कम्पीटीशन रिव्यू

बच्चों के लिए अच्छी आदतें : भले ही बच्चे अपनी शिक्षा स्कूल में अध्यापकों से लेते हैं, लेकिन उनकी असली पाठशाला तो घर से ही शुरू होती है। परिवार के सदस्य उन्हें जैसा चाहे उसी व्यवहार में ढाल सकते हैं। बच्चों को घर में अच्छा माहौल दें ताकि वह खुशनुमा व्यवहार का हो। ऐसे संस्कार

बढ़ते बच्चों की जासूसी हर युग में होती रही है। कई बार इसका पता बच्चों को चल जाता है और कई बार वे इससे अंजान होते हैं। ऐसा करने के पहले मां-बाप को गिल्ट भी महसूस होता है कि कहीं उनका बच्चा ऐसा न समझे कि मां-बाप उनपर विश्वास नहीं करते। बढ़ते बच्चों की परवरिश

हमीरपुर के दियोटसिद्ध में वैसे तो प्रत्येक रविवार को ही मेले लगते हैं, जिस में हजारों लोग शामिल होते हैं। इसमें अधिकांश लोग हरियाणा-पंजाब से आते हैं। इसके साथ-साथ ही बिलासपुर के शाहतलाई स्थान पर भी ये मेले लगे रहते हैं क्योंकि दियोटसिद्ध की यात्रा शाहतलाई में सिद्ध की स्थापना पर मत्था टेकने के बाद

विश्व दूरदर्शन दिवस प्रत्येक वर्ष 21 नवंबर, को मनाया जाता है। दूरदर्शन (टेलीविजन) के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए संयुक्त राष्ट्र द्वारा 1996 में इस दिवस को मनाए जाने पुष्टि की गई थी। यह विभिन्न प्रमुख आर्थिक और सामाजिक मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करते हुए पूरे विश्व के ज्ञान में वृद्धि करने में मदद करता

वीर सेन ने ज्यूरी (तत्तापानी) के पास सतलुज को पार करके अपने आपको साथियों सहित सतलुज के पश्चिम की ओर सुक्षेत्र (सुकेत) स्थापित किया। वीर सेन जब यहां आया तो सतलुज और ब्यास नदियों के मध्य का क्षेत्र छोटे-छोटे ठाकुरों और  राणाओं में बंटा हुआ था। ये ठाकुर और राणा संभवतः कांगड़ा और कुल्लू के

गद्दी स्त्री, पुरुष, बालक सभी कमर में काले रंग का ऊनी रस्सा (डोरा) बांधे रहते हैं। यह रस्सा लगभग एक सौ हाथ  लंबा होता है। इसे गद्दी गात्री कहते हैं। रात्रि को गात्री उतारी जाती है और सुबह उठते ही फिर से लगा ली जाती है। गद्दी का धन है भेड़-बकरी, पश्चिम एशिया से आर्यों

मनुष्य आरंभ से ही जिज्ञासु प्रवृत्ति का रहा है और अपने आसपास की हर वस्तु के बारे में जानने के लिए वह आतुर रहता है। इसी जिज्ञासा ने जन्म दिया प्राणी विज्ञान को। आज यह विज्ञान व्यापक आधार ले चुका है। जीव-जंतु प्रेमियों को निश्चय ही जीव-जंतुओं के साथ समय बिताना अच्छा लगता है।  इसी

प्राणी विज्ञान में करियर संबंधित विस्तृत जानकारी प्राप्त करने के लिए हमने प्रो. सुषमा शर्मा से बातचीत की। प्रस्तुत हैं बातचीत के प्रमुख अंश… प्रो. सुषमा शर्मा जूलॉजी विभाग, हिमाचल प्रदेश यूनिवर्सिटी, शिमला प्राणी विज्ञान में करियर का क्या स्कोप है? आजकल जूलॉजी के छात्रों में वाइल्ड लाइफ  से संबंधित क्रिएटिव वर्क और चैनलों पर