्रद्धालु

बालाजीपुरम का मुख्य मंदिर 111 फुट ऊंचा और साढ़े 10 एकड़ जमीन में फैला हुआ है। मंदिर में मुख्य रूप से रुकमणि, महादेव मंदिर के अलावा 40 से अधिक देवता स्थापित हैं… मध्य प्रदेश के बैतूल जिले में सतपुड़ा की वादियों के बीच बने मंदिर बालाजीपुरम को भारत के पांचवें धाम के रूप में देखा