कम्पीटीशन रिव्यू

1. लंबी सोटी हाथ में खटखट करता जाए। सोए हुओं की फिक्र नहीं सीटी खूब बजाए। 2. एक नगर में ढेरों चोर चोरों का मुंह काला। पूंछ पकड़ कर खींच दो, झट हो जाए उजाला। 3. नहीं उसे बीमारी कोई फिर भी गोली खाती। छोटी सी है फिर भी वह तो सबको खूब डराती। उत्तरः

विदेशों से मेरा बहुत पुराना नाता है। बचपन में जब मां डांट देती थी तो मैं ‘रूस’ जाया करता था। *** एक कंजूस अपने बेटे को पीट रहा था। पड़ोसी : क्यों पीट रहे हो बच्चे को। बनिया : मैंने इसको कहा कि 1-1 सीढ़ी छोड़कर चढ़, चप्पल कम घिसेगी। नालायक 2-2 सीढ़ी छोड़कर चढ़ा,

तेनाली रामकृष्ण, तेनाली रामलिंगम या तेनाली राम तमिल, तेलुगु और कन्नड़ लोककथाओं का एक पात्र है। सोलहवीं सदी में दक्षिण भारत के विजयनगर राज्य में राजा कृष्णदेव राय हुआ करते थे। तेनालीराम उनके दरबार के कवि थे और वह अपनी समझ-बूझ और हास-परिहास के लिए प्रसिद्ध थे। उनकी खासियत थी कि गंभीर से गंभीर विषय

कुत्ते लगभग हर जगह होते हैं। उसे मनुष्य का सबसे वफादार मित्र माना जाता है। बहुत से लोग उन्हें पालते भी हैं,लेकिन अगर कहीं कुत्ता पागल हो जाए तो बहुत खतरनाक हो जाता है। पागल कुत्ते द्वारा काटे जाने पर सही व समय पर इलाज जरूरी हो जाता है। ऐसा न होने पर व्यक्ति की

बच्चों का बेडरूम सजाते समय माता-पिता अपनी सारी कल्पनाएं उसमें लगा देना चाहते हैं। वास्तु के आधार पर बना मकान ब्रह्मांड से सकारात्मक ऊर्जा को अपनी ओर आकर्षित करता है और भवन के अंदर ऊर्जा का संतुलन बना रहता है, जिससे वहां सुख, शांति, प्रगति और सौहार्द का माहौल उत्पन्न होता है। ब्राइट कलर के

जीव अनाक्षित कूड़ा गलता-सड़ता नहीं है। इससे निकले रसायन के कारण पेड़-पौधे तथा वनस्पति तक सूख जाते हैं तथा यह कचरा बीमारियों को खुला आमंत्रण देता है। ऐसा कूड़ा पर्यटन नगरी मनाली में बढ़ता ही जा रहा है। इसी को देखते हुए नार्वे सरकार ने कूड़ा निष्पादन की 1.5 करोड़ रुपए की एक योजना बनाई…

हिंदूर-नालागढ़ राज्य सतलुज की सहायक नदी सिरसा नदी घाटी में स्थित था। इस का क्षेत्रफल 25 मील लंबा, 10 मील चौड़ा तथा सारी भूमि लगभग 256 वर्ग मील के आसपास थी। इसके उत्तर में कहलूर, उत्तरपूर्व में बाघल (अर्की), दक्षिण-पूर्व में शिमला क्षेत्र के छोटे राज्य तथा पश्चिम में पंजाब के मैदानी क्षेत्र थे… गतांक

क्रांतिकारी गांव-गांव में गुप्तचर भेजकर जनसाधारण को क्रांति के लिए प्रोत्साहित करते रहते थे। आवेश में आकर कुछ भावुक क्रांतिकारियों ने कांगड़ा में मिस्टर मर्क के मिशनरी स्कूल के बाहर इश्तिहार चिपका दिया जिसमें लिखा था कि ‘सब ईसाइयों का विनाश किया जाएगा।’ इससे अंग्रेज भयभीत हो गए… गतांक से आगे ... नादौन, हरिपुर और