पाठकों के पत्र

(डा. राजन मल्होत्रा, पालमपुर, कांगड़ा ) 1993 में मुंबई को दहला देने वाले सीरियल बम धमाकों के मामले में टाडा की विशेष अदालत ने अंडरवर्ल्ड डॉन अबू सलेम को उम्रकैद की सजा सुनाई है। अबू के दूसरे साथी मोहम्मद ताहिर मर्चेंट और फिरोज अब्दुल राशिद खान को फांसी की सजा सुनाई गई। मुंबई में 1993

(विजय सिंह मनकोटिया ) कुछ दिन पहले गुरमीत राम रहीम के अनुयायियों द्वारा सार्वजनिक-निजी संपत्ति को जो भारी नुकसान पहुंचाया गया, वह वाकई चिंता का विषय है। उन्होंने गाडि़यों, बसों और रेलवे स्टेशनों को भारी नुकसान पहुंचाकर अपनी बेवकूफी और धार्मिक आडंबर का सबूत दे डाला। साथ ही उन्होंने यह भी साबित कर दिया कि

(डा. राजन मल्होत्रा, पालमपुर ) गुरमीत की लाख कोशिशों के बावजूद उसे अपने कृत्यों की सजा से मुक्ति नहीं मिल सकी। गुरमीत के तथाकथित चेलों ने भी अपने बाबा को बचाने के कानूनी-गैर कानूनी हर तरह के प्रयास किए, लेकिन अंततः सब व्यर्थ हुए। अब सलाखों के पीछे पड़ा गुरमीत अपने गुनाहों की सजा भुगत

(डा. शिल्पा जैन सुराणा, वारंगल, तेलंगाना ) एक टेलीविजन शो में आकर कंगना ने जो अपना बेबाक अंदाज दिखाया, वह काबिले तारीफ है। हर सवाल और आलोचना का उन्होंने खुले दिल से जवाब दिया। जब भी स्टार लोगों के सामने आते हैं, तो वे चिकनी चुपड़ी बातें बोलते हैं, क्योंकि उन्हें अपनी छवि की चिंता

(सुरेश कुमार, योल, कांगड़ा ) मंत्रिमंडल की हर बैठक में बंटती सौगातें यही दिखा रही हैं कि जल्द ही चुनाव होने वाले हैं, वरना बिना बजट के घोषणाओं की बरसात का कोई तुक ही नहीं बनता। सरकार अंधेरे में तीर मार रही है कि यदि जीत गए तो फिर पांच साल मजे और हार गए,

(रितु, धर्मशाला, कांगड़ा ) देश की पहली महिला रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने आते ही रक्षा तंत्र में महिला संरक्षण की संभावनाएं टटोलने का संदेश दिया है। यह दीगर है कि पिछले कुछ समय में अन्य क्षेत्रों की तरह रक्षा क्षेत्र में भी महिलाओं ने अपनी महत्त्वपूर्ण उपस्थिति दर्ज करवाई है। अब पुरुषों की ही

(सूबेदार मेजर (से.नि.) केसी शर्मा, गगल ) इसे विडंबना न कहें, तो क्या कहें कि गरीब को सिर ढकने के लिए आठ बाई दस फुट की छत नहीं, लेकिन बाबाओं के नाम हजारों एकड़ भूमि दान कर दी जाती है। किसी स्कूल, कालेज या अस्पताल के लिए जमीन नहीं है, पर सैकड़ों एकड़ जमीन बाबा

(स्वास्तिक ठाकुर, पांगी, चंबा ) अच्छा-खासा प्रभाव रखने वाले गुरमीत ने अपनी हरकतों से न केवल भारत, बल्कि दूसरे देशों को भी हिला कर रख दिया है। बेशक गुरमीत अब सलाखों के पीछे अपने कारनामों की सजा भुगत रहा है, लेकिन यह अकेला प्रकरण अपने पीछे कई अनसुलझे सवाल छोड़ गया है। अपने को भगवान

(किशन सिंह गतवाल, सतौन, सिरमौर ) दुनिया भर में नाना प्रकार के रोमांचकारी और जोखिमपूर्ण उत्सवों, पर्वों, क्रीड़ाओं तथा स्पर्धाओं का आयोजन किया जाता है। भारत में भी भैंसों, सांडों और मुर्गों तक की लड़ाइयां होती हैं। जन्माष्टमी पर कई लोगों में गोविंदा बनकर दही-मटकी फोड़ने की होड़ लगती है। शायद ही इस प्रकार के