नई दिल्ली। किसी ने ठीक ही कहा है, जान है तो जहां है। शरीर सेहतमंद तो टेंशन खत्म। खुशहाल जिंदगी और रोगों से दूर-दूर तक नाता नहीं, लेकिन बदलती शैली और भागदौड़ ने इनसान को इतना व्यस्त कर दिया है कि शरीर को सेहतमंद रखने का वक्त ही नहीं मिलता। खराब खानपान, वर्कआउट की कमी
जवाली। कैंसर एक ऐसी भयानक बिमारी है, जो इनसान को मौत के मुंह में ले जाती है। शरीर धीरे-धीरे अंदर से खोखला होने लगता है। कहते हैं कि कैंसर का इलाज नहीं है, लेकिन अब यह पुरानी बातें हो चुकी हैं। डा. राजेंद्र प्रसाद राजकीय आयुर्विज्ञान चिकित्सा महाविद्यालय टांडा (कांगड़ा, हिमाचल प्रदेश) अस्पताल में कार्यरत
लिवर शरीर के महत्वपूर्ण अंगों में से एक है, वहीं इसका कार्य भोजन को पचाना होता है। इसके अलावा लिवर पित्त बनाने के साथ-साथ शरीर से विषैले पदार्थ निकालने और बॉडी को डिटॉक्स करने के काम भी आता है। लिवर का काम ब्लड शुगर को नियंत्रित रखने और प्रोटीन बनाने का भी होता है। ऐसे
अंडा हर किसी को पंसद है। इसमें कई गुण मौजूद हैं, जो शरीर के लिए बेहद लाभकारी माने गए हैं। प्रोटीन का तो यह सबसे बड़ा जरिया माना जाता है और डाक्टर भी अंडा खाने की सलाह देते हैं, क्योंकि अंडे में विटामिन ए, अमीनो एसिड, विटामिन-12, आयरन, फोलेट, बायोटिन, विटामिन डी के साथ सबसे
अमृतसर। शराब सेहत के लिए हानिकारक है। यह सब जानते हैं, पर पीने वालों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। अधेड़, युवक व अब तो किशोर भी शराब के जाम छलकाने लगे हैं। शराब की यह लत इंसान को इस कदर गर्त में धकेल रही है कि वह सब कुछ दांव पर लगा
नई दिल्ली। यार गर्मी बहुत लग रही है, चलो चिल करते हैं। पार्टी करते हैं। एन्ज्वॉय करते हैं। एक-एक चिल्ड बीयर लगाते हैं। यह वे शब्द हैं, जो अकसर लोगों में सुनने को मिलते हैं। बहाना चाहे कोई भी हो, लेकिन गर्मियों में शरीर की प्यास बुझाने के लिए अकसर लोग ठंडी बीयर पीने से
नई दिल्ली। हमारे शरीर में किडनी बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। खाने या पीने के बाद लिवर में जो भी व्यर्थ पदार्थ रह जाते हैं, उन्हें फिल्टर कर देती है। यानी कि लिवर द्वारा पाचन प्रक्रिया के बाद जो भी विषाक्त पदार्थ हमारे शरीर में रह जाते हैं, किडनी उन्हें फिल्टर करती है। अगर
नई दिल्ली। जो लोग स्वास्थ्य लाभ के लिए गोमूत्र का सेवन करते हैं उनके लिए एक बड़ी खबर है। दरअसल गोमूत्र को लेकर भारतीय पशुचिकित्सा अनुसंधान संस्थान (IVRI) की रिसर्च रिपोर्ट में चौंकाने वाली बात...
टोक्यो। रोजाना सुबह की सैर या व्यायाम करने से जी चुराने वाले और अति व्यस्तता के कारण इसके लिए समय न निकाल पाने वाले वालों के लिए एक अच्छी खबर है। जापान के एक शोधकर्ताओं ने कहा है कि कि केवल सप्ताहांत में दो दिन 8,000 कदम चलने से असमय मौत का खतरा कम किया