पाठकों के पत्र

देश के पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी का दौर शुरू हुआ है। दिसंबर और जनवरी में बर्फबारी होती थी, लेकिन इस बार बर्फबारी कुछ देरी से शुरू हुई। हिमाचल प्रदेश के शिमला, कुफरी, मनाली और अन्य क्षेत्रों में जो बर्फबारी हो रही है, उसका लुत्फ उठाने के लिए पर्यटकों का तांता यहां लगना शुरू हो गया है। लेकिन बर्फबारी का लुत्फ उठाते हुए हमें सरकार और प्रशासन के नियमों का पालन भी करना चाहिए।

हिमाचल प्रदेश के लिए केंद्र के बजट में कुछ खास नजर नहीं आ रहा है। आशा थी कि हिमाचल को बरसात में जो जख्म मिले हैं, उन पर मरहम लगाया जाएगा। प्रदेश सरकार पहले ही कह चुकी है कि राज्य को बरसात से हुई क्षति करीब 12 हजार करोड़ रुपए की है। केंद्र सरकार को कम से कम 10 हजार करोड़ रुपए की सहायता हिमाच

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश की शिक्षा प्रणाली में अच्छे अच्छे बदलाव लाने के लिए कोशिश कर रहे हैं। इनकी सरकार ने विद्यार्थियों के लिए पढ़ाई आसान बनाने के लिए शिक्षा नीति में बदलाव किया है और प्रधानमंत्री विद्यार्थियों के अंदर परीक्षा का भय समाप्त करने के लिए पिछले वर्षों से परीक्षा पर जो चर्चा कर रहे हैं, वो भी इनका बहुत ही अच्छा प्रयास है।

हिमाचल गंभीर संकट की ओर जाता दिखाई दे रहा है। बरसात के दिनों में जहां प्रदेश को करीब 12 हजार करोड़ रुपए का आर्थिक नुक्सान हुआ, वहीं सैंकड़ों लोगों की जानें भी चली गईं। केंद्र की ओर से प्रदेश के लिए पर्याप्त राहत पैकेज भी नहीं मिल पाया है, ऐसे में प्रदेश सरकार अपने दम पर जो बन पा रहा है, उससे बाढ़ पीडि़तों के जख्मों पर मरहम लगाने की कोशिश कर रही है। इधर अब नया संकट पैदा होता लग रहा है। पिछले कई महीनों से न बारिश हुई है, और न ही बर्फ पड़ रही है।

30 जनवरी को महात्मा गांधी की पुण्यतिथि है। महात्मा गांधी के आदर्श सामाज और दुनिया को एक अच्छी राह पर चलने के लिए प्रेरित करते हैं। गांधी जी की तीन बातें आज भी दुनिया को एक अच्छी सच्ची राह की ओर अग्रसर कर सकती हैं, वो तीन बातें हैं- बुरा मत देखो, बुरा मत बोलो और बुरा न सुनो। लेकिन अफसोस कि

नशा नासूर बन गया है। देश के विकास में युवा वर्ग का सबसे बड़ा योगदान होता है। स्वस्थ और तंदरुस्त युवा देश के विकास को रफ्तार दे सकते हंै। लेकिन बहुत अफसोस की बात है कि आज भारत के कुछ युवा नशे के आदी होकर अपनी जिंदगी को नरक बना रहे हैं। नशा, नाश का दूसरा नाम

हिमाचल प्रदेश विधानसभा का बजट सत्र 14 फरवरी से होगा और 29 फरवरी तक चलेगा। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू अपने मौजूदा कार्यकाल का दूसरा बजट पेश करेंगे। लोकसभा चुनाव की घोषणा से पहले मुख्यमंत्री के आगामी वित्त वर्ष के बजट से प्रदेश के युवाओं, कर्मचारियों, पेंशन भोगियों के साथ-साथ समाज के प्रत्ये

भारत में राष्ट्रीय मतदाता दिवस हर साल 25 जनवरी को मनाया जाता है। यह दिवस भारत के प्रत्येक नागरिक के लिए अहम है। इस दिन भारत के प्रत्येक नागरिक को अपने राष्ट्र के प्रत्येक चुनाव में भागीदारी की शपथ लेनी चाहिए, क्योंकि भारत के प्रत्येक व्यक्ति का वोट ही देश के भावी भविष्य की नींव रखता है। इसलिए हर एक व्यक्ति का वोट राष्ट्र के निर्माण में भागीदार बनता है।

धरती पर स्वर्ग है हिमाचल। हिमाचल सारी दुनिया में विभिन्न कारणों से अपनी एक खास पहचान बनाए हुए है। कुछ लोग तो यह भी कहते हैं कि धन्य हैं वो लोग जिन्होंने इस पावन धरती पर जन्म लिया या अपना जीवन व्यतीत कर रहे हैं। हिमाचल के नाम मात्र से ही हर किसी के दिल-दिमाग में देवभूमि, कुदरत के नजारे, अपार संपदा की तस्वीर उभर आती है